यूपी: BBAU के गिरफ्तार छात्रों को मिली जमानत

बीबीएयू छात्रों ने आरोप लगाया था कि बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के नाम पर बने विश्वविद्यालय में बाबासाहेब की जयंती उपलक्ष्य में उनसे जुड़े कार्यक्रम आयोजित करने पर रोक लगा दी थी।
भीम आर्मी की लीगल टीम ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सभी 23 छात्रों की जमानत करवाई।
भीम आर्मी की लीगल टीम ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सभी 23 छात्रों की जमानत करवाई।
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में पिछले पांच दिनों से धरना दे रहे लगभग 26 छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। चिकित्सीय परीक्षण के बाद पुलिस ने 23 छात्रों को जेल भेज दिया था। जबकि तीन छात्राओं को मौके से ही छोड़ दिया गया था। भीम आर्मी की लीगल टीम ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सभी 23 छात्रों की जमानत करवाई।    

गौरतलब है कि बीबीएयू छात्रों ने आरोप लगाया था कि बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के नाम पर बने विश्वविद्यालय में बाबासाहेब की जयंती उपलक्ष्य में उनसे जुड़े कार्यक्रम आयोजित करने पर रोक लगा दी थी। वहीं, रामनवमी में बिना परमिशन के डीजे कैंपस के अंदर लाया गया और प्रोग्राम करवाया गया था। प्रशासन के इस भेदभाव पूर्ण रवैया के खिलाफ अपनी बात को लेकर छात्र 17 अप्रैल 2024 को कुलपति आवास पर उनसे मिलने गए थे। छात्रों का आरोप है कि इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने पिटाई की थी।

छात्रों ने आरोप लगाया था कि विश्वविद्यालय प्रशासन कि शह पर सिक्योरिटी कंपनी के सुरक्षाकर्मियों द्वारा बुरी तरह पिटाई करने के बाद साजिशन छात्रों के ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है। छात्रों ने कुलानुशासक संजय कुमार से इस्तीफा मांगा था। वहीं, सुरक्षा अधिकारी बी.एस.सैनी समेत छात्रों की पिटाई करने में शामिल एसआईएस सुपरवाइजर विनय प्रताप और सुरक्षाकर्मियों पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग भी की थी।

विवि के चार छात्रों सहित 25 अन्य के खिलाफ रिपोर्ट हुई थी दर्ज

इस मामले में बीबीएयू में तैनात सुरक्षा एजेंसी के एरिया मैनेजर ने विवि के चार छात्रों समेत 25 अन्य के खिलाफ आशियाना थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी थी। छात्रों ने एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठे गए। विवि कुलपति प्रो. संजय सिंह ने छात्रों से मिलकर जांच कमेटी गठित कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद धरने पर बैठे छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। तीन छात्रों की तबीयत बिगड़ने पर लोक बंधु अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

पांच दिन से चल रहा धरना छात्रों की हालत बिगड़ी 

एफआईआर रद्द करने तथा प्रॉक्टर और सुरक्षा अधिकारी तत्काल हटाए जाने की मांग को लेकर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ के छात्र हड़ताल पर बैठ गए थे। पांच दिन के लगातार धरने के बाद इस भीषण गर्मी के कारण छात्रों की तबीयत खराब हो गई। लेकिन, इसके बावजूद उनके हौसलों में कोई कमी नहीं आई। हालत बिगड़ने पर छात्रों को लोक बंधु राज नारायण हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। प्रदर्शनकारी छात्र कई बार बेहोश हो गये थे। 

प्रदर्षनकारी छात्रों के धरना स्थल पर तबियत खराब होने की खबर से हड़कंप मच गया था। जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट, एडीसीपी, एसीपी, आशियाना इंस्पेक्टर, बीबीएयू के रजिस्ट्रार ने धरने पर बैठे छात्रों से मुलाकात की। रात 10 बजे तक अधिकारियों ने कई बार बातचीत कर धरना समाप्त करने का प्रयास किया, लेकिन छात्र शांत नहीं हुए।

जिसके बाद रात 11 बजे भारी पुलिस बल विवि पहुँच गया और 26 छात्रों को हिरासत में ले लिया। छात्रों को गोसाईंगंज सीएचसी में परीक्षण के लिए भर्ती कराया गया। इन सब में तीन छात्राएं भी शामिल थी,जिसे पुलिस ने सीएचसी से ही छोड़ दिया। जबकि सुबह होते 23 छात्रों को जेल भेज दिया था।

इस मामले में भीम आर्मी के लीगल टीम के अधिवक्ता अभिषेक ने द मूकनायक को बताया कि सभी 23 छात्रों की जमानत करा ली गई है। छात्रों के खिलाफ दर्ज मुकदमे में लीगल टीम आगे भी मदद करेगी।

भीम आर्मी की लीगल टीम ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सभी 23 छात्रों की जमानत करवाई।
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भीम आर्मी की लीगल टीम ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सभी 23 छात्रों की जमानत करवाई।
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