लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को अपने 68वें जन्मदिन पर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि बसपा किसी से गठबंधन नहीं करेगी और अपने दम पर अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। इस दौरान बसपा अध्यक्ष ने विरोधी पार्टियों पर तंज कसते हुए कहा कि बीएसपी जातिवादी, पूंजीवादी, संकीर्ण व साम्प्रदायिक सोच रखने वाली सभी विरोधी पार्टियों से दूरी बनाकर रखेगी।
बसपा के राज्य मुख्यालय पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मायावती ने कहा कि चुनाव को लेकर यहां यह बात फिर से स्पष्ट कर देना चाहती हूं कि हमारी पार्टी देश में जल्दी ही घोषित होने वाले लोकसभा के आम चुनाव में गरीबों, उपेक्षित वर्गों में से विशेषकर दलितों, आदिवासियों, अति पिछड़े वर्ग, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के लोगों के बलबूते पर ही पूरी तैयारी व दमखम के साथ अकेले ही लड़ेगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इन्हीं के बलबूते पर ही हमने 2007 में आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अकेले ही चुनाव लड़कर अपनी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार भी बनाई थी। इसलिए पूर्व के अनुभव को ध्यान में रखकर हमारी पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी।
मायावती ने इस दौरान अपनी चार बार की उप्र सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया। साथ ही उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि बसपा ने चार बार की सरकार में सभी वर्गों के लिए काम किया। वर्तमान समय में कोई काम नहीं दिख रहा और मुफ्त में राशन देकर लोगों को गुलाम बनाया जा रहा है। बसपा प्रमुख ने ईवीएम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ईवीएम में मिल रही गड़बड़ी की खबरों से बीएसपी के लोग चिंतित हैं। ऐसे में पूरी ऊर्जा से पार्टी को मजबूत बनाना है। यदि पार्टी के लोग इन हालात का मुकाबला करके पूरी निष्ठा से लगे रहते हैं तो पार्टी मजबूत होगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर आगामी लोकसभा चुनाव में ईवीएम से धांधली नहीं की जाती तो बसपा बेहतरीन प्रदर्शन करेगी।
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