लाडो योजना : बालिका सशक्तीकरण के लिए हर बेटी को एक लाख रुपए देगी राजस्थान सरकार

मुख्यमंत्री राजश्री योजना को लाडो योजना में समायोजित कर दिया है। अब 50 हजार की जगह एक लाख रु. की राशि दी जाएगी, जो छह की बजाए सात किश्तों में दी जाएगी।
 लाडो योजना में प्रथम कक्षा से 12वीं कक्षा तक राजकीय स्कूलों के साथ ही राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों को भी शामिल कर लिया है।
लाडो योजना में प्रथम कक्षा से 12वीं कक्षा तक राजकीय स्कूलों के साथ ही राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों को भी शामिल कर लिया है।
Published on

बांसवाड़ा - बालिका सशक्तीकरण के लिए चलाई जा रही मुख्यमंत्री राजश्री योजना की जगह राज्य सरकार लाडो प्रोत्साहन योजना लेकर आई है। लाडो योजना महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित की जाएगी।

यह जानकारी ग्राम पंचायत अमरथुन के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के सस्था प्रधान अरुण व्यास ने बालिका सशक्तीकरण के लिए नोडल अधिकारियों की बैठक में लाडो प्रोत्साहन योजना के शुरुआत ओर कार्ययोजना निर्माण के अवसर पर मुख्यमंत्री राजश्री योजना की समीक्षा बैठक में कहे.

व्यास ने बताया कि राजस्थान में मुख्यमंत्री राजश्री योजना को लाडो प्रोत्साहन योजना में मर्ज करते हुए 6 की जगह 7 किश्तों में दुगनी राशि एक लाख रुपए मिलेगी.

राजस्थान में राजश्री योजना से राशि भी दाे गुना कर 50 हजार की जगह अब एक लाख रुपए की राशि दी जाएगी।

अब लाडो योजना में प्रथम कक्षा से 12वीं कक्षा तक राजकीय स्कूलों के साथ ही राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों को भी शामिल कर लिया है।

इसी प्रकार लाडो योजना में 12वीं क्लास में प्रवेश पर ही राशि दे दी जाएगी, जबकि राजश्री योजना में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही राशि मिलती थी। वहीं, बच्ची के जन्म पर सेविंग बॉण्ड की जगह अब संकल्प-पत्र मिलेंगे।

राजश्री में पहले 6 किश्तों में राशि मिलती थी। लाडो योजना में 50 हजार रु. की एकमुश्त अतिरिक्त राशि दिए जाने के लिए 7वां चरण जोड़ा गया है।

लाडो योजना की खास बात यह है कि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक बालिकाओं तक पहुंचाने के लिए परिवार की बालिकाओं की संख्या की सीमा का प्रावधान हटा दिया है।

इसमें परिवार में जन्म लेने वाली सभी बालिकाओं को सभी लाभ मिलेंगे।

जबकि राजश्री योजना में प्रथम दो किश्त का लाभ जन्म लेने वाली सभी बालिकाओं को मिलता है। तीसरी से लेकर आगे की किश्तों का लाभ परिवार की अधिकतम 2 जीवित संतानों को ही देय है।

इस योजना का पूरा लाभ तभी मिलेगा, जब पहले की सभी किश्तें प्राप्त कर ली गई हों। तभी योजना की अगली किश्त की राशि मिलेगी। तीसरी से सातवीं किश्त के बीच में किसी भी किश्त की राशि नहीं लिए जाने की स्थिति में उचित कारण का उल्लेख करते हुए पात्रता पूर्ण करने वाली बालिका को अगली किश्त का लाभ मिल सकेगा।

हालांकि, पहली दो किश्तों का लाभ लेना अनिवार्य होगा।

7 चरणों में कैसे और किन बच्चियों को मिलेगा योजना का लाभ

राजकीय व अधिस्वीकृत निजी अस्पतालों में बालिका के जन्म पर पहली किश्त-2500 रु.

एक वर्ष की आयु व सभी टीकाकरण पूर्ण करने पर दूसरी किश्त-2500 रु.प्राप्त होगे।

राजकीय व सरकारी मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर तीसरी किश्त-4000 रु.प्राप्त होगे।

इसी तरह राजकीय व सरकारी मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर चौथी किश्त-5000 रु प्राप्त होगे।

राजकीय व सरकारी मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में 10वीं क्लास में प्रवेश लेने वाली बालिका को 5वीं किश्त-11000 रु प्राप्त होगे।

इसी तरह राजकीय व सरकारी मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में 12वींं क्लास में प्रवेश लेने पर छठी किश्त-25000 रु.

सरकार से मान्यता प्राप्त संस्थानों में स्नातक उत्तीर्ण करने व 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर डीबीटी के माध्यम से 7वीं किश्त का भुगतान होगा-50,000 रुपए प्राप्त होगे।

मुख्यमंत्री राजश्री योजना को लाडो योजना में समायोजित कर दिया है। अब 50 हजार की जगह एक लाख रु. की राशि दी जाएगी, जो छह की बजाए सात किश्तों में दी जाएगी।

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com