भोपाल। मध्य प्रदेश में सोमवार को सीएम के नाम के चयन के लिए बीजेपी की विधायक दल की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विधायकों ने मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाई है। मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं और पिछड़ा वर्ग से आते हैं। वह शिवराज सिंह चौहान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे हैं। उन्होंने लगातार तीसरी बार विधायकी का चुनाव जीता है। इसके अलावा शिवराज सरकार में रहे वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा और जनसंपर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ला को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है।
विधायक दल की बैठक में जब डॉ. मोहन यादव के नाम का ऐलान किया गया तो मंच पर वह पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के पांव छूते देखे गए और शिवराज सिंह ने आत्मीयता के साथ सिर पर हाथ रखकर उन्हें आशीर्वाद दिया। मोहन यादव मध्य प्रदेश में बीजेपी का बड़ा ओबीसी चेहरा हैं। मोहन यादव संघ की पहली पसंद हैं। इस पूरे मामले में कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री से लेकर उप मुख्यमंत्री के चयन में संघ की चली है।
मोहन यादव का राजनीतिक करियर एक तरह से 1984 में शुरू हुआ जब उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को ज्वाइन किया। वह आरएसएस में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने 2013 में उज्जैन दक्षिण से चुनाव लड़ा था और लगातार तीसरे चुनाव में यहां से विधायक निर्वाचित हुए हैं। इस बार उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी चेतन प्रेमनारायण यादव को 12941 वोटों से हराया था। मोहन यादव को 95699 वोट मिले थे।
मोहन यादव का नाम सीएम पद की रेस में कहीं नहीं था, लेकिन विधायक दल की बैठक में उनके नाम की घोषणा की गई। वह 2004 से पहले 2010 तक उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे हैं, जबकि 2011 से 2013 तक एमपी राज्य पर्यटन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है।
इस बार भाजपा विधायक दल ने दो उप मुख्यमंत्री का चयन किया है। शिवराज सरकार में वित्त मंत्री रहे जगदीश देवड़ा दलित समाज से आते हैं, उन्हें उप मुख्यमंत्री के लिए चुना गया है। 1993 में बीजेपी ने उन्हें चुनाव लड़ने का मौका दिया। पहली बार में ही वह चुनाव जीत गए और विधायक बन गए। इसके बाद विधानसभा में कई समितियों के सदस्य रहे। 2003 में जब चुनाव जीते तो एमपी सरकार में राज्य मंत्री बने। 2008 के विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद वह कैबिनेट मंत्री बन गए। वह 2018 में चुनाव जीते और फिर वित्त मंत्री बने।
इसके साथ ही विंध्य क्षेत्र से आने वाले राजेन्द्र शुक्ला को डिप्टी सीएम बनाया गया है। शुक्ला चार बार मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर रह चुके हैं। रीवा क्षेत्र के शुक्ला ने पहली बार 2003 में बीजेपी के टिकट पर ही चुनाव जीता था। इसके बाद कभी उन्होंने हार का मुंह नहीं देखा। अब तक वह पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। सबसे पहले उमा भारती सरकार में मंत्री बनाए गए थे। इस बार भाजपा ने जातीय समीकरण को साधते हुए ओबीसी चेहरे मोहन यादव को मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति के जगदीश देवड़ा और ब्राह्मण समाज से राजेन्द्र शुक्ला को उप मुख्यमंत्री बनाया है।
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