लखनऊ। यूपी के मेरठ जिले के खरखौदा क्षेत्र में सफाईकर्मी ने अपनी बहन की शादी के लिए मैरिज हाउस (लॉन) बुक किया। लॉन के मालिक को जब इस बात की जानकारी हुई कि लॉन की बुकिंग करने वाला दलित 'वाल्मीकि' समाज का व्यक्ति है उसने शादी की बुकिंग रद्द कर दी और पैसे वापस ले जाने के लिए बोला। लॉन मालिक के इस व्यवहार से दलित समाज ने नाराजगी जाहिर की। दलित समाज के लोगों ने मेरठ के एसएसपी कार्यालय का घेराव कर कार्रवाई की मांग की। इस मामले में पुलिस ने शादी उसी लॉन में कराने की बात कही है। वहीं ऐसा व्यवहार करने पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है।
जानिए क्या है पूरा मामला
यूपी में मेरठ के खरखौदा क्षेत्र के अलीपुर गांव में जयदीप रहते है। जयदीप अनुसूचित जाति (दलित) समाज से आते है। जयदीप नगर निगम के सफाई कर्मचारी हैं। जयदीप ने बताया- "मेरी बहन पिंकी की शादी 9 अप्रैल को होनी थी। इसके लिए मैंने हापुड़ रोड पर जुबैदा कोल्ड स्टोर के पास गोल्डन फार्म हाउस बुक किया था। इसके लिए मैंने 10 हजार रुपए एडवांस भी जमा किए थे।"
जयदीप बताते हैं- "जब फार्म हाउस के मालिक को यह पता चला कि मैं दलित समाज से हूँ औऱ सफाईकर्मी हूँ,तो उसका बुधवार शाम को फोन आया।उसने वाल्मीकि समाज का होने की बात कहकर बुकिंग रद्द कर दी। दूसरी जगह व्यवस्था करने के लिए कहा। उसने मुझसे पैसे वापस लेकर जाने के लिए भी कहा।"
परिवार सहित दलित संगठनों ने किया प्रदर्शन
इस घटना से दलित समाज को नाराजगी हुई। कई दलित संगठनों ने मिलकर 6 अप्रैल 2023 को मेरठ के एसएसपी रोहित सिंह साजवान के पास पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। दलित संगठनों ने लॉन मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। वाल्मीकि समाज के लोग भाजपा पार्षद टीसी मनोठिया को लेकर एसएसपी ऑफिस में पहुंचे थे।"
ऑडियो क्लीप एसएसपी को सौंपी
जयदीप ने लॉन के मैनेजर रईस के साथ हुई बातचीत की ऑडियो क्लिप पुलिस को सौंपी है। इस क्लिप में रईस बोल रहा है-"खरखौदा समेत अन्य क्षेत्र में वाल्मीकि समाज के प्रोग्राम नहीं किए जाते हैं।"
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