SC/ST Quota में कोटा पर डॉ किरोड़ी लाल मीणा का बड़ा बयान: " मैं डॉक्टर, विधायक, मंत्री , सांसद रह चुका हूं, भाई अफसर, भतीजा विधायक..फिर भी मैं..!

अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस पर दौसा में हुई रैली में भाजपा नेता डॉ किरोड़ी लाल मीना ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया खुलकर समर्थन.
SC/ST Quota में कोटा पर डॉ किरोड़ी लाल मीणा का बड़ा बयान: " मैं डॉक्टर, विधायक, मंत्री , सांसद रह चुका हूं, भाई अफसर, भतीजा विधायक..फिर भी मैं..!
Published on

दौसा, राजस्थान- एससी-एसटी के आरक्षण में सब कैटिगरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा 1 अगस्त को दिए गए फैसले के बाद बहुजन समुदाय में गहरा असंतोष व्याप्त है . जहाँ एकऔर भाजपा के एससी-एसटी सांसदों के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को रद्द करने के लिए आर्डिनेंस लाने की मांग की , वहीं राजस्थान के कद्दावर आदिवासी किसान नेता, पूर्व सांसद और मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीना ने सुप्रीम कोर्ट के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कोटे के अंदर कोटा को अनुमति देने को समाज हित में एकदम सही फैसला बताया.

विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर 9 अगस्त को नांगल प्यारीवास में स्थित मीणा हाईकोर्ट में आयोजित समारोह में डॉ मीणा ने कहा- जिनको आरक्षण का फायदा मिल गया उन्हें फायदा नहीं मिलना चाहिए। अब वंचितों को मिलना चाहिए.

अपनी बेबाकी के लिए प्रसिद्ध पूर्वी राजस्थान के कद्दावर नेता किरोड़ीलाल मीणा ने कहा, " मैं खुद विधायक हूं। मंत्री बन चुका हूं। सांसद रह चुका हूं। पहले डॉक्टर रह चुका हूं। मेरा भाई भी अफसर रह चुका है। भतीजा विधायक है। फिर भी मैं गरीबों को इसका लाभ नहीं मिलने दूं, तो अच्छा नहीं होगा।'

उन्होंने कहा कि नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है और एससी एसटी के नेता समाज को भ्रमित और गुमराह करने की कोशिश कर रहे है कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय समाज के हित में नहीं होगा। लेकिन, उन्होंने मैं मन से कहा कि 'मैं हनुमानजी की तरह सीना चीर कर तो नहीं दिखा सकता लेकिन पपलाज माता और मेरी मां की और कसम खाकर कहता हूं कि आरक्षण मत से कभी छेड़छाड़ नहीं होगी और सुप्रीम रहे कोर्ट का यह फैसला समाज के गरीब राज लोगों के हित में होगा।'

मैं, जसकोर मीना, हरीश मीणा, नमो नारायण मीणा, मुरारी लाल मीणा, रामकिशोर मीणा जैसे लोग जो आरक्षण की क्रीम खा रहे हैं। यदि सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू हो जाएगा तो ये क्रीम मीणा समाज के गरीब और कमजोर तबके को मिलने लग जाएगी। और जब हम हमारी आरक्षण की क्रीम हमसे छीनेगी तो हमारे पेट में दर्द होगा।
डॉ किरोड़ी लाल मीणा

करीब एक माह पूर्व मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके मीणा ने कहा कि उन्होंने राज्य कैबिनेट से इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि जिन लोगों की उन्होंने 45 साल सेवा की, उन्होंने उनकी बात नहीं सुनी। इसलिए मैंने मंत्री पद को भी ठोकर मार दी। मीणा ने साफ़ कहा कि जिन्हें पहले रिजर्वेशन का लाभ मिल चुका है उन्हें ये नहीं देकर गरीब तबके को दिया जाना न्याय संगत है . मीणा ने स्पष्ट शब्दों में इसे समाज के गरीब लोगों के हित में बताया। उन्होंने कहा कि जिनको आरक्षण का फायदा मिल गया उन्हें फायदा नहीं मिलना चाहिए। अब वंचितों को मिलना चाहिए ।

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी कुछ नेताओं ने यह अफ वाह फैलाई थी कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन गए तो आरक्षण खत्म हो जाएगा, लेकिन अटलबिहारी वाजपेयी के समय और नरेंद्र मोदी के समय आरक्षण को एक्सटेंशन किया गया है और आरक्षण आगे भी बढ़ता रहेगा लेकिन सुप्रीम कोर्ट का फैसला समाज के गरीब लोगों के हित में रहेगा। एक और तो सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एससी एसटी वर्ग के कुछ नेता इसे आरक्षित वर्ग के खिलाफ बढ़कर बयानबाजी कर रहे हैं।

किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि " मैं, जसकोर मीना, हरीश मीणा, नमो नारायण मीणा, मुरारी लाल मीणा, रामकिशोर मीणा जैसे लोग जो आरक्षण की क्रीम खा रहे हैं। यदि सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू हो जाएगा तो ये क्रीम मीणा समाज के गरीब और कमजोर तबके को मिलने लग जाएगी। और जब हम हमारी आरक्षण की क्रीम हमसे छीनेगी तो हमारे पेट में दर्द होगा। ऐसे में हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर भ्रम फैलाएंगे। मीणा ने कहा कि वे इस मामले में भी समाज के गरीब और जरूरत मंद व्यक्ति के साथ हैं। ऐसे में लोग क्रीम खाने वालो के बहकावे में नहीं आए।"

"क्रीम लेयर" को लेकर डॉ. किरोरी लाल मीना ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पढ़ें और समझें। कोर्ट क्रीम लेयर सिस्टम को लागू करना चाहती है क्योंकि लोग आरक्षण का लाभ उठाने के बावजूद 'क्रीम' का आनंद ले रहे हैं। ऐसे में, हमारे खुद के वंचित भाईयों को भी आरक्षण का अधिकार मिलना चाहिए।"

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com