उत्तर प्रदेश: सरकारी अस्पताल में गरीबों को मुफ्त में बांटने के लिए आई दवाइयों को कूड़े में फेंका!

दरअसल, बरेली के नवाबगंज जिले का यह पूरा मामला है। बजरंग दल के जिला संयोजक प्रेम गंगवार ने इसका वीडियो बना लिया।
द मूकनायक को प्रेम गंगवार ने बताया- "नवाबगंज सीएचसी मेरे घर से लगभग 3 किमी मीटर दूरी पर मौजूद है। शायद यह सब दवाइयां वहां से लाकर यहां फेंकी गई होंगी।"
द मूकनायक को प्रेम गंगवार ने बताया- "नवाबगंज सीएचसी मेरे घर से लगभग 3 किमी मीटर दूरी पर मौजूद है। शायद यह सब दवाइयां वहां से लाकर यहां फेंकी गई होंगी।"
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बरेली। यूपी के बरेली जिले के नवाबगंज में दवाइयों का जखीरा खुले में फेंक दिया गया। यह वही दवाइयां हैं जो सरकारी अस्पताल में मरीजों को मुफ्त में बांटने के लिए मंगवाई जाती है। बड़ी बात यह है कि इन दवाइयों में की एक्सपायरी का समय 2025 है, इस पूरे मामले में बरेली के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कार्रवाई करने की बात कही है।

दरअसल, बरेली के नवाबगंज जिले का यह पूरा मामला है। बजरंग दल के जिला संयोजक प्रेम गंगवार ने इसका वीडियो बना लिया। द मूकनायक ने प्रेम गंगवार से बातचीत की। प्रेम गंगवार ने बताया- "मैं नवाबगंज के सिजौलिया गांव में रहता हूँ। नवाबगंज सीएचसी मेरे घर से लगभग 3 किमी दूरी पर मौजूद है। शायद यह सब दवाइयां वहां से लाकर यहां फेंकी गई होंगी।"

गंगवार ने बताया-"मैं रोजाना की तरह सुबह टहलने के लिए सिंघिया नदी के पास जाता हूँ। यह मेरे घर से थोड़ी ही दूर पर मौजूद है। 28 मार्च की सुबह टहलने गया तो बड़ी मात्रा में दवा यहां फेंकी गई थी। कुछ दवाओं की एक्सपायरी 2025 है। यह सारी दवाएं काफी दूर तक फैली हुई थी। मैंने इसका वीडियो बना लिया।"

बरेली की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिला अस्पताल में बीते 12 मार्च 2024 को इलाज के लिए लम्बी कतार लग गई थी। इस दिन ओपीडी में लगभग ढाई हजार से ज्यादा मरीज आये थे। मौसमी बीमारी के कारण लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। अस्पताल में ईलाज कराने के लिए कई मरीजों में पर्चा बनवाने के लिए घटों इन्तजार करना पड़ा था। वहीं दवाइयों के अभाव के कारण अस्पताल प्रशासन से तीमारदारों की नोंक-झोंक भी हुई थी।

बहरहाल, इस पूरे मामले को लेकर द मूकनायक ने बरेली के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से बातचीत की। उन्होंने बताया- "पूरे मामले को लेकर सख्त कार्रवाई की जायेगी। दवाएं वहां कैसे पहुंची इसकी भी जांच की जायेगी।"

द मूकनायक को प्रेम गंगवार ने बताया- "नवाबगंज सीएचसी मेरे घर से लगभग 3 किमी मीटर दूरी पर मौजूद है। शायद यह सब दवाइयां वहां से लाकर यहां फेंकी गई होंगी।"
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द मूकनायक को प्रेम गंगवार ने बताया- "नवाबगंज सीएचसी मेरे घर से लगभग 3 किमी मीटर दूरी पर मौजूद है। शायद यह सब दवाइयां वहां से लाकर यहां फेंकी गई होंगी।"
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