प्रोफेसर के उकसाने पर साथी छात्रों ने छात्रा को धमकाया, 2 घंटे तक बंधक बनाने का आरोप, स्थानीय थाने में मामला दर्ज, पुलिस कर रही जांच
बाड़मेर। ख्यात मनीपाल यूनिवर्सिटी में गत दिनों एक प्रोफेसर के मुस्लिम स्टूडेंट को आतंकवादी कहने के बाद छात्र का कड़े शब्दों में विरोध जताने का वीडियो अभी हाल में वायरल हुआ था। इसके बाद प्रोफेसर को छात्र से माफी मांगनी पड़ी थी। ऐसा ही एक मामला गत 21 नवंबर को राजस्थान के बाड़मेर जिले के बालोतरा से सामने आया है। यहां एक निजी कॉलेज में इतिहास के प्रोफेसर ने क्लास के दौरान मुस्लिम और उनके मजहब को लेकर विवादित टिप्पणी की। एक मुस्लिम छात्रा ने जब इसका विरोध किया तो क्लॉस के बाहर उसी के साथी छात्रों ने उसे जान से मारने और रेप तक करने की धमकी दी। इसका एक वीडियो भी वायरल हो गया।
क्या था मामला
द मूकनायक ने मामले की पड़ताल की। वहीं पीडि़त छात्रा रेशमा से बात की। रेशमा ने कहा – मैं प्रथम वर्ष की स्टूडेंट हूं। कभी नहीं सोचा था कि मेरे साथ इस तरह की घटना होगी। हर रोज की तरह क्लॉस में गई तब प्रोफेसर पदम सिंह इतिहास में गौतम बौद्ध का टॉपिक पढ़ा रहे थे, अचानक ही उन्होंने उस टॉपिक से हट कर आफताब के द्वारा श्रद्धा के मर्डर का टॉपिक छेड़ दिया। उन्होंने 200 छात्रों से भरी क्लॉस में बोला कि तुम्हें पता है एक मुस्लिम लड़के आफताब ने एक हिंदू लड़की श्रद्धा के 35 टुकड़े कर दिए हैं। उस मुस्लिम लड़के को जरा भी रहम नहीं आया। उसके टुकड़े कर दिए। ये बड़े बेरहम होते हैं। मैं एक दम चौंक गई। मैं चुप रही।
क्लास में कोई मुस्लिम तो नहीं है
रेशमा ने आगे कहा- सर ने पूछा कि यहां कोई मुस्लिम तो नहीं है। पूरी क्लॉस में सन्नाटा था। कोई नहीं बोला कि यहां एक मुस्लिम छात्रा भी है। फिर सर बोले तुम्हें पता है मुस्लिम कहते है कि अगर एक हिंदू को मारेंगे तो हज का शबाब मिलेगा। दो हिंदुओं को मारेंगे तो जन्नत नसीब होगी। ये मुस्लिम हमें काफिर कहते हैं ये आतंकवादी और पाकिस्तानी हैं। इतना सुनने के बाद मुझसे नहीं रहा गया। मैं उठी और बोला कि सर आप क्या पढ़ा रहे हैं। क्या यह इतिहास के टॉपिक में है। तब प्रोफेसर सर बोले, ऐसा कुरान में लिखा हुआ है। मैंने बोला कुरान में कहा लिखा हुआ है। मैंने कुरान पढ़ा है। आप इस प्रकार की बातें करके मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं। काफी देर तक बहस करने के बाद मैं वहां से निकल कर प्रिंसिपल सर के ऑफिस में जाकर सर से प्रोफेसर सर की शिकायत की। प्रिंसिपल सर ने उल्टा मुझे बोला कि इस बात को यहीं खत्म कर दो। यह बात कॉलेज से बाहर नहीं जानी चाहिए। उनसे मैं बात करके माफी मंगवा देता हूं।
जान से मारने और रेप करने की धमकी दी
रेशमा ने कहा- इसके बाद जब कॉलेज से घर जाने के लिए निकली तो राजू चौधरी नाम के छात्र ने मुझे रोकते हुए कहा कि प्रोफेसर सर ने बोल दिया। इस पर तू क्यों इतना हंगामा कर रही है। गुरु है बोल दिया तो क्या हो गया। फिर उसने भी मुस्लिमों के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की। वहीं बाइक मेरे पैर पर चढ़ा दी। मेरे प्रतिरोध करने पर कुछ लड़के मुझे पकड़कर वापस क्लॉस में जबरन ले गए और बंद कर दिया। मुझे धमकाने लगे कि तू अगर थाने जाती है तो तेरे साथ क्या हो सकता है। तू जानती है। 2 घंटे तक मुझे वहां बंद रखा। जब मैंने कहा कि मुझे जाने दो मैं किसी को नहीं बोलूंगी तब जाकर मुझे वहां से जाने के लिए छोड़ा।
पिता ने पढ़ाई रोक दी
द मूकनायक से बात करते हुए पीडि़ता के पिता ने बताया कि जब मुझे इस बात का पता चला तो मैंने उसकी पढ़ाई रोकने का फैसला लिया। अगर बेटी कॉलेज जाएगी तो उसे परेशान किया जाएगा और परेशान हो कर कहीं वो गलत कदम ना उठा ले। 4 दिन तक उसे कॉलेज नहीं जाने दिया। पर जब छात्रों का मेरी बेटी को डराते हुए वीडियो वायरल होने लगे तो समाज के कई लोगों को पता चल गया और घर पर आकर समझाने लगे कि बेटी की पढ़ाई बंद करना इसका हल नहीं है। उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और हम आपके साथ है। तब जाकर 29 नवंबर को आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की ओर एसडीएम साहब को ज्ञापन दिया।
राजीनामा करने का दबाव बनाया
पीडि़ता के पिता ने कहा- कारवाई के नाम पर अभी तक कुछ नहीं हुआ है और उल्टा मुझ पर राजीनामा करने का दबाव बनाया जा रहा है। मैं राजीनामे के पक्ष में नहीं हूं। आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करता हूं। गइस मामले को लेकर द मूकनायक के संवाददाता नाजिर हुसैन ने प्रोफेसर पदम सिंह से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन पर बात नहीं की।
एफआईआर दर्ज
द मूकनायक ने इस घटना को लेकर जब संबंधित जसोल चौकी प्रभारी डिंपल से बात की तो उन्होंने बताया कि हसीना बानू की रिपोर्ट पर हमने एफआईआर दर्ज कर ली है और उसको लेकर अनुसंधान जारी है।
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