उत्तर प्रदेश: बहराइच जिले में चोरी के शक में तीन दलित बच्चों की पिटाई और उनके साथ अमानवीयता करने का मामला सामने आया है। मनबढ़ों ने उनके सिर मुंडवाकर चेहरे पर कालिख पोत दी और सिर-चेहरे पर चोर लिख दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने नाबालिगों के हाथ बांधकर पूरे गांव में भी घुमाया। बच्चे हाथ जोड़ते रहे, छोड़ने की गुहार लगाते रहे, लेकिन आरोपियों ने उन्हें छोड़ा नहीं। न ही गांव के किसी व्यक्ति ने उन्हें बचाने की हिम्मत की।
पूरा मामला कोतवाली नानपारा के ताजपुर टेडिया गांव का है। इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, ताजपुर टेडिया गांव के रहने वाले नाजिम के फार्म हाउस से गंडासा और गेहूं चोरी हो गया था। उसने अपने दोस्त कासिम और इनायत को फार्म हाउस पर बुलाया। आरोप है कि चोरी के शक में गांव के 3 बच्चों को जबरन उठाकर मुर्गी फार्म हाउस ले गए। उन्हें लात-घूसों से पीटा। फिर तीनों के हाथ रस्सी से बांध दिए।
बच्चों के मुंह पर कालिख पोत दी। आधा सिर मुंडवा दिया। फिर पूरे गांव में घुमाया। सूचना मिलते ही बच्चों के घर वाले पहुंच गए। हाथ जोड़कर बच्चों को दबंगों के चंगुल से छुड़ाया। बच्चों की उम्र 10 से 14 साल के बीच बताई जा रही है।
बच्चों के परिजनों का कहना है कि, "बच्चों ने मुर्गी फार्म पर एक साल तक काम किया था। 5 दिन पहले ही काम छोड़ दिया था। इससे नाराज होकर संचालकों ने चोरी का झूठा आरोप लगाते हुए बच्चों के साथ घटना को अंजाम दिया।"
क्षेत्राधिकारी (CO) नानपारा प्रदुमन सिंह ने बताया कि, "परिजनों की शिकायत पर SC-ST में मुकदमा दर्ज किया गया है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।"
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