नई दिल्ली: मंगलवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद अगले दिन बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफोर्म एक्स(पूर्व ट्विटर) पर हरियाणा के जाट समाज पर बड़ा आरोप लगाते हुए जातिवादी सोच के कारण बसपा को वोट न करने का आरोप लगाया है.
बसपा प्रमुख मायावती ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, "हरियाणा विधानसभा आमचुनाव बीएसपी व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया जिससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अन्तर से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांस्फर हुआ।"
उन्होंने आगे लिखा, "जबकि यूपी के जाट समाज के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है और वे बीएसपी से एमएलए तथा सरकार में मंत्री भी बने हैं। हरियाणा प्रदेश के जाट समाज के लोगों को भी उनके पदचिन्हों पर चलकर अपनी जातिवादी मानसिकता को जरूर बदलना चाहिए, यह खास सलाह। बीएसपी के लोगों द्वारा पूरी दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ने के लिए सभी का हार्दिक आभार प्रकट करती हूँ व आश्वस्त करती हूँ कि उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। लोगों को निराश नहीं होना है और न ही हिम्मत हारनी है, बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तत्पर रहना है। नया रास्ता निकलेगा।"
जाहिर है कि बसपा प्रमुख को लगातार हाल के चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ रहा है. पिछले लोकसभा चुनावों से लेकर इस विधान सभा चुनावों तक बसपा को बड़ी छति हुई है. हालांकि, पार्टी प्रमुख ने समर्थकों व पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि इस हार से निराश नहीं होना है और न ही हिम्मत हारनी है.
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