उत्तर प्रदेश: कौशाम्बी जिले के नगर पालिका मंझनपुर के एक मोहल्ले में दलितों के श्मशान की जमीन पर अवैध कब्जा किए जाने पर महिलाएं लामबंद हो गई। सामूहिक रूप से महिलाओं ने शुक्रवार को डीएम दफ्तर पहुंचकर अफसरों से इन्साफ की गुहार लगाई है। जिसके बाद डीएम दफ्तर में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने प्रार्थना पत्र लेकर एसडीएम से जांच कराकर कार्रवाई की बात कही।
नगर पालिका मंझनपुर के हजरतगंज मोहल्ले में सुमित्रा देवी पत्नी राम नरेश सहित एक दर्जन से अधिक दलित परिवार रहते हैं। मोहल्ले में भूमि खाता संख्या 1238, गाटा संख्या 1842 स्थित 1 बीघा जमीन है। इस जमीन पर दलित समाज अपने परिवार और पूर्वजों का अंतिम संस्कार व कफन-दफन करते आ रहे हैं।
महिला सुमित्रा देवी ने द मूकनायक बताया कि, "आजाद नगर मोहल्ले के रहने वाले हारून पुत्र मोहर्रम अली अपने लोगों के साथ कब्रिस्तान की जमीन पर मिट्टी डालकर कब्जा कर रहे हैं। उन पर पहले भूमाफिया संख्या 61020101001/2021 में कार्रवाई हुई थी। इसके बाद भी वह अपने लोगों को आगे कर जमीन पर कब्जा कर रहे हैं।"
पीड़ित और अन्य महिलाओं ने सामूहिक रूप से डीएम दफ्तर में पहुंचकर अफसर के सामने प्रार्थना पत्र देकर आरोप के घेरे में आए शख्स के खिलाफ कार्रवाई कर भूमि को अवैध कब्जा मुक्त कराए जाने की मांग की है। डीएम राजेश राय ने महिलाओं से प्रार्थना पत्र लेकर जांच अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के जरिए एसडीएम मंझनपुर को भेजी है। डीएम ने महिलाओं को भरोसा दिया है कि जांच के बाद मामला सही पाए जाने पर आरोपित शख्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी।
बिहार के बक्सर जिले के डुमरांव अनुमंडल के महरौरा गांव स्थित अनुसूचित बस्ती के श्मशान की घेराबंदी को लेकर दलित बस्ती के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। काफी संख्या में पहुंचे लोगों ने किए जा रहे दीवार निर्माण के कार्य को रोकवा खड़े दीवार को गिरा दिया। मामले को लेकर नाराज बस्ती के लोगों ने जमकर हंगामा किया।
बता दें कि महरौरा गांव में शिव मंदिर से पश्चिम रोड किनारे स्थित अनुसूचित जाति के श्मशान पर मिट्टी डालने और दीवार निर्माण का कार्य किया जा रहा था। दरअसल यहां के ग्रामीणों का कहना है कि इसी जगह पर दशकों पहले से उनके पूर्वज शव दफनाते आ रहे हैं। लेकिन महरौरा गांव स्थित अनुसूचित बस्ती में भू माफियाओं ने उक्त जमीन को बेच दिया है। आरोप है कि जमीन खरीदने वाले ने श्मशान में बनाए गए पक्के निर्माण पर मिट्टी डालकर उसका अस्तित्व मिटाने की कोशिश किया है, ताकि श्मशान का वजूद मिट जाए। विरोध प्रदर्शन के दौरान जमीन की घेराबंदी के लिए बनी दीवार को तोड़ दिया गया।
इस दौरान आक्रोशित लोगों ने दीवार को तोड़ने के बाद डुमरांव सीओ और थानाध्यक्ष को आवेदन देकर न्याय की जांच गुहार लगाई है। इस संबंध में अंचलाधिकारी शमन प्रकाश ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा आवेदन मिला है। मामले की सूक्ष्मता से जांच कराई जा रही है। यदि उक्त जमीन श्मशान की होगी, तो उसकी घेराबंदी नहीं करने दी जाएगी।
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