नई दिल्ली: मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में 2023 विधानसभा चुनावों के नतीजे लगभग स्पष्ट हो गए हैं. अब तक सामने चुनावी नतीजों के मुताबिक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में बीजेपी सत्ता में आती दिख रही है, जबकि तेलंगाना में कांग्रेस बीआरएस से सत्ता हासिल करने में कामयाब होते दिख रही है। विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे आज शाम तक घोषित होंगे.
भाजपा नेताओं ने तीन राज्यों में पार्टी की स्पष्ट जीत दिखाने वाले सकारात्मक रुझानों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व, अमित शाह की रणनीति और पार्टी की कल्याण नीतियों को श्रेय दिया।
इस साल पांच राज्यों - मिजोरम, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में चुनाव हुए, जिसे 2024 के लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है। हालाँकि, भारत के चुनाव आयोग ने मिजोरम के लिए वोटों की गिनती की तारीख को संशोधित किया है, जहाँ 7 नवंबर को मतदान हुआ था। जबकि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान हुआ था। राजस्थान और तेलंगाना में क्रमशः 25 नवंबर और 30 नवंबर को एक ही चरण में मतदान हुआ था। छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर और 17 नवंबर को मतदान हुआ था.
ओपीएस के साथ कल्याणकारी योजनाओं की गारंटी भी नहीं दे पाई कांग्रेस का साथ
विधानसभा चुनाव की मतगणना की शुरुआत के साथ ही प्रदेश में भाजपा के लिए सिंहासन के रास्ता साफ होता चला गया। यहां जहां भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज हो रही है। वहीं कांग्रेस बुरी तरह पिछड़ गई है। यहां खास बात यह है कि तीसरे मोर्च के रूप में चुनावी मैदान में उतर कर आई बसपा, आसपा, बीएपी, आरएलपी जैसे पार्टियों की परिणाम के बाद हवा निकल गई। जिस तरह इन पार्टियों ने परिणाम से पहले सत्ता की चाबी अपने पास होने का दावा किया था वो दावा अब हवा-हवाई होता नजर आया। यहां आरएलपी, बीएपी व बसपा का आंकड़ा पार नहीं कर पाई। आसपा का खात भी नहीं खुला।
भारतीय जनता पार्टी में बहुमत के बाद अब सीएम को लेकर कशमकश शुरू हो गई है। सीएम पद के दावेदार पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और राजेन्द्र राठौड़ हार गए। हालाँकि, अब वसुंधरा राजे और दीयाकुमारी के बीच से किसी एक चेहरे पर चर्चा हो रही है। वहीं भाजपा के सूत्रों की माने तो भाजपा सीएम के लिए तिजारा से जीते बाबा बालक नाथ और आदिवासी चेहरे के रूप में सवाईमाधोपुर से जीते डॉ. किरोड़ी लाल मीना पर भी मंथन करती दिखाई दे रही है। राजस्थान में कुल 199 सीटों पर, भाजपा 115, कांग्रेस 70, बीएपी 3, बीएसपपी 2 व निर्दलीय 7 सीटों पर जीत लगभग तय मानी जा रही है।
आमेर सीट से भाजपा के सतीश पूनिया, चित्तौडगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री भैरोसिंह शोखवत के दामाद नरप सिंह राजवी, तारा नगर से राजेन्द्र राठौड़ हार गए.
खाजूवाला - गोविन्द राम मेघवाल
कोलायत - भंवर सिंह भाटी
सपोटरा - रमेश मीणा
लालसोट - प्रसादीलाल मीणा
डीग-कुम्हेर - विश्वेन्द्र सिंह
सिविल लाइंस - प्रताप सिंह खाचरियावास
सिकराय - ममता भूपेश
बानसूर - शकुंतला रावत
कोटपुतली - राजेंद्र यादव
कोलायत - भंवर सिंह भाटी
बीकानेर पश्चिम - बीडी कल्ला
अंता- प्रमोद जैन भाया
तीसरा मोर्चा- बीएपी के उमेश मीना से भाजपा के गोपीचंद मीना हारे। बाड़ी से बहुजन सामज पार्टी के जसवंत सिंह गुर्जर ने भाजपा के गिर्राज सिंह मलिंगा को मात दी। मलिंगा को कांग्रेस से नकारने के बाद भाजपा ने टिकट दिया था। भरतपुर से आरएलडी के डॉ. सुभाष गर्ग जीते। यहां आरएलडी व कांग्रेस का गठबंधन था। चौरासी सीट से बीएपी के राजुकुमार रोत भी जीते।
पीएम मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी राजस्थान में 113 विधानसभा सीटों पर शानदार बढ़त हासिल करते हुए भारी बहुमत की ओर बढ़ रही है। जीत अब सिर्फ एक सवाल पर सिमट गई है। राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? भाजपा द्वारा पार्टी की दिग्गज नेता वसुंधरा राजे को दरकिनार करने के बाद, क्या अब दीया कुमारी अशोक गहलोत से राज्य की कमान संभालेंगी। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि दीया कुमारी के नाम पर विचार किया जा रहा है. विद्याधर नगर सीट पर 1 लाख से ज्यादा वोटों से आगे चल रहीं दीया कुमारी से जब सीएम पद स्वीकार करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी ही आगे की रणनीति तय करेगी.
