नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में इस बार भी लेफ्ट यूनाइटेड पैनल का दबदबा कायम रहा। रविवार देर रात को मतगणना पूरी होने पर छात्रसंघ चुनाव के अंतिम नतीजे जारी किए गए जिसमें अध्यक्ष पद धनंजय, उपाध्यक्ष पद पर अविजीत घोष, जनरल सेक्रेटरी पद पर प्रियांशी आर्या और जॉइंट सेक्रेटरी पद पर मोहम्मद साजिद ने जीत दर्ज की है।
अध्यक्ष पद पर 922 वोटों से जीते आइसा के धनंजय
अध्यक्ष पद पर लेफ्ट यूनाइटेड के पैनल से जीत हासिल करने वाले ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के धनंजय ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के उमेश चंद्र अजमीरा को 922 वोटों के अंतर से हराया है। इस चुनाव में धनंजय को 2598 वोट मिले हैं, जबकि उमेश चंद्र अजमीरा को 1676 वोट मिले हैं।
जेएनयू छात्रसंघ के नव-निर्वाचित अध्यक्ष धनंजय मूलरूप से बिहार के गया जिले के रहने वाले हैं और वो दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उनके संगठन आइसा के मुताबिक 27 साल बाद दलित समाज का कोई छात्र जेएनयू छात्रसंघ का अध्यक्ष बना है।
उपाध्यक्ष पद पर भी 926 वोटों का अंतर
उपाध्यक्ष पद पर लेफ्ट यूनाइटेड के बैनर तले चुनाव लड़ने वाले स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के अविजीत घोष ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एबीवीपी की दीपिका शर्मा को 926 वोटों से हराया है। अविजीत को कुल 2409 मिले हैं जबकि दीपिका को 1482 वोट मिले हैं।
सेंट्रल पैनल में पहली बार जीती बापसा की उम्मीदवार
जनरल सेक्रेटरी के पद पर बिरसा आंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन (बापसा) की प्रियांशी आर्या ने जीत दर्ज की है। प्रियांशी ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एबीवीपी के अर्जुन आनंद को 926 वोटों के अंतर से हराया है। प्रियांशी को कुल 2887 वोट मिले हैं तो वहीं अर्जुन को 1961 वोट ही मिल पाए। यह पहली बार है जब सेंट्रल पैनल में बापसा के किसी उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। इसके साथ ही जनरल सेक्रेटरी का चुनाव जीतने वाली प्रियांशी आर्या पहली दलित क्वीयर महिला है जिन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।
बता दें कि जनरल सेक्रेटरी के पद पर लेफ्ट यूनाइटेड की तरफ से पहले स्वाति सिंह को उम्मीदवार बनाया गया था, लेकिन मतदान से महज 7 घंटे पहले चुनाव समिति की ओर से उनका नामांकन रद्द कर दिया गया था। ऐसे में लेफ्ट यूनाइटेड की तरफ से जनरल सेक्रेटरी के पद पर बापसा की उम्मीदवार प्रियांशी आर्या को समर्थन दिया गया और उन्होंने बड़े अंतर से इस पद पर जीत हासिल की।
जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर 508 वोटों से एबीवीपी को हराया
सेंट्रल पैनल में जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर लेफ्ट यूनाइटेड के उम्मीदवार ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन (एआईएसएफ़) के मोहम्मद साजिद ने जीत दर्ज की है। उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एबीवीपी के गोविंद दांगी को 508 वोटों से हराया है। उनको चुनाव में 2574 वोट मिले हैं, जबकि गोविंद दांगी को 2066 वोट मिले हैं। इसके अलावा अलग-अलग सेंटर्स में काउंसलर्स के 40 पदों में से ज्यादातर पर लेफ्ट का ही दबदबा रहा।
इस बार के चुनाव में हुई 73 फीसदी की रिकॉर्ड वोटिंग
जेएनयू में शुक्रवार, 22 मार्च को हुए मतदान में 73 फीसदी की रिकॉर्ड वोटिंग हुई जो कि पिछले 12 वर्षों के इतिहास में सर्वाधिक है। इससे पहले 2019 में छात्रसंघ के चुनाव हुए थे जिसमें 67.9 फीसदी वोटिंग हुई थी। उस समय भी सेंट्रल पैनल के चारों पदों पर लेफ्ट यूनाइटेड के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी। जिसमें यूनाइटेड लेफ्ट की ओर से स्टूडेंट फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडिया की आइशी घोष अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुईं थीं।
इसके बाद कोविड महामारी और अन्य कारणों का हवाला देते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन लगातार छात्रसंघ चुनावों को टालता रहा। आखिर चार साल के लंबे इंतज़ार के बाद जेएनयू के छात्रों को अपने प्रतिनिधि चुनने का मौका मिला है।
इस बार जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी कि लेफ्ट का गढ़ कहे जाने वाले जेएनयू में एबीवीपी कांटे की टक्कर देगी और चुनाव परिणाम अपने पक्ष में कर लेगी लेकिन चुनाव के बाद तस्वीर इसके बिलकुल विपरीत है। हालांकि, एबीवीपी का वोट प्रतिशत पहले की तुलना में काफी बढ़ा है लेकिन लेफ्ट के मुकाबले एबीवीपी को बहुत कम वोट मिले हैं और उसकी बुरी तरह से हार हुई है।
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