पटना। इस देश में किसी ने लोकतंत्र की कद्र नहीं की, न ही सम्मान किया है, जबकि प्रजातंत्र या डेमोक्रेसी इस देश के प्रत्येक व्यक्ति को प्रभावित करती है, लोगों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी नहीं है। इसलिए हमारी संस्था इंडियन डेमोक्रेडिक यूनियन लोगों में लोकतंत्र की समझ बनाने के लिए जागरूकता का काम करती है। यह विचार बिहार से बीजेपी विधायक ललन पासवान ने द मूकनायक से खास बातचीत में व्यक्त किए। उन्होंने आगे कहा कि संवैधानिक संस्थाओं पर हमले की बात कांग्रेस तो न ही करे। कांग्रेस राज में ’इंद्रा इज इण्डिया, इंडिया इज इंद्रा’ नारा बुलंद था। राजशाही थी। लोकतंत्र की बात भाजपा के अलावा अन्य कोई नहीं कर सकता है।
विधायक पासवान ने कहा कि इंडियन डेमोक्रेटिक यूनियन लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक कर रहा है। सरकार की खैरात को लोग अपना अधिकार समझ बैठे है। जबकि इस देश के लोकतंत्र में जनता सबसे ऊपर है। विधायक, सांसद, सरपंच, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री सभी को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जनता के मत से चुना जाता है।
विधायक पासवान ने कहा कि देश के छोटे दुकानदार कर्मचारी और सभी लोग किसी न किसी रूप में सरकार को टैक्स दे रहे हैं। कोई जीएसटी के रूप में तो कोई इनकम टैक्स के रूप में। इस देश का गरीब-किसान भी सामग्री खरीदी पर जीएसटी देता है। इसी टैक्स के रुपयों से सांसद और विधायकों को तनख्वाह मिलती है। इसलिए इस देश के असली मालिक जनता ही है।
विधायक पासवान ने भारत की शिक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा भारतीय शिक्षा व्यवस्था पूरे विश्व के सभी देशों से ज्यादा खराब है, जिसका जिम्मेदार भी उन्होंने कांग्रेस को बताया। उन्होंने कहा कि भारत के पड़ोसी और छोटे देश खुशहाल है। उन्होंने भूटान का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां हर एक व्यक्ति रोजगार से जुड़ा हुआ है। उसका कारण है कि उन्होंने अपने देश की डेमोक्रेसी को समझा अपने अधिकारों को पहचाना।
निजीकरण के सवाल पर बातचीत करते हुए कहा कि देश में इसकी शुरुआत कांग्रेस ने की। उन्होंने इसका जिम्मेदार कांग्रेस को बताया। साथ ही विधायक पासवान ने कहा कि कांग्रेस ने देश को खोखला कर दिया, जिसका जिम्मेदार उन्होंने नरसिम्हा राव को बताया।
अल्पसंख्यक सुरक्षा और उनके अधिकारों के सवाल पर ललन पासवान ने कहा कि सरकार हमेशा सूर्य और चन्द्रमा की तरह काम करती है। सभी पर एक ही जैसा प्रकाश आता है। बीजेपी सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मुस्लिमों को मिल रहा है। वहीं उन्होंने मुस्लिम समुदाय पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिमों को बीजेपी से एलर्जी रहती है। हमारी पार्टी में शहनवाज हुसैन जैसे बड़े नेता है जो सबको एक नजरिए से देखते हैं। उनको भी चुनाव मुस्लिमों ने हराया, उन्हें वोट नहीं दिए। वह जब अपने लोगों को चुनाव हराते है तो उन्हें टिकट कैसे मिलेगा।
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