भोपाल। मध्य प्रदेश में हजारों उच्च शिक्षा छात्राओं को राज्य सरकार की दो प्रमुख स्कॉलरशिप योजनाओं, गांव की बेटी और प्रतिभा किरण योजना, का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग ने 12वीं के बाद ग्रेजुएशन कर रही छात्राओं को इन योजनाओं के तहत प्रति माह 500 रुपए की स्कॉलरशिप प्रदान करने का प्रावधान रखा है। इसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है, लेकिन इसके बावजूद 34 हजार से अधिक छात्राओं के बैंक खातों में यह राशि जमा नहीं हो पाई है।
हालांकि योजनाओं के उद्देश्य सराहनीय हैं, मगर इनका क्रियान्वयन पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया है। प्रदेश के मऊगंज, पांढुर्णा, और मैहर जैसे नए जिलों में अभी तक रिकॉर्ड तैयार नहीं किए गए हैं। इसका परिणाम यह है कि 30 हजार 461 छात्राओं के आवेदन पेंडिंग हैं और उन्हें उनकी स्कॉलरशिप नहीं मिल पाई है।
निवाड़ी जिले की स्थिति तो और भी चिंताजनक है, जहां से एक भी आवेदन नहीं भरा गया है। इसके अलावा, प्रतिभा किरण योजना के तहत 11235 छात्राओं ने आवेदन किया था, लेकिन 3907 छात्राओं को पिछले साल तक इसका लाभ नहीं मिल पाया है।
इस स्थिति को सुधारने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने अब राज्य के सभी सरकारी कॉलेजों के प्राचार्यों से रिपोर्ट मांगी है। यह रिपोर्ट यह जांचने के लिए आवश्यक है कि छात्राओं को योजना का लाभ क्यों नहीं मिल पाया और इसे कैसे लागू किया जाए। निजी कॉलेजों में पढ़ने वाली बेटियों के लिए भी इन योजनाओं का विस्तार करने पर विचार किया जा रहा है, लेकिन अभी तक इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं का उद्देश्य बेटियों को उच्च शिक्षा के प्रति प्रेरित करना है।गांव की बेटी योजना का लाभ उन छात्राओं को मिलता है जो ग्रामीण क्षेत्र में रहती हैं और जिन्होंने 12वीं की परीक्षा में प्रथम श्रेणी प्राप्त की हो।
प्रतिभा किरण योजना उन छात्राओं के लिए है जो शहरी क्षेत्र में गरीबी रेखा के नीचे (BPL) जीवन यापन करती हैं और उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। इन योजनाओं के तहत प्रति छात्रा को 500 रुपए प्रतिमाह की स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है, जो सालाना 5000 रुपए बनती है।
छात्राएं निम्नलिखित चरणों का पालन करके इन योजनाओं का लाभ उठा सकती हैं:
1. आवेदन प्रक्रिया: प्रत्येक वर्ष उच्च शिक्षा विभाग स्कॉलरशिप के लिए आवेदन की तिथि घोषित करता है। इस दौरान छात्राओं को स्कॉलरशिप पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होता है।
2. प्राचार्य की स्वीकृति: छात्राओं के आवेदन को संबंधित महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा मंजूरी दी जाती है।
3. राशि जमा: स्वीकृति के बाद स्कॉलरशिप की राशि सीधे छात्राओं के बैंक खातों में जमा की जाती है।
यह एक प्रोत्साहन योजना है, इसलिए इसके लाभार्थी अन्य सरकारी योजनाओं का भी लाभ उठा सकते हैं।
गांव की बेटी योजना
आवेदन करने वाली छात्रा को गांव की निवासी होना चाहिए। 12वीं की परीक्षा में कम से कम 60% अंक होने चाहिए। वह सरकारी, प्राइवेट कॉलेज या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन कर रही हो।
प्रतिभा किरण योजना
आवेदन करने वाली छात्रा शहरी निवासी होनी चाहिए। छात्रा का नाम गरीबी रेखा के नीचे (BPL) जीवन यापन करने वाली सूची में होना चाहिए। उसने शहरी स्कूल से 12वीं की परीक्षा में कम से कम 60% अंक प्राप्त किए हों। वह भी सरकारी, प्राइवेट कॉलेज या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन कर रही हो।
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