ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक कॉलेज में आधा दर्जन से अधिक छात्रों को योगा की अधोमुख श्वानासन स्थिति में बरसात के गंदे पानी में लट्ठ से पिटाई करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद कालेज प्रशासन में हड़कम्प मच गया। बताया गया है कि वीडियो में कॉलेज का एक सीनियर छात्र जूनियर्स को पीटते हुए दिख रहा है।
वहीं सोशल मीडिया यूजर्स ने इन वीडियो की जमकर भत्सर्ना की। इस घटना के सम्बंध में पुलिस का कहना है अब तक कालेज प्रशासन या किसी भी छात्र द्वारा लिखित शिकायत नहीं दी गई है। शिकायत प्राप्त होने पर कार्रवाई की जाएगी। कालेज प्रशासन ने वायरल वीडियो की जांच कराकर कार्रवाई किये जाने की भी बात कही है।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में विद्या प्रसारक मंडल के परिसर में एनसीसी के आधा दर्जन से अधिक जूनियर छात्रों को कथित तौर पर सीनियर द्वारा लट्ठ से पिटाई का वीडियो गुरुवार 3 अगस्त को वायरल हुआ था। जानकारी के मुताबिक यह वीडियो कालेज के ही एक छात्र द्वारा बनाया गया है। इस वीडियो में छात्र कहते हुए दिख रहा है कि जूनियर छात्रों को 15 मिनट तक बारिश में शारीरिक दंड दिया गया।
वीडियो में जूनियर्स एनसीसी कैडेटस को बारिश के पानी और कीचड़ में योगा की अधोमुख श्वानासन में जमीन पर झुकते हुए दिख रहे है। लेकिन शरीर के ऊपरी हिस्से को हाथों के बजाय सिर के सहारे रखने की कोशिश करते देखा गया है। उनके हाथ पीछे से बंधे थे। एक सीनियर छात्र एक लकड़ी के लट्ठे या पाइप से संतुलन नहीं बना पाने पर उनकी पीठ के निचले हिस्से पर क्रूर तरीके से वार करता हुआ दिखाई दे रहा है। सीनियर की मार से जमीन पर गिरे लड़कों में से एक लड़का हमला रोकने की गुहार भी लगाता है। जबकि उन्हें दोबारा उसी स्थिति में आगे की ओर झुकने को कहा गया। सूत्रों ने बताया कि परिसर में एनसीसी का प्रशिक्षण एक ही प्रबंधन के तहत आने वाले कॉलेजों के छात्रों को संयुक्त रूप से दिया जाता है। बताया जाता है कि वरिष्ठ छात्र वीपीएम के तहत आने वाले बंडोडकर कॉलेज से है। सूत्रों से पता चला है कि जूनियर के साथ मारपीट करते दिखे सीनियर को एनसीसी से निलंबित कर दिया गया है।
द मूकनायक प्रतिनिधि से बात करते हुए वीपीएम के जोशी-बेडेकर कॉलेज की प्रिंसिपल सुचित्रा नाइक ने कहा कि ‘जो शख्स जूनियर्स की पिटाई करते हुए देखा गया है वह एक छात्र है, फैकल्टी का सदस्य नहीं है। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा हुआ है, और अधिकारी कार्रवाई करेंगे। अगर किसी को कोई समस्या है, तो उन्हें अधिकारियों से मिलना चाहिए। ऐसी घटना के कारण किसी को भी एनसीसी नहीं छोड़नी चाहिए। माता-पिता और छात्रों को हम पर विश्वास रखना चाहिए।’ मीडिया से बात करते हुए एनसीपी के जितेंद्र अव्हाड़ ने कहा कि ‘मैंने इसी कॉलेज में पढ़ाई की है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
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