भोपाल। मध्य प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित विधानसभा सीट अमरवाड़ा में गुरुवार देर रात भाजपा ने पूर्व विधायक कमलेश शाह को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। लेकिन कांग्रेस ने अब तक यहां से उम्मीदवार तय नहीं किया है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) भी उप चुनाव में भाग लेगी। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है।
अमरवाड़ा सीट पर उप चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने 14 जून से 21 जून तक नामांकन भरने का समय तय किया है। नामांकन पत्रों की जांच का काम 24 जून को होगा और 26 जून तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसके 15 दिन बाद 10 जुलाई को अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर वोटिंग होगी और 13 जुलाई को मतगणना के बाद परिणाम आ जाएंगे।
दरअसल, कमलेश शाह अमरवाड़ा सीट से पूर्व में कांग्रेस से 3 बार के विधायक रह चुके है, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देकर बीजेपी जॉइन कर ली थी। उनके भाजपा में जाने के बाद यह सीट खाली हुई है।
साल 2023 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा ने मोनिका बट्टी को टिकट दिया था जो अपने स्वर्गीय पिता मनमोहन शाह बट्टी की अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुई थी। उस समय कमलेश शाह कांग्रेस से चुनाव लड़े थे। वह मोनिका बट्टी को बड़े अंतर से चुनाव हराकर विधायक बने थे।
द मूकनायक से बातचीत में मोनिका बट्टी ने कहा कि भाजपा ने उन्हें सम्मान दिया है। पिछली बार विधानसभा का टिकट भी दिया था। मोनिका ने कहा- "पार्टी कहेगी तो अमरवाड़ा में भाजपा के लिए प्रचार करूंगी। भाजपा में हर कार्यकर्ता के बारे में चिंता की जाती है, शायद पार्टी ने मेरे लिए कुछ और अच्छा सोच रखा हो।"
कांग्रेस के भीतर प्रत्याशी की चयन के लिए मंथन जारी है। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस यहां से गैर राजनैतिक सामाजिक क्षेत्र में एक्टिव किसी गौंड जनजाति के व्यक्ति को टिकट दे सकती है। इसके अलावा गोंडवाना संगठन से जुड़ाव रखने वाले किसी सामाजिक कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। कांग्रेस सोमवार तक इस सीट के प्रत्याशी का ऐलान कर सकती है।
अमरवाड़ा सीट से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) ने भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। इसके लिए पार्टी में उम्मीदवार के नाम के लिए मंथन चल रहा है। द मूकनायक प्रतिनिधि से बातचीत में, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इरफान मलिक ने कहा- "हम अमरवाड़ा सीट से चुनाव लड़ेंगे। 15 जून को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रत्याशी का नाम तय कर लिया जाएगा। हम पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।"
बुधनी से विधायक पूर्व मुख्यमंत्री और अब केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के विदिशा लोकसभा सीट से चुने जाने के कारण यहां भी उपचुनाव होगा। इसी तरह चुनाव से पहले छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट से विधायक कमलेश शाह ने त्यागपत्र देकर भाजपा की सदस्यता ले ली थी। यह सीट रिक्त घोषित होने के बाद यहां चुनाव होने हैं।
उधर, विजयपुर से कांग्रेस के विधायक रामनिवास रावत और बीना सीट से विधायक निर्मला सप्रे को लेकर असमंजस की स्थिति है। लोकसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता लेने की घोषणा हुई थी। उन्होंने मुरैना में भाजपा के पक्ष में काम भी किया। इसी तरह बीना सीट से विधायक निर्मला सप्रे ने भी मुख्यमंत्री की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ले ली थी पर दोनों ने अब तक विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र नहीं दिया है। कांग्रेस अब दोनों को अपने साथ नहीं रखना चाहती है, इसलिए विधिक स्थिति का परीक्षण करके विधानसभा के एक जुलाई से होने वाले मानसून सत्र के पहले विधानसभा की सदस्यता समाप्त करने के लिए आवेदन दे सकती है।
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