राजस्थान में बीजेपी की नेता वसुंधरा राजे ने चुनाव के परिणामों में उनकी पार्टी की जीत पर कहा कि जनता ने कांग्रेस के कुशासन को नकार दिया है. राजे झालरापाटन सीट से जीत गई हैं. रुझानों में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने के बीच राजे ने कहा कि राजस्थान की ये शानदार जीत हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मंत्र 'सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सबका प्रयास' की जीत है. उनकी दी हुई 'गारंटी' की जीत है. यह जीत हमारे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी की रणनीति की जीत है और यह जीत हमारे (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा के कुशल नेतृत्व की जीत है.
खबर लिखे जाने तक मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की वापसी होती दिख रही है। रुझानों को देखते हुए बीजेपी के पार्टी दफ्तरों में जश्न की तैयारी भी होने लगी है। कुल 230 सीटों पर, भाजपा 167 सीटों पर है वहीं कांग्रेस 62 और अन्य के खाते में एक सीट गई है। सूबे में 17 नवंबर को वोटिंग हुई थी। मध्य प्रदेश के दिग्गज नेताओं की बात करें तो सीएम शिवराज (बुधनी सीट से) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (छिंदवाड़ा से) चुनावी मैदान में हैं। इसके साथ ही बीजेपी ने अपने दिग्गज नेताओं को भी उम्मीदवार बनाया था। इसमें नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते शामिल हैं, तीनो केंद्रीय मंत्री में से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते हार गए।
ग्वालियर अंचल की हाई प्रोफाइल सीट दिमनी से भाजपा प्रत्याशी सांसद नरेंद्र सिंह तोमर 24429 वोटों से जीत गए हैं। उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी बसपा प्रत्याशी बलवीर दंडोतिया रहे। 19 राउंड पूरे होने के बाद 24429 वोटों से वे चुनाव जीते हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर 1 सीट से चुनाव जीत गए हैं वहीं उन्हें सलाह देने वाले कांग्रेस के सज्जन सिंह वर्मा देवास के सोनकच्छ से चुनाव हार गए हैं। राजेश सोनकर 23517 वोट से जीते हैं। देवास बागली से भाजपा छोड़कर कांग्रेस में दीपक जोशी भी 3772 वोट से हार गए हैं। बता दें कि, सज्जन सिंह वर्मा ने दो ट्रक नोट आने का आरोप लगाया था। देवास जिले की सोनकच्छ सीट से चुनाव लड़ रहे पूर्व मंत्री व कांग्रेस प्रत्याशी सज्जन सिंह वर्मा भाजपा के राजेश सोनकर से 23,517 वोटों से हार गए हैं। वर्मा ने हाल ही में भाजपा पर खरीद फरोख्त के लिए दो ट्रक नोट बुलवाने का आरोप लगाया था।
भारत आदिवासी पार्टी ने रतलाम जिले की सैलाना सीट जीतकर मध्य प्रदेश में अपनी पहली जीत दर्ज की। चुनाव आयोग के अनुसार, पार्टी के कमलेश्वर डोडियार ने सैलाना निर्वाचन क्षेत्र में निकटतम प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार हर्ष विजय गहलोत को 4,618 मतों के अंतर से हराया। यह पहली बार है कि राजस्थान में मुख्यालय वाली भारत आदिवासी पार्टी ने मध्य प्रदेश के किसी चुनाव में जीत दर्ज की है। रतलाम की सैलाना सीट राजस्थान की सीमा पर स्थित है।
ग्वालियर के डबरा विधानसभा कांग्रेस के सुरेश राजे 695 वोट से 11वें राउंड में आगे बने हुए हैं। ग्रामीण विधानसभा दसवें राउंड में बीजेपी से भारत सिंह कुशवाह 600 वोट से आगे। दक्षिण विधानसभा- बीजेपी से नारायण सिंह कुशवाह 5132 वोट से दसवें राउंड में आगे। पूर्व विधानसभा- कांग्रेस से डॉ. सतीश सिकरवार 4666 वोटों से 12वें राउंड में आगे बमोरी से भाजपा प्रत्याशी महेंद्र सिंह सिसोदिया हार चुके हैं। वे शिवराज सरकार में मंत्री थे। यहां ऋषि अग्रवाल से चुनौती थी। वहीं भोपाल की हुजूर सीट से भाजपा के रामेश्वर शर्मा करीब 1 लाख से जीत गए।
