मध्य प्रदेश: रस्सी के सहारे नदी पार कर बच्चे जा रहे स्कूल, बाल आयोग ने कलेक्टर से मांगा जवाब

रस्सी के सहारे नदी को पार करता बच्चा और महिला [फोटो- वायरल वीडिओ क्लिप से]
रस्सी के सहारे नदी को पार करता बच्चा और महिला [फोटो- वायरल वीडिओ क्लिप से]
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भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना जिले के एक गांव में बच्चे पढ़ने के लिए हर रोज जान जोखिम में डालकर स्कूल जाते हैं। दरअसल सोशल मीडिया पर गुना का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ बच्चे रस्सी के सहारे नदी पार करते नजर आ रहे है। द मूकनायक ने इस पूरे मामले की पड़ताल की। पेश है रिपोर्ट-

गुना जिला मुख्यालय से करीब 70 किमी दूर राघोगढ़ ब्लॉक की गोचा आमल्या पंचायत में गोचापुरा गांव है। यहां सहरिया-आदिवासी और बंजारा समाज के 60 घरों की बस्ती है। पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से पंचायत व आस-पास का इलाका बाढ़ की चपेट में है। गांव को ग्राम पंचायत मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क पर जगह-जगह पानी भर गया है। ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्कूल है जो करीब तीन किलोमीटर दूर है। इसके चलते ग्रामीण व स्कूल जाने वाले करीब 30 बच्चे गोचा नदी के दोनों ओर पेड़ से बंधी एक रस्सी के सहारे नदी पार कर इस पार से उस पार जाते हैं। गत गुरुवार की सुबह इस गांव का एक बंजारा परिवार रस्सी के सहारे नदी पार कर रहा था। इस दौरान किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि, इस गांव के बच्चे हर रोज खतरों से खेलकर जामनेर और दूसरे गांव में पढ़ने के लिए जाते हैं।

स्थानीय पत्रकार रणधीर सिंह के अनुसार, ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्कूल स्थित है, जिसकी दूरी गोचापुरा से लगभग 3 किमी है। हालांकि गांव तक आने-जाने के लिए सड़क है, लेकिन बारिश से जगह-जगह जलभराव हो गया है। सड़क मार्ग से पंचायत मुख्यालय तक जाना दूर पड़ता है। इसलिए ग्रामीण व बच्चे शार्टकर्ट रास्ता अपनाते हैं। इसके लिए उन्हें गोचा नदी पार करनी पड़ती है। कुछ ग्रामीण नदी पार स्थित खेतों तक जाने के लिए रस्सियों का सहारा लेते हैं।

हो चुके हैं हादसे

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जब नदी उफान पर होती है, तो रस्सियां भी डूब जाती है। ऐसे में बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं, लेकिन कई बार बच्चों का रस्सी पर से पैर फिसल जाने की वजह से नदी में गिर जाते हैं। ऐसी एक घटना अभी हाल में हुई, जब रस्सी से नदी पार करते हुए एक बच्चा पानी में जा गिरा। गांव के ही एक युवक ने नदी में कूद कर उसकी जान बचाई।

ग्रामीणों का कहना है कि, गोचा नदी पर एक पुलिया है जो भारी बारिश के दौरान अक्सर जलमग्न हो जाती है। पुल बनाने को लेकर पिछले 30 साल से आवेदन तहसील और एसडीएम कार्यालय को दे रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी पुल का निर्माण नहीं हुआ है।

द मूकनायक ने इस मामले में राघोगढ़ एसडीएम अक्षय तमरवाल से बात की। उन्होंने बताया कि, गांव से बाहर जाने के लिए पुलिया बनाई गई है। लेकिन गांव के लोग बारिश के पहले शॉर्ट रास्तों के इस्तेमाल करते आए हैं। वर्तमान में उन रास्तों पर पानी का भराव है। लेकिन गाँव के लोग पुलिया से जाने के बजाय शॉर्टकट रास्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं। एसडीएम के मुताबिक, गाँव के लोगों को समझाइश की गई है।

राज्य बाल संरक्षण आयोग ने मांगा जवाब

गुना के गोचापुरा में रस्सी पकड़ कर नदी पार कर रहे बच्चों का वीडियो वायरल होने के बाद मध्यप्रदेश के बाल संरक्षण आयोग ने गुना कलक्टर से जवाब मांगा है। द मूकनायक से बातचीत करते हुए बाल आयोग के सदस्य ब्रजेश चौहान ने बताया कि इस मामले में उन्होंने संज्ञान लेते हुए कलक्टर को पत्र लिख कर 15 दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन मांगा है। चौहान ने बताया कि जांच के बाद मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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