पीड़ित ने सिवाना थाने में रिपोर्ट पेश कर पादरू चौकी प्रभारी सहित पुलिसकर्मियों पर लगाए गंभीर आरोप
राजस्थान/बाड़मेर। राजस्थान में बाड़मेर जिले के सिवाना थाना अंतर्गत पादरू चौकी पुलिस पर एक दिहाड़ी मजदूर को बिना किसी कारण के बेरहमी से पीटने के आरोप लगे हैं। पुलिस ने मजदूर को इतनी बेरहमी से पीटा हैं कि दिहाड़ी मजदूर को उठने बैठने में भी बहुत तकलीफ हो रही है। पुलिस की पिटाई से उसके शरीर में कई जगह चोटें आई हैं। पीड़ित युवक बाबुलाल पुत्र पुनमाराम भील ने बताया कि, "मैं पादरू से बस में बैठकर अपने गाँव मिठौड़ा बस स्टैंड पर उतर कर जा रहा था। तभी पादरू चौकी के घमडाराम सहित तीन अन्य पुलिसकर्मियों ने रास्ता रोककर बिना किसी पूछताछ के मेरे साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। विरोध करने पर पुलिस ने मुझे जबरन शराब पिलाई इसके बाद मेरा मेडिकल कराया।"
कारण पूछने पर पीटा
पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि, "मुझे जब गाड़ी में डाला जा रहा था तब मेरे पीछे मेरे भाई आ रहे थे, उन्होंने छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने नहीं छोड़ा। पुलिसकर्मी मुझे पादरू चौकी ले गए। जहाँ मेरे हाथ पैर बांधकर मेरे पैरों में एक डंडा डालकर घंमडाराम, दौलाराम, देदाराम व कालुराम सभी ने मेरी पिटाई की। मैंने कारण पूछा तो उन्होंने जातिसूचक गालियां दीं। विरोध करने पर मुझे जबरन शराब पिलाई गई। इसके बाद मेरा मेडिकल कराया गया।"
"इन सभी पुलिकर्मियों व चालक ने शराब पीकर मेरे साथ चौकी में रात को फिर पिटाई की। एक कमरे में बन्द कर दिया। सुबह मुझे तहसील में ले जाकर कार्यवाही करने लगे तब मेरे पिता पुनमाराम पुत्र मावाराम व देवाराम पुत्र बुधाराम आए व मुझे तहसील से छुड़ाकर ले गए।" पीड़ित ने कहा।
"मेरे खिलाफ एक भी मामला दर्ज नहीं"
पीड़ित ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि, मेरे विरूद्ध आज दिन तक कोई कार्यवाही थाने में नहीं हुई है और न ही मेरा कोई केस चल रहा हैं। मारपीट से मेरे शरीर में दर्द हो रहा है व सिरदर्द कर रहा है व चक्कर आ रहा हैं। मुझे कान पर भी मारा जिससे कान से कम सुनाई दे रहा है। पुलिस ने मुझे कहा कि तुम हमारे खिलाफ कार्यवाही करोगे तो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा।
इस मामले को लेकर पीड़ित ने पुलिस थाने में रिपोर्ट देकर आरोपी पुलिसकर्मियों व गाड़ी चालक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की।
प्रकरण में बाड़मेर पुलिस के ऑफिशियल टिवटर हैंडल द्वारा ट्वीट के माध्यम से बताया गया कि इस सम्बंध में युवक को 151 सीआरपीसी के तहत गिरफ्तार किया गया था। पुलिसकर्मी के विरुद्ध रिपोर्ट प्राप्त होने पर जांच उप अधीक्षक पुलिस बालोतरा को दी गई है।
मामले में पुलिस उपाधीक्षक धनफूल मीना का कहना है कि, इस मामले को लेकर सिवाना थानाधिकारी द्वारा जांच भेजी गई है। इस सम्बन्ध में सभी तथ्यों की जांच कर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.