उत्तर प्रदेश: कड़ाके की ठंड में सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों को मिल पाएगा न्याय?

अचानक से भारी संख्या में अभ्यर्थियों के पहुंचने से मुख्यमंत्री आवास के बाहर खड़े पुलिस प्रशासन सकते में पड़ा.
सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी
सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे शिक्षक भर्ती अभ्यर्थीफोटो- सत्य प्रकाश भारती, द मूकनायक
Published on

उत्तर प्रदेश। राजधानी लखनऊ में तड़के सुबह भीषण ठंड में गोद में बच्चों को लिये शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी महिलाओं सहित अन्य अभ्यर्थी सीएम आवास पहुंच गए। यह महिलाएं 69 हजार शिक्षक भर्ती में हुए आरक्षण घोटाले को लेकर पिछले 500 से भी ज्यादा दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। अचानक से भारी संख्या में अभ्यर्थियों के पहुंचने से मुख्यमंत्री आवास के बाहर खड़े पुलिस प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। अभ्यर्थियों को हटाने को लेकर पुलिस बल को खासी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान अभ्यर्थियों और पुलिस प्रशासन के बीच में जमकर धक्का मुक्की और नोक झोंक भी हुई। हालांकि, काफी मशक्कत के बाद सभी अभ्यर्थियों को पुलिस बसों में भरकर इको गार्डन लेकर चली गई।

मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे अभ्यर्थियों का कहना है कि 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण घोटाले को सुधारते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद भी विभाग की ओर से अभ्यर्थियों की मांग नहीं सुनी जा रही है। 6800 शिक्षक अभ्यर्थी अपने नियुक्ति की मांग को लेकर बीते 577 दिनों से लगातार प्रदर्शन करते आ रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक नियुक्ति नहीं मिल सकी है।

अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम मंत्रियों के आवास जाकर अपनी आवाज को लगातार उठाते रहे हैं। बहरहाल उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है। इसी से आहत होकर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया और अपनी मांग रखी और कहा कि उनके साथ न्याय किया जाए उनको नियुक्ति पत्र दिया जाए।

आरक्षण में अनियमितता का आरोप

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरिंदर पटेल ने द मूकनायक को बताया कि, "69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में सरकार की ओर से घोर अनियमितता बरती गई है। इस कारण आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी पाने के मौके से वंचित कर दिया गया है। इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और सभी विसंगतियों को दूर करते हुए पीड़ित दलित और पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने का आदेश अधिकारियों को दिया था। जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगतियों को सुधारने के बाद 6800 आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची भी जारी की थी। लेकिन अभी तक जारी सूची में शामिल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है।"

अमरेंद्र पटेल ने कहा कि हमारी मांग है कि सरकार इस मामले में त्वरित समाधान निकलते हुए सभी 6800 चयनित आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान करें।

अभ्यर्थियों ने दर्जनों बार किया घेराव

ज्ञात हो कि 577 दिनों से शिक्षक अभ्यर्थी लगातार धरना दे रहे हैं। शिक्षक अभ्यर्थियों की मांग है कि 69 000 शिक्षक भारती में 6800 ओबीसी अभ्यर्थियों के साथ अन्याय किया गया और उन्हें भर्ती नहीं दी गई जिसे लेकर अभ्यर्थी सरकार का लगातार घेराव कर रहे हैं।

ऐसा नहीं है कि यह पहली बार मामला हुआ है. शिक्षक अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे अभ्यर्थी बीते 577 दिनों में कई बार विधानसभा, मुख्यमंत्री आवास और अन्य मंत्रियों के आवास का घेराव करने पहुंच चुके हैं। प्रदेश भर से इकट्ठा हुए शिक्षक अभ्यर्थी राजधानी लखनऊ के इको गार्डन में अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक वह लगातार प्रदर्शन जारी रखेंगे।

सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी
राजस्थान: राम मंदिर उत्सव के लिए दलितों से ली गई चंदा राशि वापस लौटाई!
सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी
UP: स्मारक समिति के निलंबित कर्मचारियों को दूसरे रोजगार में लगाया, प्रदर्शन जारी
सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी
तमिलनाडु सरकार क्या ट्रांसजेंडर्स को शिक्षा और रोजगार में आरक्षण देगी?

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com