सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली की अध्यक्षता में मंत्रालय भवन स्थित सभागार में राजस्थान ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड की बैठक में लिया गया निर्णय
बाड़मेर। राजस्थान सरकार ट्रांसजेंडर्स को लिंग परिवर्तन सर्जरी यानी सेक्स रिअसाइन्मेंट सर्जरी (एसआरएस) कराने के लिए ढाई लाख रुपए तक की मदद देगी। यह सर्जरी ट्रांसजेंडर्स की इच्छा पर ही कराई जाएगी। राज्य में 20 हजार से अधिक ट्रांसजेंडर्स हैं। राजस्थान देश का पहला राज्य होगा, जहां ट्रांसजेंडर्स की एसआरसी कराई जाएगी।
राज्य सरकार ने इसके लिए 10 करोड़ रुपए का 'उत्थान कोष' भी बनाया है। द मूकनायक को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ओमप्रकाश तोषनीवाल ने बताया कि सरकार या तो सर्जरी फ्री करवाएगी या फिर 2.50 लाख रुपए तक का भुगतान करेगी। इच्छुक पात्र ट्रांसजेंडर सामाजिक अधिकारिता न्याय विभाग में आवेदन कर सकते हैं।
बोर्ड बैठक में लिया गया निर्णय
बता दें कि गत 11 अक्टूबर 2022 को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली की अध्यक्षता में मंत्रालय भवन स्थित सभागार में राजस्थान ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इससे पहले वर्ष 2021 में ट्रांसजेंडरों के अधिकारों की सुरक्षा अधिनियम.2019 के तहत ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड का गठन किया गया। इसके साथ ही डीआईजी ऑफिस में ट्रांसजेंडर सुरक्षा प्रकोष्ट की भी स्थापना की गई, जिसमें ट्रांसजेंडरों पर होने वाले अपराध व शोषण की स्थिति में शिकायत कर त्वरित निदान पाया जा सकता है।
ऑपरेशन से पहले काउंसलिंग भी जरूरी
एसएमएस जयपुर में गायनोकोलॉजिस्ट विभाग की डॉ प्रथा चतुर्वेदी ने बताया कि ट्रांसजेंडर के शरीर की बनावट में हार्मोंस का असंतुलन होता है. ऐसे में इस सर्जरी में महिला व पुरूष दोनों में ही प्रकृतिक रूप से शरीरिक संरचना में परिर्वन होता है. ऐसे में जब सर्जरी होगी तो उन्हें मानसिक रूप से परिपक्व होना होगा. इनकी सेक्स रिअसाइन्मेंट सर्जरी की जाएगी. सबसे पहले ये देखा जाएगा की हार्मोंस की अधिकता कैसी है. पुरूष हार्मोंस अधिक हैं या महिला इसके साथ ही साइकेट्रिस्ट द्वारा उसकी काउंसलिंग की जाएगी. सभी चरणों से गुजरने के बाद अभिभावकों से सर्जरी की अनुमति ली जाएगी. सभी जटिलताओं के बाद इसमें मनोचिकित्सा, हार्मोन थैरेपी व यौद शल्य चिकित्सा का प्रयोग किया जाता है
तीन तरह की सर्जरी
पुरुष से महिलाः इसके लिए वेजाइनोप्लास्टी, क्लाइटेरो, लेबियोप्लास्टी, पिनेक्टॉमी और ऑर्किडेक्टोमी प्रक्रिया करते हैं।
महिला से पुरुषः इसके लिए पीनाइल एवं स्क्रोटल, री-कंस्ट्रक्शन प्रक्रिया करते हैं।
नॉन जेनेटाइलः बेस्ट एनलाइजमेंट, मेस्टेटॉमी, फेशियल फेमिनाइजेशन सर्जरी, वॉयस सर्जरी कराते हैं।
ट्रांसजेंडर के लिए योजनाएं
-हर ट्रांसजेंडर का पहचान पत्र बनेगा, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
-व्यावसायिक और तकनीकी कोर्स फ्री करवाएंगे।
-स्वरोजगार के लिए 50 हजार रुपए तक लोन।
-कोटा, जयपुर, भरतपुर, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर और अजमेर में काउंसलर की नियुक्ति।
-उच्च शिक्षण संस्थानों में भत्ता, किराया व स्कॉलरशिप।
20 नवंबर को ट्रांसजेंडर्स दिवस मनाएगी सरकार
20 नवंबर को सरकार प्रदेश भर में ट्रांसजेंडर्स दिवस मनाएगी। प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर तक किन्नर महोत्सव और किन्नर आर्ट एंड कल्चर फेस्टिवल करवाए जाएंगे। राज्य स्तर के कार्यक्रम के लिए सरकार 10 लाख रुपए और जिला स्तर के कार्यक्रम के लिए 1 लाख रुपए देगी।
जिलास्तर पर होती है समिति
तृतीय लिंग वर्ग में पंजीकरण के लिए जिला स्तर पर समिति का गठन किया गया है। इसमें जिला कलक्टर को अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, तृतीय लिंग वर्ग के दो प्रतिनिधि, एक मनोवैज्ञानिक व सामाज कल्याण विभाग अधिकारी सदस्य होते है। समिति तृतीय लिंग वर्ग के सदस्यों को पहचान पत्र व अन्य प्रमाणपत्र उपलब्ध कराती है।
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