उत्तर प्रदेश। यूपी के अयोध्या का राम मंदिर देश का बड़ा मुद्दा रहा है। राम मंदिर के मुद्दे ने बीजेपी को विभिन्न राज्यों में भाजपा की सरकार बनाने में मदद की। यही नहीं 2019 के आम चुनाव में इसका असर दिखा था,लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए अधूरे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा खुद अयोध्यावासियों को रास नहीं आई। यही कारण है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा इस सीट पर लगातार पीछे चल रही है। यही नहीं इसका प्रभाव पूरे उत्तर प्रदेश पर भी पड़ा है।
अयोध्या की फैजाबाद लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी पीछे है। इस सीट पर बीजेपी ने लल्लू सिंह को प्रत्याशी बनाया है। लल्लू सिंह सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद से 37989 वोटों के अंतर से पीछे हैं। आपको बता दें कि फैजाबाद सीट पर बीजेपी 2014 से जीतते आ रही है। यहां राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद भी और बीजेपी के नेताओं द्वारा चुनाव प्रचार में राममंदिर के जिक्र के बाद भी यहां बीजेपी को रुझानों में झटका लगते दिख रहा है। फैजाबाद सीट से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अवधेश प्रसाद रूझानों में आगे है। वहीं बसपा ने सच्चिदानंद पांडेय को यहां से उम्मीदवार बनाया था जो काफी पीछे चल रहे है।
रुझानों को देखकर ऐसा लग रहा है कि यहां चुनाव के वक्त राममंदिर को लेकर उठा मुद्दा ज्यादा हावी होते नहीं दिख रहा है। यहां कौन जीतेगा इसका पता तो थोड़े देर में पता ही चलेगा, लेकिन लल्लू सिंह रुझानों में हारते हुए ही दिख रहे है। ईवीएम के वोटो की गिनती अब शुरू हो चुकी है। अब देखना होगा कि कौन रामनगरी अयोध्या में जीत हासिल कर सकता है।
फैजाबाद लोकसभा सीट पर 20 मई को मतदान हुआ था.।यहां कुल 50.10 फीसदी वोट पड़े थे। फैजाबाद लोकसभा सीट में 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां भाजपा के उम्मीदवार लल्लू सिंह ने 65 हजार से अधिक वोटों से सपा के आनंद सेन यादव को हराया था, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल खत्री तीसरे स्थान पर रहे। लल्लू यादव को 5 लाख 29 हजार 21 वोट और आनंद सेन यादव को 4 लाख 63 हजार 544 वोट मिले थे। 1957 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ था। यहां से अब तक 7 बार कांग्रेस और 4 बार भाजपा ने जीत हासिल की। इसके अलावा सपा, बसपा और भारतीय लोक दल को भी यहां से जीत मिली है।
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