छत्तीसगढ़ में सभी 90 सीटों के परिणाम लगभग तय हैं. इनमें से 39 सीट आरक्षित है. 39 में से 29 सीट अनुसूचित जनजाति (ST) और 10 सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए रिजर्व हैं. अब यह साफ हो गया है कि यहां सत्ता बदलने जा रही है। भूपेश बघेल की विदाई तय हैं। बीजेपी से मुख्यमंत्री कौन होगा यह अभी साफ नहीं हो सका है। कुल 90 विधानसभा सीटों पर बीजेपी के खाते में 56 और कांग्रेस के पाले में 34 सीटें ही आईं हैं.
छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहां तीन महीने पहले तक खुद बीजेपी के नेता इस बात को अंदर ही अंदर स्वीकार्य कर चुके थे कि इस बार कम से कम वह सत्ता में नहीं लौट रहे हैं। कांग्रेस हर बार 75 से अधिक सीटें जीतने का दावा कर रही थी। लेकिन चुनाव परिणाम एकदम उलट आए।
तेलंगाना में जारी वोटों की गिनती के दौरान कांग्रेस तेलंगाना में सत्तारूढ़ बीआरएस से आगे निकल रही है और 63 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, के. चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति 41 सीटों पर आगे है. यहां तक कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव कामारेड्डी सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रेवंती रेड्डी से पीछे चल रहे हैं. उन्होंने दो सीटों से चुनाव लड़ा था.
तेलंगाना में कुल 119 विधानसभा सीटों में कांग्रेस को 64, बीआरएस को 40, भाजपा को 8, एआईएमआईएम को 7 सीटें प्राप्त हुईं हैं.
निवर्तमान विधानसभा में बीआरएस के 101 सदस्य हैं, एआईएमआईएम के 7, कांग्रेस के 5, बीजेपी के 3. ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के पास एक विधायक है. एक स्वतंत्र है जबकि एक पद रिक्त है.
इस दक्षिणी राज्य में सरकार बनाने के लिए साधारण बहुमत का आंकड़ा 60 सीटें है. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) 2014 से सत्ता में है, जब तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिया गया था और उसने 2018 का चुनाव भी जीता था और उसे हैट्रिक की उम्मीद थी. कांग्रेस ने लगभग एक दशक पुरानी सत्ताधारी पार्टी को सत्ता से हटाने के उद्देश्य से एक उत्साही चुनाव अभियान चलाया था, जबकि भाजपा ने भी सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ बिना किसी रोक-टोक के हमला किया था.
चुनाव नतीजों को लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है कि जनता-जनार्दन को नमन! मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणाम बता रहे हैं कि भारत की जनता का भरोसा सिर्फ और सिर्फ सुशासन और विकास की राजनीति में है, उनका भरोसा बीजेपी में है. मैं उन्हें भरोसा देता हूं कि आपके कल्याण के लिए हम निरंतर अथक परिश्रम करते रहेंगे.
चुनाव परिणामों को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश की यह प्रचंड जीत मोदी जी के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार की कल्याणकारी नीतियों और सुशासन पर जनता की मुहर है. जनता का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने चुनाव नतीजों पर कहा, "मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान का जनादेश हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं - विचारधारा की लड़ाई जारी रहेगी. तेलंगाना के लोगों को मेरा बहुत धन्यवाद - प्रजालु तेलंगाना बनाने का वादा हम ज़रूर पूरा करेंगे. सभी कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत और समर्थन के लिए दिल से शुक्रिया."
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया x पर लिखा कि ये ऐतिहासिक जीत पीएम मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व के साथ लोककल्याणकारी विजन और नीतियों के साथ समग्र विकास के संकल्प के प्रति के नागरिकों के अटूट विश्वास का प्रतीक है.
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