जयपुर। विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद अब कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र बचाओ अभियान के आगाज के साथ लोकसभा चुनावों की नैया पार लगाने की जुगत में जुट गई है। कांग्रेस ने बीते दिनों श्री गंगानगर जिले से लोकतंत्र बचाओ अभियान का आगाज कर दिया है। अभियान के तहत कांग्रेस प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में जाकर कार्यकर्ता संवाद के माध्यम से जिताऊ प्रत्याशियों की तलाश कर रही है। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने साफ कर दिया कि पार्टी में घुसपैठियों को बाहर का रास्ता दिखा कर पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं को ही मौका दिया जाएगा।
रंधावा ने कहा घुसपैठ रोकने के सवाल पर कहा कि जो लोग कांग्रेस में रहकर कांग्रेस के खिलाफ चल रहे हैं, उनकी पहचान कर बाहर का रास्ता दिखाएंगे। अब कांग्रेस घुसपैठियों को स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस के साथ नहीं चलेगा उसे बाहर करेंगे। जो कांग्रेसी पार्टी के साथ चलेंगे उन्हें ही टिकट देंगे।
रंधावा ने भाजपा पर राम नाम को राजनीतिक हथियार के रूप में उपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब में पांच हजार बार राम का नाम आया है। हम उस राम को मानते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे लिए तो गुरुग्रंथ साहिब आयोध्या है। गुरु ग्रंथ साहिब में अल्लाह का भी नाम है। हमारे लिए सभी धर्म समान है। उन्होंने कहा कि राजनीति के नीचे धर्म नहीं आना चाहिए। धर्म के नीचे राजनीति होनी चाहिए। पंजाब में अकाली दल धर्म को राजनीति के नीचे लेकर आई। आज पंजाब में अकाली दल कहां खड़ा है? उन्होंने कहा कि राम हमारे दिल में हैं, अल्लाह हमारे दिल में है, वाहेगुरु हमारे दिल में हैं।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटसरा ने राजस्थान में लोकतंत्र बचाओ अभियान को लेकर कहा कि देश में राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। उसी के संदर्भ में हमने राजस्थान में 25 लोकसभा क्षेत्रों मे लोकतंत्र बचाओ अभियान के माध्यम से कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम चालू किया है। उन्होंने कहा कि हमारे मुद्दे वही हैं, जो राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के हैं। युवा डोटासरा ने कहा कि हम युवा, रोजगार, महिला, श्रमिक, न्याय की बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम इन मुद्दों के साथ प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में जाकर कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं, सीधा संवाद कर रहे हैं। बैठ कर छोटे से छोटे कार्यकर्ता से चर्चा कर रहे हैं। संदेश दे रहे हैं कि किस प्रकार से कांग्रेस पार्टी की विचारधारा पर काम करना है। कांग्रेस पार्टी ने आजादी से लेकर अभी तक जब भी सत्ता में रहकर देश हित में जो काम किए हैं उन पर लोगों से चर्चा कर रहे हैं। बीते पांच साल हमारी पार्टी की राजस्थान में भी सरकार ने जो काम किया उसकी बात कर रहे हैं।
भाजपा को घेरते हुए डोटासरा ने कहा कि “मोदी दस साल से सत्ता में हैं। उन्होंने जनता से महंगाई कम करने का वादा किया था, रोजगार देने का वादा किया था। किसानों की आमदनी बढ़ाने की बात की थी। महिलाओं के उत्थान की बात की थी। लोगों को रोजगार देने की बात की थी। गरीबी हटाने की बात की थी। बिजली, पानी, सडक़ चिकित्सा के बारे में बात की थी। विदेश निति अच्छी करने की बात की थी, लेकिन अभी तक उन वादों पर कोई बात नहीं है। दस साल से सत्ता में रहने के बावजूद उन मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं करके केवल और केवल तानाशाह सरकार चला रहे हैं। ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई और संविधान का उल्लंघन कर देश में डर का माहौल बना रहे हैं। सत्ता में काबिज रहने के लिए हिन्दु मुसलमान करके धर्म के आधार पर लोगों को लड़वा रहे हैं। हम बीजेपी के इन्हीं कारनामों को जनता को बताएंगे।“
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में समीक्षा के दौरान जो कमियां निकल कर सामने आई उन्हें दूर कर लोकसभा चुनावों में टिकट वितरण के दौरान हम कमियों को सुधारेंगे। सबसे चर्चा करके मजबूत लोगों को, युवाओं को, जनाधार वाले तथा पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं को ही टिकट देंगे। डोटसरा ने कहा कि हम लोकसभा चुनाव जीतेंगे।
डोटसारा ने ईआरसीपी पर बोलते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वुसंधरा राजे ने ईआरसीपी को लेकर डीपीआर (विस्तृत योजना रिपोर्ट) बनाई थी। इस पर 2005 में समझौता हुआ था। इसी समझौते के आधार पर 2010 में गाइड लाइन बनाई गई थी। उसमें दो लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि सिंचाई की बात थी। 3510 एमसीएम पानी हम को मिलना था। अब भाजपा की नई सरकार के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा दिल्ली में जाकर जो समझौता करके आए उसके तहत राजस्थान के 13 जिलों को केवल 2400 एमसीएम पानी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के किसानों के साथ छल किया है। उन्होंने कहा कि बीते दस साल में मध्यप्रदेश ने तीन बांध वहां से बना लिए और पानी रोक लिया, अब जो पानी की गणना हुई उसमें हमें 2400 एमसीएम पानी मिल रहा है। पूर्व में समझौते से मध्यप्रदेश व राजस्थान सहमत थे। दोबारा उसकी सहमति की आवश्यकता नहीं थी। हमें पूर्व में किए गए समझौते के आधार पर राष्ट्रीय परियोजना घोषित करके 3510 एमसीएम पानी का ही एग्रीमेंट करना चाहिए था। यह राजस्थान के 13 जिलों के साथ धोखा है, अन्याय है। हम ईआरसीपी की लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.