भोपाल। मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में किसानों के साथ ठगी का मामला सामने आया है। सागर संभाग अंतर्गत खुरई, बीना, मालथौन, पठारी और उससे सटे उत्तर प्रदेश के इलाके में ट्रैक्टर-ट्राली गायब करने वाला एक गिरोह सक्रिय है। गिरोह ने दर्जनों किसानों को ठगी का शिकार बनाया। किसानों के नए ट्रैक्टर-ट्राली बांध परियोजना और ओवरब्रिज निर्माण में किराए पर लगाने का झांसा देकर जालसाज अनुबंध कर ट्रैक्टर लेकर गायब हो गए।
बुंदेलखंड में बीना नदी परियोजना एवं अन्य बांधों की योजनाओं सहित ओवरब्रिज निर्माण कार्य स्वीकृत हुए हैं। किसान अपने खेतों में बोवनी कर ट्रैक्टर-ट्राली किराए पर लगा देते हैं। इससे उन्हें ट्रैक्टरों से खेती के अलावा भी अतिरिक्त आय होने लगती है। किसान ट्रैक्टर को बैंक से फाइनांस कराता है। जिसकी किश्त उन्हें हर महीने बैंकों को चुकाना पड़ती है।
किसानों की इस मजबूरी को समझकर जालसाजों ने एक गिरोह तैयार कर लिया। गिरोह के सदस्य गांव-गांव घूमते और नए ट्रैक्टर मालिकों की जानकारी जुटा लेते। इसके बाद उनसे संपर्क करते और ठेकेदार बनकर उन्हें हर महीने 30 हजार रुपए दिलाने का झांसा देते। इसके बाद एक महीने के 30 हजार रुपए देकर स्टाम्प पर अनुबंध कर लेते, और एडवांस राशि देकर ट्रैक्टर लेकर गायब हो जाते।
जब अगले महीने की अनुबंध राशि देने का समय आता तो यह राशि किसानों को नहीं मिलती। किसान ट्रैक्टर मांगते तो किसी को धमकी देते, किसी को बाद में लेने, तो किसी को धौंस दिखाकर भूल जाने की बात कहते हैं। नए तरीके की आफत पर किसान भी नहीं समझ पा रहे थे कि अब इनसे कैसे निपटें। एक दिन पहले ही गिरोह खुरई के बाइपास के पास ऐसे ही किसान को झांसा देकर अनुबंध कर रहे थे कि बाकी किसानों को इसकी भनक लग गई। इसके बाद किसानों ने एकजुट होकर गिरोह के तीन लोगों को दबोच लिया। इसके बाद उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया।
इस मामले में अभी तक करीब 25 किसान अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे हैं। जानकारी के मुताबिक करीब 100 किसानों के साथ यह ठगी हो चुकी है। किसानों के साथ ठगी कर करोड़ों का चूना लगाने वाले गिरोह के तीन सदस्य फिलहाल पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
खुरई देहात थाने में हर रोज किसान अपनी पीड़ा लेकर पहुंच रहे हैं। गमिरिया बुजुर्ग गांव के किसान दशरथ पिता नाथूराम ने बताया कि 4 एकड़ खेत की बंदी पर एक ट्रैक्टर गिरोह के सदस्यों ने उठवाया था। छह महीने में पहली किस्त 88 हजार 500 रुपए गिरोह के सदस्यों ने दिए थे। अब 9 लाख रुपए का कर्ज हो गया है, इसके अलावा विलंब शुल्क और ब्याज अलग है.
ठग गिरोह के चंगुल में फसे किसानों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की है। द मूकनायक से बातचीत करते हुए एसडीओपो सचिन पर्ते ने बताया कि किसानों की शिकायत पर जांच की जा रही है। इस मामले में देहात थाना प्रभारी को निर्देशित किया गया है। जिन किसानों के साथ यह घटनाएं हुईं हैं, उनसे लिखित शिकायत ली जा रही है। तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है, उनसे पूछताछ कर रहे हैं।
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