भोपाल। मध्य प्रदेश के खण्डवा में नगर निगम (Khandwa Municipal Corporation) के सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे है। निगम तिराहे पर सफाई कामगार रंजिता चौहान सहित अन्य कर्मचारियों द्वारा भूख हड़ताल (hunger strike) की जा रही है। करीब 15 दिनों की भूख हड़ताल के कारण रंजीता चौहान की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कर्मचारियों का कहना है कि जबतक सरकार उनकी मांग नहीं मान लेती तब तक वे हड़ताल जारी रखेंगे। सभी कामगारों ने काम भी पूरी तरह बंद कर दिया है।
तीन सूत्रीय मांगों को लेकर निगम के सफाई कामगार भूख हड़ताल कर रहे है। पिछले 15 दिन से हड़ताल जारी है। सफाईकर्मियों (Scavengers) की मांग है नगर निगम विनियमतिकरण समाप्त कर स्थायी करने, ठेका प्रथा समाप्त करने व आवासों का मालिकाना हक उन्हें दे। निगम की सफाईकर्मी रंजीता चौहान सहित अन्य कर्मियों द्वारा प्रदर्शन की शुरुआत की गई। जब निगम प्रशासन की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिला तब रंजीता चौहान और अन्य कर्मियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी।
द मूकनायक से बातचीत करते हुए रंजीता चौहान ने बताया कि वह पिछले 15 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। जब तक निगम प्रशासन और सरकार उनकी मांग नहीं मानते उनका आंदोलन जारी रहेगा। रंजीता ने बताया कि जो लोग शहर को साफ रखने में जी जान लगा देते है। उन्हें पक्की नौकरी का अधिकार होना चाहिए।
खण्डवा नगर निगम के करीब एक हजार सफाई कामगारों ने फिलहाल काम बन्द कर दिया है। इन सफाईकर्मियों को 7 हजार से 11 हजार तक भुगतान नगर निगम करता है। यह सभी अस्थाई कर्मचारी है। जिनकी ठेका टेंडर प्रक्रिया और कुछ कर्मी 29 दिवसीय संविदा स्कीम के तहत भर्ती की गई है।
सफाईकर्मियों ने बीते शनिवार को निगम तिराहे पर करीब 1 घंटे तक चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान वहाँ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। आक्रोशित कर्मचारियों ने कहा कि कामगारों को स्थायी करने के साथ ही आवासों का मालिकाना हक दिलाने, विनियमितिकरण योजना समाप्त करने के लिए यह आंदोलन किया जा रहा है। हम शांति से हड़ताल कर रहे हैं। शासन से अपेक्षा है कि हमारी मांगों का जल्द निराकरण करें। इस बीच पहुंचे कोतवाली टीआई बलराम सिंह राठौड़ ने कर्मचारियों को समझाइश देकर चक्काजाम खुलवाया। इसके बाद कर्मचारियों ने धरना-स्थल से नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.