नई दिल्ली। "मैंने अपनी स्वाभिमान की लड़ाई शुरू की है, इंसाफ़ मिलने तक लड़ाई लड़ती रहूँगी। इस लड़ाई में मैं पूरी तरह अकेली हूँ पर हार नहीं मानूँगी!" राज्यसभा सांसद स्वाती मालीवाल ने महज एक घंटे पहले अपने एक्स हैंडल पर एक ट्वीट कर आप पार्टी व कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाए है। मालीवाल के साथ कथित मारपीट मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल का पीए बिभव कुमार गिरफ्तार हो गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद से ही बीजेपी आम आदमी पार्टी पर और ज्यादा हमलावर है। अभी के लिए स्वाति की मेडिकल रिपोर्ट भी इस बात की तस्दीक जरूर करती है कि उनके शरीर पर चोट के निशान है, लेकिन कुछ वाजिब सवाल तो दिल्ली की पूर्व महिला आयोग की अध्यक्ष पर भी उठते हैं।
स्वाति मालीवाल के साथ 13 मई को कथित मारपीट हुई थी। उनका कहना है कि वे सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके आवास पर गई थीं। लेकिन वहां पर बिना किसी उकसावे के केजरीवाल के पीए बिभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की। 7-8 थप्पड़ मारे, लात-घूसे चलाए, सिर पटका और धक्का मुक्की तक की। स्वाति के ही मुताबिक उन्होंने सीएम आवास से ही पुलिस को फोन लगा दिया था, अपने साथ हुए अत्याचार की जानकारी भी दी।
आम आदमी पार्टी इस समय स्वाति मालीवाल को लेकर ये सवाल उठा रही हैं कि 13 मई को जब वे सीएम आवास से बाहर निकली थीं, वे लड़खड़ा नहीं रही थीं, वे तो काफी आराम से चली गई थीं। लेकिन 17 मई को जब मेडिकल हुआ, वे लड़खड़ाते हुए बाहर निकलीं। सौरभ भारद्वाज ने मीडिया के सामने भी यही सवाल उठाया है, उनके मुताबिक अगर इतनी मारपीट हुई थी, तो वे आखिर कैसे इतनी आराम से बाहर निकल गईं, तब क्यों उन्हें चलने में कोई दिक्कत नहीं हुई? अब ये सवाल भी इसलिए उठ रहा है क्योंकि अभी तक 13 मई की घटना का पूरा वीडियो सामने नहीं आया है, जो वीडियो सामने आया भी है, उसमें ऐसा कुछ नहीं दिख रहा जो स्वाति ने दावा किया है।
13 मई का जो वीडियो सामने आया है, उसमें तो स्वाति सोफे पर बैठी हुई हैं, दो कर्मचारी उनसे बात कर रहे हैं। कर्मचारी कहते सुनाई दे रहे हैं- मैडम आप बाहर चलिए, वही स्वाति कह रही हैं कि मैंने 112 पर कॉल कर दिया है, SSP को यही बुलाइए। इस पर कर्मचारी कह रहा है कि पुलिस भी तो बाहर ही आएगी, आप बाहर चलिए, आप तो पढ़े-लिखे हैं, आपके साथ हम ऐसे नहीं कर सकते हैं।
उस वीडियो के आखिर में स्वाति ने जरूर बिभव को लेकर कुछ अपशब्द बोले हैं। यानी कि जो वीडियो में अभी तक दिखा है, बिभव की कोई भूमिका सामने नहीं आई है। इस समय सभी के लिए सिर्फ उतना ही सच है जितना स्वाति मालीवाल ने बताया है। चिंता की बात ये है कि पुलिस को अभी तक उस घटना की सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल पाई है।
इस पूरे विवाद में एक सवाल पीछे छूट चुका है, आखिर स्वाति मालीवाल 13 मई को अचानक से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने आई क्यों थीं? उन्होंने जो शिकायत भी दर्ज करवाई, उसमें उस मुलाकात के कारण को लेकर कुछ भी नहीं बताया गया, ऐसे में किस उकसावे में हमला हुआ, किस उकसावे में बिभव ने कथित मारपीट की, ये साफ नहीं हो पा रहा है। अगर स्वाति के आने का कारण पता चल जाए, तो इस पूरी घटना की असल और सच्ची कहानी सभी को पता चल सकती है।
ये सवाल ज्यादा जरूरी इसलिए भी है क्योंकि स्वाति पिछले काफी टाइम से आम आदमी पार्टी के साथ ज्यादा सक्रिय दिखाई नहीं पड़ रही थीं। केजरीवाल की गिरफ्तारी से लेकर उनकी जमानत तक, किसी भी मुद्दे पर उनकी तरफ से कोई बयानबाजी नहीं हुई। ऐसे में अचानक से क्यों उन्हें केजरीवाल से मिलने की जरूरत लगी, उस मुलाकात का कारण क्या था, इसका जवाब आना जरूरी है।
