दिल्ली: नमाजियों को मारी लात, गलत-सही पर छिड़ी बहस, जानिए फिर क्या हुआ?

DCP नॉर्थ मनोज मीणा का कहना है कि "गंभीरता से जांच की जा रही है, आरोपी पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है, लोगों से अपील है कि शांति बनाए रखें। आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।"
सांकेतिक फोटो।
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दिल्ली। सोशल मीडिया पर बीते कल से एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसकी चर्चा है। वीडियो बहुत ही हैरान करने वाला है। यह वीडियो दिल्ली इंद्रलोक इलाके दिल्ली का है, जिसमें सड़क के किनारे कुछ लोग नमाज़ पढ़ रहे थे। नमाज़ पढ़ते हुए उनको एक पुलिसकर्मी पीछे से लात मार रहा है। आरोपी इंद्रपुरी पुलिस इंचार्ज है। उसके पीछे दिख रहा पुलिसकर्मी हैडकांस्टेबल है। मामले में आरोपी पुलिसकर्मी को अब निलम्बित कर दिया गया है।

नमाजियों को मारते हुए वीडियो में कैद हुआ पुलिसकर्मी।
नमाजियों को मारते हुए वीडियो में कैद हुआ पुलिसकर्मी।

द मूकनायक ने इस मामले पर बिहार के रिटायर्ड फॉर्मर DGP अभ्यानंद से बात की। वह बताते हैं -"यह बहुत गलत तरीका है। वीडियो देखने से पता चलता है की यह सड़क पर हो रहा है। आप उनको आराम से बोलकर भी हटा सकते थे। पुलिसकर्मी के पास और भी तरीके हैं। फिर भी वह ऐसा कुछ कर देते हैं, जिससे नाम खराब होता है।"

द मूकनायक ने विक्रम सिंह से बात की जो की उत्तर प्रदेश के फॉर्मर DGP है। विक्रम बताते है- "इस तरह से किसी को नमाज़ पढ़ते हुए लात मारना बहुत ही गलत बात है वो भी पुलिसकर्मी ऐसा कर रहे है। बलपूर्वक आप किसी को नहीं हटा सकते। अगर ऐसा हुआ है तो यह बहुत ही आपत्तिजनक है। इसके लिए माफी नहीं होना चाहिए। पुलिस का काम है शिष्टाचार का प्रयोग करे। अगर पुलिस को लग रहा था की ट्रैफिक रुक भी रहा है तो कोई और तरह से उनको वहां से हटाना चाहिए था। ऐसे पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।"

द मूकनायक ने प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट संस्था (APCR) सदस्य नदीम खान‌ से बात की। नदीम बताते है- " माना सड़क पर नमाज़ नहीं पढ़नी चाहिए। उसी सड़क पर पूजा भी होती है। आरती भी होती है। जागरण भी होता है। तब सड़क पूरी तरह रोक दी जाएगी। एक देश में दो कानून तो नहीं होने चाहिए। आप एक को सड़क से उठा देते हैं दूसरे के ऊपर आप हेलीकॉप्टर से फूल बरसाते हैं। पुलिसकर्मी को परमिशन ही नहीं देनी चाहिए थी। यह वीडियो यही दिखाता है पुलिस कितनी निरकुंश है। एक धर्म के लोगों के खिलाफ ही कार्रवाई कर रही है।"

नदीम आगे बताते है- "यह खबर भी आ रही है कि उस पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया है। अग्रिम कार्रवाई की जाएगी पर क्या कार्रवाई की जायेगी, ये भी नहीं पता। इस पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मामले का संज्ञान लेते हुए मुकदमा भी चलना चाहिए। पुलिसकर्मियों के लिए ऐसी क्लासेस चलानी चाहिए, जिसमें हिंदू कट्टरता को खत्म किया जा सके।"

इस मामले पर DCP नॉर्थ मनोज मीणा का कहना है कि "गंभीरता से जांच की जा रही है, आरोपी पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है, लोगों से अपील है कि शांति बनाए रखें। आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।"

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