रांची- हेमंत सोरेन 26 नवंबर को एक बार फिर सीएम पद की शपथ ले सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक इस समारोह में ममता बनर्जी, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, तेजस्वी यादव, दीपांकार भट्टाचार्य शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक सोरेन शाम 4 बजे रांची स्थित राजभवन जाकर इस्तीफा सौपेंगे और झारखंड में फिर से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। सूत्रों की मानें तो मंत्री पद को लेकर फॉर्मूला भी तय कर लिया गया है।
नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 26 नवंबर को रांची स्थित मोरहाबादी मैदान में हो सकता है। शपथ ग्रहण समारोह में इंडिया ब्लॉक के साथी शामिल हो सकते हैं। इस बीच इंडिया ब्लॉक के भीतर सरकार बनाने की कोशिशें तेज हो गई है। आज ही ब्लॉक के नव निर्वाचित विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री आवास पर बुलाई गई है। जिसमें सोरेन को विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
23 नवंबर को झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए। जिसमें एक बार फिर सत्ताधारी गठबंधन पर लोगों ने आस्था जताई। 81 में से 56 सीटें इंडिया ब्लॉक के खाते में गई जबकि एनडीए को 24 और अन्य के खाते में 1 सीट गई है। जेएमएम ने सबसे ज्यादा 34 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस ने 16, राजद ने 4 और कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी - लेनिनवादी) (लिबरेशन)- सीपीआई (एमएल) (एल) ने 2 सीटों पर कब्जा जमाया। एनडीए गठबंधन को झारखंड चुनाव में नुकसान उठाना पड़ा है। एनडीए को कुल 24 सीटें मिली। जिसमें बीजेपी ने 21, आजसू, जेडीयू और लोजपा रामविलास ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की है।
इधर इंडिया ब्लाक की जीत पर झारखंड कैबिनेट मंत्री एवं दिग्गज कांग्रेस नेता डॉ. रामेश्वर उरांव ने रविवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। कांग्रेस विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस नेता रामेश्वर उरांव ने कहा कि देश, राज्य और राज्य के लोग देख रहे हैं कि 'इंडी' गठबंधन की पार्टियां प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की हैं। हम प्रचंड बहुमत से आए हैं और 81 में से 56 सीटों को जीते हैं।
इस बार चुनाव में जीत ऐतिहासिक रही। सरकार गठन को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि सबसे पहले विधायक दल का नेता चुनना है। हेमंत सोरेन विधायक दल के नेता चुने जाएंगे। इसके बाद गठबंधन के सरकार बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। गठबंधन की सरकार में कांग्रेस की दावेदारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम चार लोग हैं और उसी की दावेदारी रहेगी।
कांग्रेस का उपमुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि शीर्ष नेता इसका फैसला करेंगे। चुनावी मुद्दे पर उन्होंने कहा कि विपक्ष को बोलने का पूरा अधिकार है और वो बोलते रहे। लेकिन उनके मुद्दे जमीनी नहीं थे, वो हमेशा हवाई किला बनाते रहे। इसलिए स्थिति यह बनी की लोगों ने उनको नकार दिया। मुफ्त योजना के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह कोई रेवड़ी नहीं है, बल्कि हम जनता को आर्थिक रूप से मजबूत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम गरीबों का आय बढ़ा रहे हैं। जिस घर पहले आय न के बराबर था, वहां पर पेंशन के माध्यम से हम 5,000-6,000 दे रहे हैं, तो लोग इससे खुश हैं और हम लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत कर रहे हैं।
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