जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में राजपूत, जाट, मीणा सहित अन्य जाति व समाज के अपने अलग निजी छात्रावास हैं, लेकिन जयपुर शहर में भाजपा कार्यकर्ता मुस्लिम छात्रावास खोलने का विरोध कर रहे हैं। शहर के प्रतापनगर इलाके में गत गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने दुकान बंद करवा कर मुस्लिम छात्रावास निर्माण के विरोध में प्रदर्शन कर रैली भी निकाली।
छात्रावास के विरोध को लोग भाजपा की मुस्लिमों की शिक्षा के प्रति सोच से जोड़ कर भी देख रहे हैं। अमन पसंद लोगों का कहना है कि शिक्षा पाने का अधिकारी पूरी मानव जाति को है। चाहे किसी भी धर्म, पंथ या सम्प्रदाय को मानने वाला हो। ऐसे में यहां मुस्लिमों की शिक्षा को लेकर भाजपा का विरोध गैर वाजिब है।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री बजट घोषणा की अनुपालना में राजधानी जयपुर में सरकार ने प्रताप नगर इलाके में अल्पसंख्यक छात्रावास के लिए भूमि आवंटन का आदेश जारी किया है। आदेश जारी होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने इसे केवल मुस्लिम छात्रावास बता कर विरोध शुरू कर दिया है। गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र में बाजार बंद कर विरोध में रैली निकाली। भाजपा के विरोध पर राज्य की कांग्रेस सरकार में मंत्री, विधायकों तथा संगठन की चुप्पी भाजपा के इस विरोध का समर्थन करती नजर आ रही है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में अल्पसंख्यक छात्रावास निर्माण की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की बजट घोषणा की पालना करते हुए अल्पसंख्यक विभाग की अभिशंषा पर जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ने जगतपुरा में 4 हजार दो सौ वर्ग गज भूमि आवंटित कर पट्टा भी जारी कर दिया।
छात्रावास निर्माण को वित्तीय स्वीकृति के बाद टेंडर जारी कर विभाग ने कार्य निर्माण शुरू कर दिया था। अल्पसंख्यक विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के लोगों ने छात्रावास का विरोध कर निर्माण कार्य रुकवा दिया।
इसके बाद कांग्रेस ने प्रताप नगर इलाके में भूमि चिन्हित कर आवंटन के आदेश कर दिए। यहां भी भाजपा विरोध कर रही है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या मुस्लिमों को शिक्षा का अधिकार नहीं है। क्या मुस्लिमों सहित जैन, बौद्ध, सिख, इसाई व पारसी जैसे धार्मिक अल्पसंख्यकों को सरकारी छात्रावास में रहने का हक नहीं है।
यहां फोरम फोर डेमोक्रेसी एण्ड कम्यूनल कमेटी के प्रदेशाध्यक्ष सवाईसिंह ने मुस्लिम छात्रावास के नाम पर भाजपा के विरोध को शहर में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का षड़यंत्र बताया है। साथ ही कहा कि मुस्लिम छात्रावास नहीं राज्य सरकार अल्पसंख्यक छात्रावास खोल रही है। इसमें दूर दराज से शहर में उच्च शिक्षा की पढ़ाई करने वाले जैन, बौद्ध, सिख, पारसी, इसाई और मुस्लिम समुदायों के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। इस अल्पसंख्यक छात्रावास का संचालन भी राज्य सरकार का अल्पसंख्यक विभाग करता है।
सवाई सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जयपुर के प्रताप नगर में बनने जा रहे अल्पसंख्यक छात्रावास के विरोध में गत 18 मई को भाजपा द्वारा किए गए बाजार बंद की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि इस तरह के प्रदर्शन साम्प्रदायिक सद्भाव और सौहार्द को बिगाड़ने का काम करेंगे। उन्होंने अपील कि सभी शांति प्रिय लोगों को आगे आकर सद्भाव का परिचय देना चाहिए। हमें समाज को बांटकर नहीं देखना चाहिए यह समाज हित में नहीं है।
"शिक्षा विकास का विरोध संकीर्ण सोच को दर्शाता है। किसी कम्युनिटी का कोई छात्रावास बन रहा है तो इसका विरोध गलत परम्परा है। राज्य सरकार को कुछ असामाजिक तत्वों के विरोध में भूमि आवंटन निरस्त नहीं करना चाहिए। शिक्षा सबका अधिकार है," डॉ. इकबाल सिद्दीकी, प्रदेश सचिव, फोरम फोर डेमोक्रेसी एण्ड कम्यूनल कमेटी, राजस्थान, ने कहा।
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