बदायूं। यूपी के बदायूं जिले में एक नाई ने दलित सफाईकर्मी के बाल काटने से मना कर दिया। विरोध पर मारपीट की। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। वहीं नाई अलग ही कहानी बता रहा है। नाई का कहना है सीओ साहब ने शेविंग कराने के लिए बुलाया था। दुकान पर ग्राहक होने के कारण वह 20 मिनट देरी से पहुंचा। इस पर सीओ साहब ने जमकर गालियां दीं। झूठा मुकद्मा दर्ज कर लिया।
दरअसल,पूरा मामला बदायूं जिले के बिसौली इलाके का है। इस इलाके में रहने वाले विनोद की नगर पालिका के पास हेयर ड्रेसिंग की दुकान है। नगर पालिका के पास में ही गदरपुरा मोहल्ला पड़ता है इस मोहल्ले में मनी रहता है। मनी अनुसूचित जाति समाज से है।
द मूकनायक को मनी ने बताया-"मैं दुकान पर बाल कटवाने गया था। मेरी जाति के कारण विनोद ने मेरे बाल काटने से मना कर दिया। जब मैंने इसका विरोध किया तो मेरे साथ गाली गलौच और मारपीट की। मैं सीओ साहब के आवास पर सफाई का काम करता हूँ।"
इस मामले में नाई का परिवार अलग ही कहानी बता रहा है। विनोद के भाई शिवकुमार ने द मूकनायक को बताया-"मेरा भाई विनोद मंगलवार को दुकान पर बैठा था। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी आए और उसे उठाकर कोतवाली ले गए। हम लोग पीछे से पहुंचे तो पुलिस ने कहा कि सीओ साहब के निर्देश पर उठाया है। बाद में छोड़ देंगे। सीओ साहब ने अपनी शेविंग कराने के लिए विनोद को आवास पर बुलाया था। वह देरी से पहुंचा तो उसके साथ गाली-गलौज करके भगा दिया और बाद में कोतवाली में बंद करवा दिया।"
इस मामले में सीओ सुनील कुमार ने बताया -"विनोद ने एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति के बाल काटने से इनकार किया था। उसकी शिकायत पर नाई को पकड़वाया था। उसके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा भी लिखा जा रहा है। नाई के परिजनों द्वारा मुझ पर लगाए गए आरोप निराधार हैं।"
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