जयपुर। राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमिका निवासी नासिर-जुनैद की निर्मम हत्या के आरोप में राजस्थान पुलिस ने कथित गौरक्षक मोनू मानेसर को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद उसे वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से न्यायालय में पेश किया। जहां से आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए गए हैं। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने आरोपी मोनू मानेसर को कड़ी सुरक्षा के बीच भरतपुर जेल प्रबंधन को सुपुर्द किया। इधर, भरतपुर में ही रह रहे पीड़ित परिवारों ने मोनू मानेसर को फांसी देने की मांग की है।
नासिर- जुनैद की हत्या के आरोपी कथित गौरक्षक मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की खबर सुनकर नासिर की पत्नी बरफीना ने कहा कि जिस तरह मेरे पति को मोनू मानेसर ने अपने साथियों के साथ मिलकर मारा। सरकार भी मोनू मानेसर व इसकी गैंग के लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दे और फांसी पर लटकाए। बरफीना ने रोते हुए कहा कि मेरे दो छोटे बच्चे हैं। इन्हें कैसे पालूंगी। आगे कहा कि मुझे राजस्थान पुलिस पर भरोसा है। राजस्थान की सरकार पर भी भरोसा है। मैं न्याय चाहती हूं। दोषियों को फांसी दी जाए।
जुनैद के साले वारिस ने कहा कि राजस्थान पुलिस हत्यारोपी मोनू मानेसर को पकड़ कर लाई है। यह अच्छी बात है। हम चाहते हैं कि अब आरोपी को कड़ी सजा भी दी जाए। मोनू मानेसर हमारा दोषी है। कानून का दोषी है। हमें गहलोत सरकार और भारत के कानून पर पूरा भरोसा है। पुलिस पकड़ कर लाई है तो फांसी भी होगी।
नासिर की बड़ी भाभी ने कहा कि मोनू मानेसर को कड़ी से कड़ी सजा मिले। यहां तक की उसे फांसी का हुक्म दिया जाए। उसने इतनी बड़ी घटना की है। भाभी ने कहा कि नासिर जुनैद तो गौकशी के मुल्जिम भी नहीं थे। मजदूरी कर परिवार चला रहे थे। मोनू मानेसर की गैंग को भी पकड़ा जाए। उन्होंने कहा कि सरकार से कोई सहायता नहीं मिली है। नासिर की पत्नी अपने बच्चों को केसे पालेगी। नासिर की भाभी ने भी राजस्थान पुलिस पर भरोसा जताया है। साथ ही सरकार से नासिर और जुनैद के बच्चों का भविषय सुरक्षित करने की मांग की है।
जुनैद की पत्नी साजिदा ने कहा कि मेरे छोटे-छोटे बच्चे है। राजस्थान की गहलोत सरकार ने बच्चों के लिए पांच-पांच लाख रुपए दिए है। यह पैसे बच्चों के बालिग होने के बाद ही काम लिए जा सकते हैं। उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि अभी बच्चों को बालिग होने में वक्त लगेगा। तब तक इन बच्चों को कैसे पालूंगी। इनकी पढ़ाई लिखाई और परवरिश के लिए पैसा कहां से लाउंगी। मेरे पास तो सर ढकने के लिए सुरक्षित छत तक नहीं है। मेरा पति मजदूरी कर परिवार चला रहा था। मोनू मानेसर व उसकी गैंग के लोगों ने मेरे पति को बेवजह मार दिया। साजिद कहती है कि जिस तरह मोनू मानेसर व उसकी गैंग के लोगों ने हमारे लोगों को मारा है। सरकार उन्हें भी इसी तरह मौत की सजा दे। ताकि उनके बच्चों को भी पता चले कि जब किसी के सर से पिता का व पति का साया उठता हे तो क्या बीतती है।
मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का भी बयान आया है। खट्टर ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह केस राजस्थान का है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हम राजस्थान पुलिस का सहयोग करेंगे। मोनू मानेसर दोषी है या नहीं यह तय करना कोर्ट का काम है। न्यायिक प्रक्रिया में टिप्पणी करना उचित नहीं है।
आपको बता दें कि नासिर (28) और जुनैद (35) हरियाणा राज्य की बॉर्डर से लगते हुए भरतपुर जिले के घाटमिका गांव के रहने वाले थे। जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने 15 फरवरी 2023 को ही गोपालगढ़ थाना (भरतपुर) में दोनों के अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज कराया था। इस माले में मोनू मानेसर को भी नामजद किया गया था। अगले दिन 16 फरवरी को नासिर और जुनैद के शव हरियाणा में भिवानी जिले के कस्बा लोहारू में जली हुई हालत में बोलेरो गाड़ी से मिले थे। शव मिलने के बाद शिनाख्त होने पर पुलिस ने इस मामले में हत्या की धारा जोड़ी थी।
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