एक निजी विद्यालय के शिक्षकों पर बेटे की पीट-पीटकर हत्या करने का पिता ने लगाया था आरोप। परिजनों को पोस्टमार्टम से पहले शव गायब हो जाने की आशंका, इसलिए कब्र के पास बैठकर कर रहे शव की रखवाली।
लखनऊ। यूपी के कन्नौज जिले में एक बेबस दिव्यांग पिता 5 दिनों से अपने 15 साल के बच्चे की कब्र की रखवाली न्याय की आस में कर रहा है। पिता ने आरोप लगाया था कि, उसके बच्चे को स्कूल टीचरों ने इतना मारा कि उसकी मौत हो गई। मामला जब मीडिया में आया तो पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने बच्चे का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे की मौत का कारण बीमारी बताया गया, जिसके बाद लगातार पिता अब अपने बच्चे के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने को लेकर डीएम-एसपी से गुहार लगा रहा है। वहीं पीड़ित पिता को यह भी डर लगा हुआ है कि आरोपी पक्ष कब्र खोदकर शव से छेड़छाड़ कर सकते हैं, जिसके चलते पिता व परिजन लगातार दिन हो या रात कब्र की रखवाली कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
यूपी के कन्नौज में छिबरामऊ कोतवाली के कसावा क्षेत्र के मड़ैया गांव के रहने वाले दिव्यांग जहांगीर कानपुर की एक पाइप फैक्ट्री में किसी तरह मेहनत मजदूरी कर बमुश्किल अपने परिवार का पालन पोषण करता है। जहांगीर का 15 वर्षीय बेटा बीती 23 जुलाई 2022 को अपना एडमिशन कराने गांव के ही पश्चिमी बाईपास कसावा के पास आरएस इंटर कॉलेज गया था। अध्यापक के टेबल पर रखी घड़ी इस दौरान गायब हो गई। आरोप है कि, दिलशाद पर घड़ी चोरी का आरोप लगाकर अध्यापकों ने एक कमरे में बंद करके उसकी जमकर पिटाई की। बच्चे ने वहां से अपने पिता से फोन पर बात भी की थी।
पीड़ित पिता ने बताया था कि, दिलशान कह रहा था कि मुझे बचा लो, जिसके बाद मैंने अध्यापकों से कहा था कि अगर मेरे बच्चे ने कोई गलती की हो तो आप लोग मुझे सजा दे देना, लेकिन मेरे बच्चे को छोड़ दो। बावजूद उसके अध्यापकों ने बच्चे को जमकर पीटा। पिटाई के बाद जब बच्चा घर पहुंचा तो उसको अचानक से उल्टियां होने लगीं। बच्चे के पेट में अंदरूनी गंभीर चोट लगने के कारण उसकी हालत बिगड़ गई। जिसके बाद बच्चे को पास के एक डॉक्टर को दिखाया गया। जहां पर वह ठीक नहीं हुआ। उसके बाद उसको अन्य जगह ले जाया गया। वहां पर भी उसको आराम नहीं मिला।दूसरे दिन इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई।
परिजनों का आरोप
पीडि़त परिजनों ने विद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाया कि, शिक्षकों की क्रूरता और अमानवीयता के चलते बच्चे को इस तरह से पीटा गया कि उसकी मौत हो गई। घटना के बाद मामले में बच्चे के शव का पोस्टमार्टम किया गया, जिसमें बच्चे की बीमारी से मौत होना दर्शाया गया। वहीं मामले में पीड़ित पिता ने फिर से यह आरोप लगाया है कि मेरे बच्चे के शव का दोबारा पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराया जाए। मेरे बच्चे को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि, पुलिस ने मामला रफा-दफा करने की नियत से यह सब आरोपी पक्षों के साथ षड्यंत्र रचा है।
अब पीड़ित और उसके परिजनों को यह भी डर सता रहा है कि कब्र में दफन शव के साथ आरोपी पक्ष कुछ छेड़छाड़ कर सकते हैं। इसलिए बीते 5 दिनों से पीड़ित पिता व उसके साथी लोग दिन और रात कब्र की सुरक्षा कर रहे हैं।
पीडि़त पिता लगातार जिले के डीएम और एसपी से न्याय की गुहार लगा रहा है कि मेरे बच्चे के साथ न्याय हो और आरोपियों को सजा मिले। वहीं पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक अनुपम सिंह का कहना है, "पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण बीमारी आया है फिलहाल मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।"
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