तमिलनाडु। तिरुचि जिले में तमिलनाडु नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने एक 22 वर्षीय दलित छात्र की शिकायत की जांच शुरू की है, जिसे कथित तौर पर उसके सहपाठियों ने पेशाब पीने के लिए मजबूर किया था। इस मामले में छात्र ने फैकल्टी से शिकायत की है। छात्र की शिकायत के बाद कालेज प्रशासन की तरफ से जांच में कमेटी गठित कर दी गई है।
द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक तिरुचि में तमिलनाडु नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने एक 22 वर्षीय दलित छात्र की शिकायत की जांच शुरू की है, जिसे कथित तौर पर उसके सहपाठियों ने पेशाब पीने के लिए मजबूर किया था। रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना कथित तौर पर 6 जनवरी, 2024 को तिरुचि - डिंडीगुल राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कॉलेज परिसर के भीतर अंतिम वर्ष के स्नातक कानून के छात्रों की एक सभा के दौरान हुई थी। अंतिम वर्ष के एक दलित छात्र को कथित तौर पर उसके दो सहपाठियों, एक दलित समुदाय से और दूसरा मध्यवर्ती जाति से, ने धोखे से ठंढे पेय में पेशाब मिलाकर पिला दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि अगले दिन जब छात्र को पता चला कि उसके साथ धोखा हुआ है तो उसने फैकल्टी से शिकायत की। इस मामले में इस एस.एम. यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार, बालाकृष्णन ने कहा, “शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, संस्थान ने आगे की जांच करने के लिए तीन सहायक प्रोफेसरों के साथ एक एंटी-रैगिंग समिति का गठन किया है। समिति 18 जनवरी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। जिसके बाद संस्थान समिति के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगा. अगर वे दोषी पाए जाते हैं, तो विश्वविद्यालय उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करेगा और पुलिस में शिकायत पत्र दिया जाएगा।"
बीते सितंबर 2023 में आंध्र प्रदेश के एनटीआर जिले में एक दलित युवक पर पेशाब करने का मामला सामने आया था। युवक को छह लोग जबरन कार में बिठाकर ले गए थे। फिर चलती गाड़ी में उसके साथ मारपीट की। जब युवक ने पीने के लिए पानी मांगा तो आरोपियों ने उस पर पेशाब कर दी थी। आरोपियों में एक युवक पीड़ित का दोस्त था। सभी ने दलित युवक को चार घंटे तक बंधक बनाकर रखा था। इसके साथ ही रोपियों ने उसका जबड़ा भी तोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस ने मुकदा दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं 30 अक्टूबर 2023 को तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में छह लोगों ने दो दलित युवकों से पहले उनकी जाति पूछी, फिर मारपीट कर घायल किया और उन पर पेशाब कर दिया। आरोपियों ने मारपीट के बाद घायल युवकों को रात तक बंधक बनाकर रखा। फिर दोनों से लूटपाट की और भाग गए थे। 23 सितंबर 2023 को बिहार के पटना में एक महादलित महिला को उसके गांव का एक मनबढ़ अपने घर ले गया। फिर बेटे के साथ मिलकर उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद मनबढ़ ने अपने बेटे से महिला के मुंह पर पेशाब भी करवाया। मारपीट के बाद महिला के सिर पर गंभीर चोट आई थी।
बीती जुलाई 2023 को मध्य प्रदेश के सीधी जिले में भाजपा कार्यकर्ता ने शराब के नशे में एक मानसिक विक्षिप्त आदिवासी युवक पर पेशाब कर दिया था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने दावा कि ये वीडियो एक साल पुराना है। मुख्यमंत्री शिवराज ने पेशाब कांड पीड़ित आदिवासी के पैर धोए और माफी मांगी थी।
30 जून 2023 को राजस्थान के जमवारामगढ़ इलाके में एक दलित ने आरोप लगाया कि पुलिस वालों ने उसे किडनैप कर लिया। फिर कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा के घर ले गए। वहां डिप्टी SP शिवकुमार भारद्वाज ने उसके ऊपर पेशाब की। इसके बाद विधायक गोपाल मीणा ने उनसे जूते चटवाए थे।
हाल ही में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की वार्षिक रिपोर्ट पेश की गई। इस रिपोर्ट के मुताबिक देश भर में साल 2022 में दलितों के खिलाफ अपराध के 57,582 मामले और आदिवासियों के खिलाफ 10,064 मामले दर्ज किए गए। यह साल 2021 की तुलना में क्रमशः 13.1 प्रतिशत और 14.3 प्रतिशत अधिक है।
अकेले उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ अपराध के 15,368 मामले दर्ज़ किए गए। इससे पहले बसपा सांसद गिरीश चंद्र के एक सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने मार्च, 2023 में संसद में बताया था कि साल 2018-2022 के दरमियान दलितों के ख़िलाफ़ अपराध के 1,89,945 मामले दर्ज़ हुए हैं। इनमें से 49,613 मामले सिर्फ़ उत्तर प्रदेश में दर्ज़ किए गए।
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