जयपुर। आईआईटी मुम्बई में 18 वर्षीय दलित छात्र दर्शन सोलंकी सुसाइड मामला अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर अमृतसर पंजाब से दलित एमबीबीएस छात्रा के सुसाइड की खबर ने सभी को हिला कर रख दिया है। मृतक छात्रा पंपोशा श्री गुरु रामदास मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद इंटर्नशिप कर रही थी। 8 व 9 मार्च की दरमियानी रात को छात्रा की संदिग्ध मौत हो गई।
सूचना पर नजदीकी पुलिस थाना मकबूलपुरा पुलिस ने घटनास्थल छात्रावास पर पहुंच कर फंदे पर झूलता शव कब्जे में कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। मृतक छात्रा की मां कमलेश रानी की लिखित तहरीर पर अमृतसर मकबूलपुरा थाना पुलिस ने श्री गुरु रामदास अस्पताल की महिला रोग विभाग की एच.ओडी. डॉ. प्रतिभा, डॉ. बीरदविंदर सिंह, सीआर गगनदीप कौर, डॉ. प्रभहिम्मत, प्रियंका, सीआर नमिशा, करणबीर सिंह, प्रोफेसर स्वाति, जिम्मी स्टेनो और डॉ. पीयूष को नामजद करते हुए छात्रा को प्रताड़ित कर जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने तथा भविष्य में चिकित्सक नहीं बनने देने के लिए धमकाने के आरोप में मामला दर्ज कर जांच वल्ला पुलिस थाने के सब इंस्पेक्टर जसबीर सिंह को सौंपी है।
पंजाब पुलिस के अनुसार मृतक छात्रा की मां ने तहरीर में बताया कि मेरी बेटी पंपोशा अमृतसर जिले के गुरु रामदास कॉलेज से एमबीबीएस पास करने के बाद इसी कॉलेज में इंटर्नशिप कर रही थी। प्रार्थी की बेटी ने 2017 में इस कॉलेज में दाखिला लिया था। मां कमलेश रानी रिपोर्ट में आगे लिखती है कि मेरी बेटी बहुत होशियार थी। इस लिए मेरी बेटी के साथ डॉक्टर वीर देवेंद्र सिंह, गगनदीप कोर, नमिशा, करणवीर सिंह, डॉ. प्रतिभा, प्रिंसिपल मनजीत सिंह सहित अन्य डॉक्टर व अधिकारी बेटी को जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते और कहते कि तुझे डॉक्टर नहीं बनने देंगे। इस संबंध में प्रार्थी ने कॉलेज के प्रिंसिपल को कई बार शिकायत भी की थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया।
प्रार्थी ने आगे लिखा कि प्रिंसिपल ने मेरी बेटी को अपने पास बुलाकर बेइज्जत किया। इस वजह से मेरी बेटी बहुत परेशान रहती थी। बेटी समय-समय पर अपनी परेशानी मुझे व नाना को फोन कर तथा व्यक्तिगत रूप से मिलकर बताती थी। अब बेटी गत दो दिनों से फोन अटेंड नहीं कर रही थी। इस वजह से प्रार्थी खुद बेटी से मिलने के लिए अमृतसर मेडिकल कॉलेज पहुंची। बेटी के कमरे पहुंची, जहां वह मृत अवस्था में मिली।
स्थानीय मीडिया के अनुसार श्री गुरु रामदास मेडिकल कॉलेज अमृतसर पंजाब में एमबीबीएस की इन्टर्नशिप कर रही 25 वर्षीय दलित लड़की पंपोशा ने सहकर्मियों व प्रोफेसरों के द्वारा जातिगत भेदभाव व जातीसूचक गालियां देने से तंग आकर आत्महत्या की है। लड़की की मां ने कॉलेज प्रशासन से दो बार शिकायत भी की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
मृतक छात्रा की मां ने पुलिस को बताया कि उसके पति की मौत हो चुकी है। वह किसी तरह अपनी इकलौती बेटी को डॉक्टरी करवा रही थी। बेटी ने कड़ी मेहनत कर एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की और इसी कॉलेज में वह इंटर्नशिप कर रही थी। बेटी ने कुछ दिन पहले उन्हें बताया था कि उक्त आरोपी उसे परेशान करते हैं कि वह उसे डॉक्टर नहीं बनने देंगे। जांच अधिकारी जसबीर सिंह ने बताया कि उक्त प्रकरण में नामजद आरोपियों की भूमिका की जांच कर रहे हैं।
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