स्वाति मालीवाल आम आदमी पार्टी की सांसद हैं, एक समय तो अरविंद केजरीवाल की भरोसेमंद भी मानी जाती थीं। लेकिन अब उनकी भूमिका सिर्फ महिला अधिकारों की रक्षा करने वाली एक शख्सियत तक सीमित रह गई है। उन्हें आम आदमी पार्टी में वो प्रमोशन नहीं मिला जिसकी उम्मीद उन्होंने की होगी। इसी वजह से आम आदमी पार्टी खुद ये सवाल उठा रही है- क्या स्वाति मालीवाल किसी दबाव में हैं, क्या वे इस बार बीजेपी के इशारों पर ये सबकुछ कर रही हैं? आतिशी ने जिक्र कर दिया है कि स्वाति कुछ पुराने मामलों में फंसी हुई हैं, शायद इस वजह से वे दबाव में आ गई हों और उन्होंने इस विवाद को हवा दी।
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने सीएम आवास में उनके साथ मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने ये आरोप केजरीवाल के करीबी विभव कुमार पर लगाए हैं। पार्टी के नेता संजय सिंह ने बाद में बताया था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वाति मालीवाल के साथ हुई घटना को संज्ञान में लिया है और वो इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संजय सिंह ने बताया था कि स्वाति मालीवाल सोमवार को सीएम केजरीवाल से मिलने आई थीं। वो ड्रॉइंग रूम में इंतजार कर रही थीं। तभी विभव कुमार वहां पहुंचे और उन्होंने स्वाति मालीवाल के साथ अभद्रता की। इससे पहले सोमवार को दिल्ली पुलिस ने बताया था कि स्वाति मालीवाल सिविल लाइन्स थाने आई थीं और सीएम हाउस में मुख्यमंत्री केजरीवाल के पर्सनल स्टाफ के एक सदस्य पर मारपीट का आरोप लगाया था। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बिभव कुमार के वकील राजीव मोहन ने कहा दिल्ली पुलिस तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश कर रही है। राजीव मोहन ने कहा 112 की कॉल पर दिल्ली पुलिस तुरंत रिस्पॉन्स करती है। दिल्ली पुलिस को कॉल पर जो बताया उसपर तुरंत FIR नहीं दर्ज कराई। राजीव मोहन ने कहा अगर किसी को चोट लगी होती है तो तुरंत पुलिस से मेडिकल हेल्प मांगता है और उसको अस्पताल ले जाया जाता है। यहां पर पुलिस के आने का इंतजार नहीं किया गया. बिभव कुमार के वकील राजीव मोहन ने कहा ऐसा हो ही नहीं सकता है कि सिविल लाइन के एरिया में 112 की कॉल पर कोई रिस्पांस नहीं किया जाए। क्योंकि वहां पर मुख्यमंत्री का आवास है, LG का आफिस है।
बिभव कुमार के वकील राजीव मोहन ने आरोप लगाया कि स्वाति मालीवाल इस मसले पर सियासत कर रही हैं। बिभव कुमार के वकिल राजीव मोहन ने कहा कि जिसको इतना मारा गया कि उसकी मौत हो सकती थी, वह कोई मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं लेती है ऐसा कैसे हो सकता है? बिभव कुमार के वकील राजीव मोहन ने कहा CM ऑफिस का CCTV कैमरा दिल्ली पुलिस के अधीन है, जबकि दिल्ली पुलिस ने वकील आपत्ति जताते हुए कहा कि CCTV कैमरा PWD के अधीन है।
बिभव कुमार और केजरीवाल दोनों की दोस्ती सालों पुरानी है। जब दिल्ली के अंदर 2015 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तब बिभव कुमार केजरीवाल के निजी सचिव बने बिभव कुमार लंबे समय से सीएम के साथ हैं। बिभव का ताल्लुक बिहार से है। बिभव कुमार ने अपना करियर बतौर एक वीडियो जर्नालिस्ट के तौर पर शुरू किया था। फिर उनकी अचानक मुलाकात केजरीवाल के साथ होती है, बिभव उस समय इंडिया अगेंस्ट करप्शन मैग्जीन के लिए काम करते थे।
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