नई दिल्ली। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कल यानी बुधवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। सोरेन के इस्तीफे के बाद अब 67 वर्षीय चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। चंपई सोरेन सरायकेला के विधायक हैं और साथ ही वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के उपाध्यक्ष भी हैं।
झारखंड विधानसभा में विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद चंपई सोरेन ने कहा कि हम झारखंड के गौरव की रक्षा के लिए काम करना जारी रखेंगे। हमने राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया है। हमारे पास 47 विधायकों का समर्थन है। आपने देखा कि आदिवासियों की आवाज को वर्षों से कैसे दबाया गया है।
बता दें कि कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बुधवार को घंटों तक पूछताछ की थी। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, प्रदेश के पूर्व सीएम की गिरफ्तारी के बाद आज आदिवासी संगठन ने झारखंड बंद करने का ऐलान किया है।
झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी द्वारा अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। उनके वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका स्वीकार कर ली है। इस मामले की सुनवाई अब 2 फरवरी को होगी।
वहीं, इस बीच खबर आ रही है कि हेमंत सोरेन के इस्तीफा देते ही भाजपा मौका भुनाने में लग गई है। साथ ही झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि, इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
हेमंत सोरेन ने कल ईडी द्वारा अपनी गिरफ्तारी से पहले एक वीडियो जारी कर राज्य की जनता को संदेश दिया था। उन्होंने कहा, "संभवतः ईडी मुझे आज गिरफ्तार करेगी, लेकिन मुझे चिंता नहीं है क्योंकि मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं। संघर्ष हमारे खून में है। हम संघर्ष करेंगे, लड़ेंगे और जीतेंगे। पूरे दिन की पूछताछ के बाद, उन्होंने मुझे गिरफ्तार करने का फैसला किया, जिनका मुझसे कोई संबंध नहीं है। अभी तक उनके पास कोई सबूत नहीं मिला है। उन्होंने मेरे दिल्ली आवास पर छापेमारी कर मेरी छवि खराब करने की भी कोशिश की। गरीबों, आदिवासियों पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ अब हमें नई लड़ाई लड़नी होगी। हमें गरीब, दलित, आदिवासी, पिछड़ों और निर्दोषों लोगों की आवाज बुलंद करनी होगी और ऐसे सामंती विचारों और तंत्रों के खिलाफ संघर्ष करना होगा जो इनके ऊपर अत्याचार करते हैं।" उन्होंने कहा, "जाली कागज बनाकर और फर्जी शिकायत के आधार पर मुझे आज गिरफ्तार करने का एक षड्यंत्र रचकर ये कामयाब हो रहे हैं, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है आज नहीं तो कल सत्य की विजय होगी।"
वहीं हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी के बाद देर रात अपने सोशल मीडिया हैंडल ट्विटर (एक्स) पर अटल बिहारी वाजपेयी की कविता को अपने तरीके से लिखते हुए साझा किया। उन्होंने लिखा- यह एक विराम है जीवन महासंग्राम है हर पल लड़ा हूँ, हर पल लड़ूँगा पर समझौते की भीख मैं लूँगा नहीं, क्या हार में, क्या जीत में किंचित नहीं भयभीत मैं। लघुता न अब मेरी छुओ तुम हो महान, बने रहो। अपने लोगों के हृदय की वेदना मैं व्यर्थ त्यागूँगा नहीं हार मानूँगा नहीं...जय झारखण्ड!
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