27 की तैयारी में उतरे योगी: 2017 से 60% से अधिक सरकारी नौकरियां ओबीसी, एससी-एसटी को देने का किया दावा

पिछले सरकारों के भर्ती आंकड़ों की तुलना मौजूदा सरकार से करते हुए आदित्यनाथ ने बताया कि 2012 से 2017 के बीच भर्ती में ओबीसी उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व सिर्फ 26.38 प्रतिशत था।
योगी आदित्यनाथ, यूपी सीएम
योगी आदित्यनाथ, यूपी सीएम
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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी पाना अब बिना किसी सिफारिश या किसी तरह के लेन-देन के संभव है। योगी आदित्यनाथ के अनुसार, "डबल इंजन सरकार" के अंतर्गत नियुक्त किए गए 60 प्रतिशत से अधिक लोग ओबीसी, एससी और एसटी श्रेणियों से हैं। सीएम ने ये टिप्पणियां लखनऊ में एक कार्यक्रम में कीं, जहां उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से चयनित 1,036 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए।

पिछले सरकारों के भर्ती आंकड़ों की तुलना मौजूदा सरकार से करते हुए आदित्यनाथ ने बताया कि 2012 से 2017 के बीच उत्तर प्रदेश लोक सेवा चयन आयोग ने 26,394 पदों पर भर्ती की। इनमें से 13,469 सामान्य उम्मीदवार थे, 6,966 ओबीसी उम्मीदवार थे, 5,634 एससी उम्मीदवार थे और 327 एसटी उम्मीदवार थे। इस अवधि के दौरान ओबीसी उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व सिर्फ 26.38 प्रतिशत था।

उन्होंने कहा कि, इसके विपरीत, मौजूदा सरकार के तहत आयोग ने 46,675 भर्तियां की हैं, जिनमें से 17,929 या 38.41 प्रतिशत ओबीसी उम्मीदवार हैं। आदित्यनाथ ने आगे बताया कि 2012 से 2017 के बीच अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से कुल 19,312 उम्मीदवारों का चयन किया गया था। हालांकि, 2017 से 2024 तक डबल इंजन वाली सरकार के तहत 42,409 से अधिक युवाओं को नियुक्त किया गया है।

उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने संवैधानिक आरक्षण प्रणाली के अनुरूप नियुक्ति पत्र जारी किए हैं। आज ये व्यक्ति राज्य के विकास में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं। भर्ती प्रक्रिया अब पारदर्शी और निष्पक्ष है।"

सीएम ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि जो कोई भी "डबल इंजन सरकार" के तहत राज्य के युवाओं के भविष्य को खतरे में डालेगा, उसे कड़ी सजा मिलेगी, जो देश और दुनिया दोनों के लिए एक उदाहरण होगा। उन्होंने उन लोगों की भी आलोचना की जो खाली बैठे-बैठे "अफवाहें फैला रहे हैं और युवाओं को गुमराह कर रहे हैं"।

2017 से अब तक हुए "महत्वपूर्ण बदलावों" पर प्रकाश डालते हुए आदित्यनाथ ने कहा, "पहले उत्तर प्रदेश के युवाओं को पहचान के संकट का सामना करना पड़ता था और राज्य की अर्थव्यवस्था देश में छठे या सातवें स्थान पर थी। आज, जब उत्तर प्रदेश के युवा दूसरे राज्यों की यात्रा करते हैं, तो वे गर्व से खुद को यूपी का बताते हैं। राज्य की अर्थव्यवस्था अब राष्ट्रीय स्तर पर दूसरे स्थान पर है, जो किसी भी अन्य राज्य की तुलना में सबसे अच्छी आर्थिक प्रगति को दर्शाता है।"

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 536 सहायक शोध अधिकारी (सांख्यिकी), 235 सहायक सांख्यिकी अधिकारी, 213 कनिष्ठ सहायक, लेखा लिपिक, मंडी पर्यवेक्षक (श्रेणी-2), मंडी निरीक्षक, 15 ड्राफ्ट्समैन/कार्टोग्राफर तथा 37 मानचित्रकारों सहित 1,036 लोगों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। ये नियुक्तियां उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा संचालित पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से की गई हैं।

नवनियुक्त व्यक्ति चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, मंडी परिषद, मत्स्य विभाग, आर्थिक एवं सांख्यिकी प्रभाग, सहकारिता विभाग, नगर एवं ग्राम नियोजन, पर्यटन विभाग, लघु सिंचाई एवं संस्थागत वित्त सहित विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं देंगे।

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