जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर महिला को निर्वस्त्र कर सड़क पर छोड़ने का मामला सामने आया है। भीलवाड़ा जिले के गंगापुर थाना क्षेत्र में एक महिला शनिवार देर शाम खाना खाकर टहलने के लिए घर से बाहर निकली थी। इस दौरान अज्ञात बदमाश महिला का अपहरण कर सुनसान खण्डहर में ले गए। जहां महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। बलात्कार के बाद आरोपी महिला को निर्वस्त्र कर सड़क पर छोड़ कर भाग गए। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस महिला को बाअदब पुलिस थाने लाई। जहां पीड़ित महिला से घटना की जानकारी लेने के बाद आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने इलाके में अलग-अलग टीमें रवाना की। पुलिस ने शनिवार आधी रात दो आरोपियों को डिटेन कर पूछताछ के बाद रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद गंगापुर पुलिस ने घटनाक्रम का खुलासा करते हुए सामूहिक बलात्कार की बात को तो स्वीकार किया है, लेकिन अपहरण के आरोपों को सिरे से नकारते हुए महिला के आरोपियों के साथ मर्जी से जाने का दावा किया है।
गांगपुर थानाधिकारी नरेन्द्र जैन ने द मूकनायक को बताया कि गिरफ्तार आरोपी गिरधारी गाडरी महिला का पूर्व परिचित है। घटना से पूर्व महिला और आरोपी छोटू सरगरा की फोन पर बात हुई थी। गंगापुर थानाधिकारी का दावा है कि महिला आरोपी के साथ बाइक पर बैठकर अपनी मर्जी से गई थी। रास्ते में दूसरा आरोपी गिरधारी गाडरी जो कि पहले से महिला का परिचित था इन दोनों के साथ बाइक पर पीछे बैठा था। दोनों आरोपी महिला को एक खण्डहर में ले गए। जहां दोनों ने महिला के साथ बारी-बारी से शारीरिक सम्बंध बनाए। इस दौरान छोटू सरगरा ने महिला को रातभर अपने साथ रखने की बात कही थी, लेकिन महिला नहीं मानी। रात में रोकने के लिए जोर जबरदस्ती करने पर महिला बिना कपड़ो के भाग कर सड़क पर आ गई। इस दौरान आरोपी भी घबरा कर महिला को छोड़ कर भाग गए। बाद में कुछ लोगों ने महिला को निर्वस्त्र सड़क पर घबराए हुए देखा तो पुलिस को सूचना देकर महिला को शॉल ओढ़ाया था।
शनिवार रात पौने नो बजे झामपुरा चौराहा के पास आमली रोड पर निर्वस्त्र महिला के चिल्लाने की सूचना मिली थी। सूचना पर गंगापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिला से पूछताछ की। इस दौरान पीड़ित महिला ने बताया कि आठ बजे के लगभग वह घर से खाना खाकर घर से घूमने निकली थी। इस दौरान कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर खण्डहर मकान में ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
पुलिस ने बताया कि पीड़ित महिला ने आरोपियों के कार में सवार होकर आने की बात कही थी। पुलिस घटना के बाद कार सवार बदमाशों को ढूंढ रही थी, लेकिन महिला अपनी मर्जी से आरोपियों के साथ बाइक पर गई थी। ऐसे में सवाल यह है कि महिला ने आखिर पुलिस से झूठ क्यों बोला? घटना के बाद पुलिस पीड़ित महिला को उपचार के लिए अस्पताल लेकर गई। जहां उसका मेडिकल परीक्षण भी करवाया गया।
पुलिस ने बतााया कि पीड़िता के बातचीत के बाद जब घटना स्थल का मुआयना किया तो वहां एक मोबाइल फोन भी मिला। मोबाइल फोन की पड़ताल की तो पता चला कि यह फोन पीड़ित महिला का है। जांच करने पर सामने आया कि घटना से पूर्व पीड़िता और आरोपियों के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। फोन में दोनों के बीच हुई बात चीत भी रिकार्ड हुई है। दोनों के बीच हुई बातचीत से साफ है कि पीड़िता आरोपी के साथ मर्जी से गई थी। पुलिस ने फोन जब्त कर मोबाइल नम्बरों के आधार पर आरोपी छोटू सरगरा को रात को ही डिटेन कर लिया। आरोपी से कड़ाई से पूछताछ के बाद उसने दूसरे आरोपी का नाम भी बता दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
गैंगरेप पीडि़ता कौन है? और पुलिस से आखिर इसने अपहरण का झूठ क्यों बोला? इस पर थानाधिकारी नरेन्द्र जैन ने बताया कि 25 वर्षीय पीड़िता उड़ीसा की रहने वाली है। 6 वर्ष पूर्व दलाल के माध्यम से इसी इलाके में एक 50 वर्षीय दिव्यांग के साथ शादी हुई थी। पुलिस का दावा है कि घटना से पूर्व छोटु सरगरा निवासी आमली थाना गंगापुर और पीड़ित महिला के बीच 7 बजे से 7 बजकर 51 मिनट तक मोबाइल फोन पर बात हुई थी। पुलिस ने बताया कि महिला ने अपने पति के डर के कारण पहले पुलिस से झूठ बोला था, लेकिन मोबाइल फोन में बातचीत रिकार्ड होने का पता चला तो सब सच बता दिया।
राजस्थान में बढ़ते महिला अपराध व निर्वस्त्र करने की बढ़ती घटनाओं के बाद महिला कांग्रेस की प्रदेश महा सचिव डॉ. आरती भारद्वाज ने अपनी ही सरकार से सवाल किया है कि आखिर कब तक प्रदेश में महिलाओं का चीरहरण होता रहेगा। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा में पुलिस ने दावा किया है कि अपहरण नहीं हुआ, लेकिन महिला को झांसे में लेकर सामूहिक बलात्कार के बाद निर्वस्त्र की खुली सड़क पर तो छोड़ दिया गया था न! क्या यह राजस्थान पुलिस की नजर में अपराध नहीं है। महिला अत्याचार पर अंकुश लगाने के लिए राजस्थान सरकार को अपराधियों से सख्ती से निपटने की जरूरत है।
इस घटना के बाद राष्ट्रीय लोतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनी वाल ने ट्वीट कहा कि भीलवाड़ा जिले के गंगापुर थाना क्षेत्र में एक महिला का अपहरण करके उसे खंडहर में ले जाकर निर्वस्त्र करके छोड़ देने की घटना ने एक बार पुन: राजस्थान को शर्मशार किया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। राजस्थान महिला अपराधों में देश भर में अव्वल स्थान पर है। बावजूद इसके सरकार अपराधों को रोकने में नाकाम नजर आ रही है। पुलिस तत्काल आरोपियों के विरुद्ध कठोरतम से कठोरतम कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
थानाधिकारी नरेन्द्र जैन ने कहा कि सूना मिलते ही अविलम्ब आरोपियों को डिटेन कर घटना की पुष्टि के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। सामूहिक बलात्कार व निर्वस्त्र करने के अपराध पुष्टि से पुलिस ने इनकार नहीं किया है। प्रारम्भिक जांच में महिला के मर्जी से आरोपियों के साथ जाने की बात सामने आई है। पूरे मामले की विस्तार से जांच की जा रही है। जो तथ्य सामने आएंगे, नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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