MP: नीट, नर्सिंग घोटाले मामले में सीएम हाउस घेरने निकले NSUI कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने आँसू गैस के गोले दागे!

प्रदर्शनकारियों को सीएम हाउस का घेराव करने से रोकने के लिए पुलिस ने कांग्रेस कमेटी से रेडक्रास हॉस्पिटल चौराहे के बीच 100 मीटर के दायरे में थ्री लेयर बेरीकेडिंग की थी।
MP: नीट, नर्सिंग घोटाले मामले में सीएम हाउस घेरने निकले NSUI कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने आँसू गैस के गोले दागे!
Published on

भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार को नर्सिंग घोटाले, नीट पेपर लीक के विरोध में एनएसयूआई ने बड़ा प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता दोपहर में सीएम हाउस घेरने के लिए निकले। इस दौरान कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने वाटर कैनन चलाई, और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए।

एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी के नेतृत्व में एनएसयूआई का यह प्रदर्शन भोपाल से लेकर दिल्ली तक किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने इंदौर से भोपाल तक पैदल यात्रा निकाली और युवाओं से मुलाकात की। भोपाल पहुंची इस यात्रा ने सीएम हाउस का घेराव करने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। पुलिस ने लाठियां भांज कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया।

बता दें कि सोमवार सुबह से ही एनएसयूआई कार्यकर्ता पीसीसी ऑफिस पर इक्क्ठा हो रहे थे, दोपहर में सभा के बाद पैदल मार्च करते हुए सीएम हाउस का घेराव करने निकले। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, इस दौरान पुलिस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प हो गई। पुलिस ने प्रदर्शन को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इस प्रदर्शन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी शामिल हुए।

मंत्री सारंग के इस्तीफे की मांग

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, "NEET एवं नर्सिंग घोटाले में हुई धांधली के विरोध में इंदौर से भोपाल तक पैदल यात्रा कर रहे युवा साथियों से मुलाकात की, बीजेपी सरकार द्वारा रचे गए नर्सिंग घोटाले ने प्रदेश के करीब 5 लाख बच्चों के भविष्य का नरसंहार किया है! मुख्यमंत्री जी, युवाओं की वेदना सुनिए और अपने मंत्री को बचाने के बजाए इस्तीफा लेकर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बंद कीजिए."

इधर, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश में युवाओं में हताशा है। हर परीक्षा में घोटाला हो रहा है। नर्सिंग परीक्षा में भी बड़ा घोटाला सामने आया है। सरकार फर्जी कॉलेज की परमीशन दे रही है। सरकार विश्वास सारंग पर कार्रवाई क्यों नहीं करना चाह रही। क्या विश्वास सारंग से मुख्यमंत्री डरते हैं। ऐसे भ्रष्टाचारी मंत्री को अपने साथ क्यों रखे हैं। इसका जवाब मुख्यमंत्री दें।

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को सीएम हाउस का घेराव करने से रोकने के लिए पुलिस ने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी से रेडक्रास हॉस्पिटल चौराहे के बीच 100 मीटर के दायरे में थ्री लेयर बेरीकेडिंग की थी। पुलिस के मुताबिक प्रदर्शनकारियों को सबसे पहले पुलिस अमला रोकेगा। प्रदर्शनकारियों के पुलिस बल के सुरक्षा घेरे को तोड़कर आगे बढ़ने पर लोहे के बेरीकेड लगाए गए हैं। इन बेरीकेड के पीछे वाटर कैनन मशीन और दमकलों को तैनात किया गया है। ताकि प्रदर्शनकारियों को पानी की बौछार फेंककर सीएम हाउस की ओर जाने से रोका जा सके।

क्या है नर्सिंग घोटाला?

साल 2020-21 में कोरोना काल के दौरान कुछ अस्पताल खोले गए थे। इसी की आड़ में कई नर्सिंग कॉलेज भी खोल दिए गए थे। कॉलेज खोलने के लिए मेडिकल यूनिवर्सिटी और चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा बनाए नियमों के मुताबिक नर्सिंग कॉलेज खोलने के लिए 40 हजार स्क्वेयर फीट जमीन का होना जरूरी होता है। साथ ही 100 बिस्तर का अस्प्ताल भी होना आवश्यक है। इसके बाबजूद प्रदेश में दर्जनों ऐसे नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी गई, जो इन नियमों के अंर्तगत नहीं थे। इसके बाद भी इन्हें मान्यता दे दी गई।

याचिकाकर्ता और जबलपुर हाई कोर्ट में वकील विशाल बघेल ने ऐसे कई कॉलेज की तस्वीरें और जानकारी कोर्ट को सौंपी थी। इसमें बताया कि कैसे कॉलेज के नाम पर घोटाला चल रहा है। हाई कोर्ट ने इस मामले को देखते हुए नर्सिंग कॉलेज में होने वाली परीक्षाओं पर रोक लगा दी थी। इसके बाद, बीते तीन वर्षों से नर्सिंग कॉलेजों में परीक्षा नहीं हुई है। परीक्षा नहीं होने की वजह से छात्र परेशान हैं। अब यही छात्र आंदोलन कर सरकार से जनरल प्रोमोशन की मांग कर रहे है। छात्रों का कहना है कि यदि कॉलेजों ने गलत किया है तो इसकी सजा छात्रों को क्यों मिल रही है।

MP: नीट, नर्सिंग घोटाले मामले में सीएम हाउस घेरने निकले NSUI कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने आँसू गैस के गोले दागे!
मध्य प्रदेश: सात साल से धूल खा रहा पदोन्नति में आरक्षण नियम, 60 हजार एससी/एसटी कर्मचारी प्रभावित!
MP: नीट, नर्सिंग घोटाले मामले में सीएम हाउस घेरने निकले NSUI कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने आँसू गैस के गोले दागे!
MP के राज्य मंत्री पर फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनाने का आरोप, हाईकोर्ट में याचिका दायर
MP: नीट, नर्सिंग घोटाले मामले में सीएम हाउस घेरने निकले NSUI कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने आँसू गैस के गोले दागे!
MP के 70 हजार अतिथि शिक्षक बेरोजगार! नए सत्र का एक महीना बीता, भर्ती का आदेश नहीं हुआ जारी

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com