उत्तर प्रदेशः 9वीं कक्षा में एडमिशन लेने गए मुस्लिम छात्र पर चोरी का आरोप लगाकर शिक्षकों ने पीटा, इलाज के दौरान मौत!

फोटो साभार- Twitter
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कन्नौज के छिबरामऊ क्षेत्र में गत 23 जुलाई की घटना में, इलाज के दौरान दो दिन बाद छात्र की मौत, पिता की तहरीर पर पुलिस जांच में जुटी

लखनऊ। यूपी के कन्नौज जिले के एक निजी स्कूल में कथित तौर पर 9वीं कक्षा में एडमिशन लेने गए मुस्लिम छात्र की घड़ी चोरी के शक में टीचरों ने पिटाई कर दी। गंभीर घायल छात्र को दोस्त उसके घर लेकर पहुंचे। बच्चे की हालत देख परिजन फौरन अस्पताल लेकर गए। जहां से उसे कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई। पिता ने पिटाई करने वाले टीचरों के खिलाफ लिखित तहरीर दी है। इधर, थानेदार का कहना है कि बच्चा अस्वस्थ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं हैं। जबकि मृतक के बड़े भाई आमिर व पड़ोस में रहने वाली उर्मिला ने बताया कि, दिलशाद एक दम स्वस्थ था। उसे कोई भी बीमारी नहीं थी।

क्या है पूरा मामला?

यूपी के कन्नौज में छिबरामऊ क्षेत्र के पश्चिमी मड़ैया कसावा निवासी दिव्यांग जहांगीर खां पेशे से मजदूर हैं। वह कानपुर में एक पाइप फैक्ट्री में काम करते हैं। जहांगीर के चार बच्चे दिलशाद (14), इरफान (12), इमरान (7) और बेटी अल्फा (5) हैं।

जहांगीर ने बताया, "मैं 23 जुलाई 2022 को मजदूरी के लिए कानपुर आया था। बड़ा बेटा दिलशाद नए स्कूल में एडमिशन करने के लिए बार-बार कह रहा था। मैंने उसे बड़े भाई चांद खां के पास रुपए लेने के लिए भेजा। भाई डेयरी चलाते हैं। मैंने भाई को एडमिशन के लिए दिलशाद को रुपए देने के लिए कहा। उन्होंने दिलशाद को रुपए दिए। वह खुश होकर एडमिशन कराने रामलीला मैदान के पास एक निजी स्कूल में चला गया था। लगभग 11 बजे कालेज से मुझे एक टीचर महेश का फोन आया। उन्होंने दिलशाद से मेरी बात कराई।"

जहांगीर रोते हुए बताते हैं, "मेरा बेटा दिलशाद बिलख-बिलख कर रो रहा था। उसने बताया कालेज के टीचर शिवकुमार यादव, प्रभाकर और विवेक ने घड़ी चोर बताकर बहुत पिटाई की है। यह सब सुनकर मैं फैक्ट्री से घर की तरफ चल दिया। जब घर पहुंचा तो देखा बेटे की हालत बिगड़ी हुई थी।"

पिता ने कहा, जब दोस्त उसको घर लेकर आए, तो बेटे को उल्टी हो रही थी। उसके मुंह से हल्का खून भी आ रहा था। तुरंत निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से कानपुर रेफर कर दिया गया। कानपुर में उसका इलाज चल रहा था। सोमवार देर रात बेटे ने दम तोड़ दिया।

पीडि़त ने बताया, "आरोपी शिक्षक शिव कुमार कूकापुर गांव का रहने वाला है और स्कूल का संस्थापक भी है। जबकि उसका भाई प्रभाकर उसी स्कूल में टीचर है। उन लोगों ने पलिया बूंचपुर गांव निवासी विवेक यादव के साथ मिलकर मेरे बेटे को पीटा था।"

छात्र के दोस्तों ने बताया, "दिलशाद कक्षा 9 में एडमिशन लेने के लिए गया था। वो काउंटर पर फार्म जमा कर रहा था। इसी दौरान वहां बैठे शिक्षक शिव कुमार की घड़ी चोरी हो गई। काफी तलाशने के बाद जब घड़ी नहीं मिली तो शिव कुमार ने दिलशाद को कमरे में बुलाकर पूछताछ की।"

दोस्तों ने बताया, "दिलशाद ने घड़ी चुराने की बात से मना कर दिया। इस दौरान शिव कुमार के भाई भी वहां आ गए और मिलकर उसे बहुत मारा। जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गया।" इस संबंध में द मूकनायक ने स्कूल व्यवस्थापक से प्रकरण व परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप के संबंध में बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने बात करने से मना कर दिया।

क्या कहना है जिम्मेदारों का?

इस मामले में छिबरामऊ कोतवाली प्रभारी जेपी शर्मा ने बताया, "पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेफड़ों में इंफेक्शन की पुष्टि हुई है। उस बच्चे की मौत बीमारी के कारण हुई है।"

बिल्कुल स्वस्थ था दिलशाद

इस मामले में जहांगीर के बड़े भाई आमिर ने बताया, दिलशाद बिल्कुल स्वस्थ था। उसे कोई भी बीमारी नहीं थी। वहीं जहांगीर के पड़ोस में रहने वाली उर्मिला ने बताया, "दिलशाद हमेशा खुश रहता था। मैं उसे 50 किलो गेहूं तक पिसवाने को भेज देती थी। वह आटा खुद उठाकर पिसवा कर लाता था वह बिल्कुल भी बीमार नहीं था।"

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