MP किसान न्याय यात्रा: प्रदेशभर में कांग्रेस ने निकाली ट्रैक्टर रैली, पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी, भोपाल में बेरिकेड्स लगाकर रोका

इंदौर में इस न्याय यात्रा का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने किया, जबकि भोपाल में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने इसे आगे बढ़ाया।
भोपाल में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका।
भोपाल में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका।इंटरनेट
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भोपाल। मध्य प्रदेश में शुक्रवार को प्रदेशभर में कांग्रेस द्वारा निकाली गई किसान न्याय यात्रा एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम माना जा रहा है। जिसमें पार्टी ने प्रदेशभर में सोयाबीन, गेहूं, और धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने की मांग को लेकर आवाज उठाई है। कांग्रेस नेताओं ने कई शहरों में इस यात्रा का नेतृत्व किया, जिससे यह साफ है कि किसान मुद्दों को लेकर पार्टी कितना गंभीर है।

इंदौर में इस न्याय यात्रा का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने किया, जबकि भोपाल में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह "राहुल भैया" ने इसे आगे बढ़ाया। छिंदवाड़ा में इस आंदोलन का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया, वहीं आलीराजपुर में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार यात्रा में शामिल हुए।

किसानों की मांग है, कि राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य में वृद्धि की जाए ताकि उनकी फसलों को उचित दाम मिल सके। इसके अलावा, कांग्रेस का यह भी कहना है कि किसान लगातार कर्ज में डूबते जा रहे हैं, और ऐसे में सरकार को उनके हितों के लिए कदम उठाने चाहिए।

प्रशासन और कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं के बीच टकराव

इंदौर में न्याय यात्रा के दौरान प्रशासन और कांग्रेस के बीच तनाव की स्थिति बनी रही। कांग्रेस ने 150 ट्रैक्टरों के साथ रैली निकालने की अनुमति मांगी थी, लेकिन ट्रैफिक जाम की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने केवल पांच ट्रैक्टरों की अनुमति दी। कांग्रेस कार्यकर्ता इस पर अड़े रहे, जिसके बाद प्रशासन ने रैली की अनुमति निरस्त कर दी। बाद में, काफी संघर्ष के बाद केवल एक ट्रैक्टर से रैली निकालने की अनुमति मिली, जिसे जीतू पटवारी और दिग्विजय सिंह ने नेतृत्व किया।

चोइथराम चौराहे पर कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच भी झड़प की खबरें आईं, जिसमें एक कार्यकर्ता घायल हो गया। जीतू पटवारी ने घायल कार्यकर्ता की मदद करते हुए उसे ट्रैक्टर के पास बुलाया और अपने रुमाल से खून पोंछा। इसके बाद कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और सेंट्रल जेल भेज दिया।

राजधानी में निकली किसान न्याय यात्रा, पुलिस ने रोका!

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी कांग्रेस की न्याय यात्रा को लेकर काफी जोर-शोर रहा। रातीबड़ से शुरू हुई यह यात्रा जब सूरज नगर तिराहे पर पहुंची, तो पुलिस ने उन्हें वहीं रोक लिया। पुलिस ने यहां पर 7 लेयर की बैरिकेडिंग की थी ताकि प्रदर्शनकारी आगे न बढ़ सकें। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सूरज नगर तिराहे पर ही ज्ञापन देने की बात कही। यहां भारी पुलिस बल के साथ-साथ दो बुलडोजर भी तैनात थे, जिससे स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। हालांकि, कांग्रेस के नेताओं ने एडीएम को ज्ञापन के साथ सोयाबीन के पौधे भी भेंट किए, जो एक सांकेतिक विरोध था।

भोपाल में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और अजय सिंह खुद ट्रैक्टर चलाकर रैली में शामिल हुए, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि कांग्रेस का यह आंदोलन केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि एक गंभीर मुद्दे पर आधारित है।

अन्य शहरों में हुआ प्रदर्शन

उज्जैन में कांग्रेस की न्याय यात्रा के दौरान विधायक दिनेश जैन बोस को चक्कर आ गया और वह ट्रैक्टर से गिर गए। उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना से यात्रा में कुछ समय के लिए व्यवधान आया, लेकिन बाद में यात्रा फिर से जारी रही।

भाजपा का पलटवार

भाजपा ने कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को "किसान न्याय यात्रा" के बजाय "क्षमा यात्रा" निकालनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में किसानों के लिए कुछ भी ठोस नहीं किया और अब केवल राजनीति कर रही है।

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