भोपाल। मध्यप्रदेश के 140 नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय ने अमान्य कर दी है। इसके बाद से ही इन कॉलेजों में पढ़ रहे छात्रों का भविष्य अधर में है। विश्वविद्यालय ने कार्य परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया है।
प्रदेश के आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर से संबद्ध प्रदेश के 140 नर्सिंग कॉलेजों के 15 से ज्यादा कोर्स की 2020-21 की संबद्धता अमान्य हो गई है। इससे 8 से 10 हजार छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। जानकारी के अनुसार मान्यता अमान्य किए कॉलेजों ने संबद्धता की नियम एवं शर्तें पूरी नहीं की। साथ ही निरीक्षण में कई कॉलेज नियमों के अनुसार शर्तें पूरी नहीं कर सके। जिन कॉलेजों की संबद्धता अटकी है, इसमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर के साथ तीस जिलों के कॉलेज शामिल हैं। अब इनके छात्रों का भविष्य भी अधर में है।
विश्वविद्यालय में कार्य परिषद की एक दिसंबर को हुई बैठक के बाद यह जानकारी सामने आई है। इसके बाद से ही कॉलेज सकते में हैं। सूत्रों का कहना है कि इस स्थिति के बाद कई कॉलेजों ने संबद्धता की शर्तें पूरी करने का भरोसा दिया है। इसके बाद अब विवि प्रशासन और राज्य सरकार सशर्त अनुमति देने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि उन कॉलेजों की संबद्धता पर कोई विचार नहीं होगा, जिन्हें पहले ही शर्तें पूरी करने का समय दिया जा चुका है।
इस मामले में नाम नहीं लिखने की शर्त पर द मूकनायक से बातचीत करते हुए भोपाल के एक नर्सिंग कॉलेज के छात्र ने बताया कि वह बीएससी नर्सिंग का कोर्स कर रहा है। वर्ष 2020 में उसने नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन लिया था। लेकिन अब कुछ दिन पहले छात्र को जानकारी मिली है कि उसके कॉलेज संबद्धता अमान्य कर दी गई है। स्टूडेंट्स ने बताया कि "कॉलेज प्रबंधन से हमने जब इस संबंध में बात की तो उनका कहना था। की यह प्रक्रिया है, चिंता की बात नहीं हमने आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर में रिन्यूवल का आवेदन किया है जल्द ही कॉलेज की संबद्धता और कोर्स से संबंधित मान्यता का नवीनीकरण हो जाएगा।" छात्र ने बताया कि वह इस जानकारी के बाद से परेशान है कि कहीं 2 साल बाद उनके एडमिशन पढ़ाई को लेकर समस्या न हो जाए।
बीएससी नर्सिंग और पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग के साथ 15 से ज्यादा कोर्स ऐसे हैं, जिनकी 2020-21 की संबद्धता अमान्य की गई है। प्रमुख कोर्स में कम्यूनिटी हेल्थ नर्सिंग, चाइल्ड हेल्थ नर्सिंग, मिडिकल सर्जिकल नर्सिंग, मेंटल हेल्थ नर्सिंग, ओबीजी, डीएमएलटी, डीएक्सआरटी, डिप्लोमा इन आयुर्वेद फॉर्मेसी, बीएमएलटी, एमएससी नर्सिंग, पीडियाट्रिक, एमएमएलटी (हिमैटोलॉजी), एमएमएलटी (बायोकैमिस्ट्री), बीपीटीएच, डिप्लोमा डायलिसिन आदि शामिल हैं।
विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद ने यह भी तय किया है कि भविष्य में सत्र 2018-19, 2019-20 और 2020-21 की संबद्धता का न कोई आवेदन लिया जाएगा और न ही किसी प्रकरण पर विचार होगा। 2022-23 की संबद्धता का कैलेंडर भी जल्द जारी होगा।
वहीं द मूकनायक से बातचीत करते हुए भोपाल के कैरियर कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल सोनी टोपो ने कहा कि संबद्धता से संबंधित नवीनीकरण का आवेदन किया गया है। जल्द ही विश्वविद्यालय से कोर्सों और सम्बद्धता से सम्बंधित आदेश मिल जाएगा।
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