भोपाल। मध्य प्रदेश के हरदा पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर लोगों ने अनिश्चितकालीन धरने के साथ 12 लोगों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। सर्व समाज के लोग घंटाघर चौक पर धरने पर बैठे हैं। पीड़ित परिवार के लोगों को दी गई मुआवजा राशि को बढ़ाने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन शुरू हुआ है।
शुक्रवार से शुरू हुए इस धरने में शहर के लोगों ने पीड़ितों को उचित मुआवजा देने के साथ दोषी अधिकारी, कर्मचारियों पर कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। शहर के घण्टाघर चौक पर करीब 70 से अधिक लोग धरना दे रहे हैं।
बीते 6 फरवरी को मध्य प्रदेश के हरदा पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं दो सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे। भीषण विस्फोट के बाद आस-पास के एक दर्जन से भी ज्यादा मकानों को नुकसान हुआ था। पीड़ितों को मुआवजा देने की बात प्रशासन की ओर से की गई थी, लेकिन करीब ढाई लाख का ही मुआवजा दिया जा रहा है। इस कारण से पीड़ितों के साथ शहर के अन्य लोगों ने उचित मुआवजा देने की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू किया है।
द मूकनायक से बातचीत करते हुए हरदा के समाज सेवी हेमंत ताले ने बताया कि प्रशासन से बातचीत हुई है, लेकिन लिखित रूप से कोई आश्वासन नहीं दिया गया। हेमंत ने कहा- "जब तक प्रशासन हमारी मांगों को नहीं मानता हम पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए धरने पर बैठे रहेंगे।" इधर, हरदा की तहसीलदार लवीना घाघरे ने कहा, "धरना स्थल पर जाकर हमने बात की है, पीड़ित हमारी बात से सहमत हैं। किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हैं"
यह हैं मुख्य मांगें
1. हरदा फैक्ट्री ब्लास्ट पीड़ितों को उचित मुआवजा, इलाज और संरक्षण दिया जाए।
2. हरदा फैक्ट्री ब्लास्ट की सही वैज्ञानिक जांच, नुकसान का मूल्यांकन हो।
3. पीड़ितों की सही संख्या का पुनः आकलन हो।
4. मामले के जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों पर भी केस दर्ज हों और उनपर कानूनी कार्रवाई की जाए।
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