उत्तर प्रदेश। बुलंदशहर जिले में पुलिस ने बकरीद के मौके पर एक मुस्लिम गरीब महिला को उम्र भर का तोहफा भेंट कर दिया। मुस्लिम महिला गरीब होने के कारण बिजली कनेक्शन नहीं करा पा रही थी। एक मीटिंग के दौरान महिला ने यह समस्या महिला आईपीएस के सामने रखी। थाना प्रभारी और महिला आईपीएस ने पैसा इकट्ठा कर महिला के घर को रौशन कर दिया। हालांकि यूपी सरकार गरीबों को मुफ्त बिजली कनेक्शन देने के दावे करती है। इस बीच बिजली विभाग की पोल भी खुलकर सामने आ गई।
बुलंदशहर के अगौता थाना क्षेत्र के गांव खेड़ी निवासी नूरजहां (70) के पति का देहांत हो चुका है। नूरजहां बहुत ही गरीब महिला हैं। वृद्धा नूरजहां के घर में बिजली का कनेक्शन नहीं था। नूरजहां के पास बिजली का कनेक्शन लेने के लिए पैसे न होने के कारण जवानी अंधेरे में ही काट दी। बिजली न होना एक बड़ी समस्या थी। नूरजहां का कहना है लगभग 20 साल की उम्र से वह विवाह के बाद अपने पति के इस घर में रह रही हैं। लेकिन लगभग 50 साल बीत जाने के बाद भी कभी भी अपने घर में जलता हुआ एक बल्ब नहीं देखा था।
सरकार के आदेश पर पुलिस के अधिकारी और क्षेत्रीय पुलिस गांवों में चौपाल लगाकर लोगों की समस्या हल कर रहे हैं। इस दौरान नूरजहां पुलिस के पास घर में बिजली कनेक्शन न हों पाने की समस्या को लेकर पहुंच गई। हालांकि यह काम बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन का है। लेकिन इस दौरान मौके पर मौजूद बुलंदशहर की अपर पुलिस अधीक्षक अनुकृति शर्मा ने मामले में दिलचस्पी ली। उन्होंने महिला से पूछा तो पता चला विवाह के बाद नूरजहां ने अपने घर में कभी बल्व जलते और पंख चलते नहीं देखा था। जिसके बाद कई दशकों से अंधेरे में रह रही नूरजहां के घर को रोशन करने की एएसपी अनुकृति शर्मा ने ठान ली।
अनुकृति शर्मा ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से संपर्क स्थापित किया। महिला के घर बिजली कनेक्शन की फीस भी महिला पुलिस अधिकारी सहित क्षेत्रीय थाने के कर्मियों द्वारा इकट्ठे किये गए अनुदान से भरी गई। जिसके बाद वृद्धा के घर में बिजली का कनेक्शन लग सका।
एएसपी अनुकृति शर्मा को पहल पर जैसे ही बिजली आई, बल्व जला और पंखा चला तो घर को रोशन देख उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा, इसी खुशी में नूरजहां ने गांव में मिठाई भी बांटी और पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी खिलाई।
इस मामले में महिला आईपीएस अफसर अनुकृति शर्मा ने द मूकनायक प्रतिनिधि को बताया, "हम लगातार गांवों में चौपाल लगा रहे हैं। इस दौरान यह मामला मेरे पास आया था। हमने बस एक छोटा सा प्रयास किया है। हमारा काम हर एक की मदद करना है।"
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