तथाकथित कट्टर हिंदुवादी संगठन के सदस्यों के मज़हबी नफरत का शिकार हुआ समीर, सीसीटीवी फुटेज में सच आया सामने, साथी की हालत नाजुक।
कर्नाटक के गडग जिले में सोमवार को कथित रूप से बजरंग दल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्यों ने 19 वर्षीय मुस्लिम युवक समीर शाहपुर और शमशीर खान पर चाकू और त्रिशूल से जानलेवा हमला किया जिसमें समीर नामक युवक की कर्नाटक आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज के दौरान मौत हो गई, और उसका साथी शमशीर हमले में तो बच गया लेकिन उसकी भी हालत गंभीर बताई जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
पूरे घटनाक्रम पर द मूकनायाक संवाददाता ने जब पीड़ित परिवार से सम्पर्क किया तो मृतक समीर के बड़े भाई जुबैर ने रोते हुए बताया कि, "हम तीन भाइयों में समीर सबसे छोटा था, अम्मी और अब्बू का लख्ते जिगर था, हम दोनों भाई मेरे मामू (मामा) के होटल पर साथ ही काम करते थे।"
उसने आगे बताया कि, "सोमवार की शाम समीर जब होटल आया तो उसके साथ उसका दोस्त शमशीर भी था, जो कि बाइक पर फोटोग्राफी का काम करता था। समीर ने मुझे कहा कि जुबैर भाई आप घर चले जाओ हम होटल बंद करके घर आ जायेंगे। रोज की तरह मैं वहां से घर आ गया, मैंने काफी देर तक उसका इंतजार किया लेकिन वह नहीं लौटा। मुझे चिंता होने लगी और फिर मैंने उसे फोन किया। उसने कॉल का जवाब देते हुए कहा कि भाई आप जल्दी से यहां आ जाओ, उसके बाद मैं और मेरा दोस्त जल्दी ही वहां चले गए, जब मैं मौके पर पहुंचा तो वहां कोई नहीं था।"
"मेरा भाई अकेला लेटा हुआ था, उसके सीने पर काफी घाव थे जिनमें से काफी खून निकल रहा था, हम उसे तुरंत अस्पताल ले गए और भर्ती कराया। उन्होंने समीर को हुबली (KIMS) ले जाने की सलाह दी। सुबह करीब छह बजे समीर ने अंतिम सांस ली और हमने समीर को हमेशा-हमेशा के लिए खो दिया।" -जुबैर ने बताया।
जुबैर ने द मूकनायाक से बताया कि, "संगरवाड़ा के पास नरगुंडा स्टेट बैंक में इंतजार कर रहे आरएसएस के करीब 10-15 सदस्यों ने उनकी बाइक रोकी और समीर व शमशीर पर घातक हथियारों से हमला कर दिया।" "उन्होंने उस पर 'त्रिशूल' से वार किया, दोनो ने भागने और खुद को बचाने की कोशिश की, वह अपनी जान बचाने के लिए दौड़ रहे थे, उन्होंने उसे पकड़ लिया और बेरहमी से उन पर चाकू और त्रिशूल से वार करना शुरू कर दिया।"
सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ नफ़रतियों के कृत्य
"पूरे घटनाक्रम पर जब हमने सीसीटीवी फुटेज देखे तो हमसे वो देखा नहीं गया, किस तरह दो निहत्थे लड़कों पर चाकू और त्रिशूल से हमला किया गया था। दोनो अपनी जान बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे पर हमलावर उनके खून के प्यासे थे, उन्हें समीर और शमसीर पर चाकू से मारने का जरा भी डर नहीं था।" –सीसीटीवी फुटेज के बारे में जुबैर ने बताया।
जुबैर की आवाज में भाई की मौत का दर्द साफ सुनाई दे रहा था। जुबैर ने आगे बताया कि, घटना कल आरएसएस की रैली के बाद हुई। आरएसएस (RSS) ने कस्बे में एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था जहां मुस्लिम विरोधी नारे लगाए गए थे, जिसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें नरगुंड तालुक के पूर्व आरएसएस सचिव संजू नलवाड़ मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भाषण देते हुए दिख रहे हैं। मुस्लिम विरोधी नफरत को भड़काते हुए, संजय नलवाड़ ने सभा में कहा कि बजरंग दल उनकी 'रक्षा' करेगा, और यहां तक कि पुलिस भी 'हमारे साथ' है।
जब संजु नलवाड़े मुस्लिम विरोधी भाषण दे रहा था तब पुलिस भी वहां मौजूद थी पर पुलिस वहां मूक-दर्शक बनी रही।
द मूकनायाक से बात करते हुए जुबैर ने आगे कहा, "मेरे भाई की उनमें से किसी से भी कोई दुश्मनी नहीं थी। पिछले कुछ महीनों से आरएसएस के लोग यहां सांप्रदायिक आग फैला रहे थे जिसका शिकार मेरा भाई समीर हो गया है। उसी दिन आरएसएस और बजरंग दल द्वारा दिए गए मुस्लिम विरोधी भाषणों के बाद कुछ लोगों ने उन दोनों पर पर जानलेवा हमला किया था।"
मामले में 4 आरोपियों की हुई गिरफ़्तारी
द मूकनायाक ने नारगुंड DYSP शिवानंद काटगी से पूरे मामले पर बात की तो उन्होनें बताया कि, "अभी मामले की जांच जारी है, अभी तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका हैं। बहुत जल्द सभी आरोपी जेल में होंगे।"
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