जयपुर। राजस्थान के टोंक जिले में रोजी रोटी की तलाश में बिहार से परिवार के साथ आए तीन व्यक्ति पिछले सात दिनों से लापता है। स्थानीय पुलिस इनकी तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक तीनों का कोई सुराग नहीं लगा है। तीन व्यक्ति यहां परिवार के साथ रहकर बीसलपुर बांध में मछली पकड़ने का काम करते थे। परिजन तीनों की डूबने की आशंका जता रहे है। पुलिस गोताखोरों की मदद से तलाश में जुटी है।
बीसलपुर बांध में 31 जनवरी की शाम 4 बजे किनारे पर लगे कांटे से वापस बांध के बीच नाव से मछली पकड़ने गए सीताराम सहानी (60), विनोद साहनी (52)व पप्पू सहानी (26) का एक सप्ताह से कोई अता-पता नहीं है। उस दिन शाम को तम्बाकू, बीड़ी व अन्य खाने की सामग्री लेने के बाद शाम के वक्त साथियों ने इन्हें नाव से बांध में जाते हुए तो देखा, लेकिन उसके बाद नजर नहीं आए। ना ही किसी को इनकी नाव मिली। तीनों व्यक्ति गांव भी नहीं पहुंचे ऐसे में परिजनों के साथ पुलिस की चिंता बढ़ गई। अब पुलिस तीन अलग-अलग टीमों के साथ रेस्क्यू करने के साथ ही बांध में ड्रोन से तलाश कर रही है।
देवली पुलिस थाने के हेड कांस्टेबल ने द मूकनायक से बात करते हुए कहा कि टोंक जिले के बीसलपुर बांध में मछली पकड़ने के लिए बाहरी राज्यांे से मजदूर आते हैं। यह लोग भी बिहार से 17 जनवरी को बीसलपुर बांध पहुंचे थे। यहां बांध के बीच में बने टापू पर इन्होंने 40 से 50 मजदूरों के साथ अपना डेरा डाला था। 18 जनवरी से बांध से मछली पकड़ने का काम कर रहे थे।
जांच अधिकारी ने बताया कि दिन भर मछली पकड़ने के बाद नाव से बांध किनारे लगे ठेकेदार के कांटे पर मछली तोल कर वापस टापू पर चले जाते। 31 जनवरी की शाम 4 बजे के लगभग सीताराम, विनोद व पप्पू ठेकेदार के कांटे पर मछली देने के बाद कुछ सामान लेकर एक नाव पर सवार होकर वापस बांध में गए थे। रात भर यह लोग डेरे पर नहीं पहुंचे। डेरे वाले समझते रहे कि वह किनारे पर हैं।
अगली सुबह जब तीनों लोग साथी मजदूरों को कही भी नजर नहीं आए तो इनकी चिंताएं बढ़ने लगीं। अपने स्तर पर बांध में तलाशी की। ठेकेदार भी मजदूरों की तलाश करता रहा। परिजनों ने गांव में भी तलाश किया, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। इस पर मजदूर गुमशुदा लोगांे के परिजन ठेकेदार के साथ 4 फरवरी को देवली पुलिस थाने पहुंचे। जहां पूरा घटनाक्रम बताते हुए तीनों की गुमशुदगी दर्ज करवाई है।
मजदूर जय नारायण साहनी पुत्र नंद लाल साहनी निवासी रसलपुर थाना पटोरी जिला समस्तीपुर (बिहार) ने बताया कि बीसलपुर बांध में मछली पकड़ने के लिए आए थे। 31 जनवरी को उसका पुत्र पप्पू साहनी, सीताराम साहनी पुत्र रामगति साहनी निवासी रसलपुर थाना पटोरी जिला समस्तीपुर बिहार व विनोद पुत्र बंशी साहनी निवासी लावापुर लरायन थाना महनार जिला वैशाली बिहार गत 31 जनवरी को शाम करीब 4 बजे बांध के मत्स्य लैंडिंग सेंटर से मछली पकड़ने के लिए थडोली गांव के टापू की हस्त चलित नाव लेकर गए थे। उसके बाद 1 फरवरी तक वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने बांध क्षेत्र व जलभराव के अन्य टापुओं सहित आस-पास के इलाकों में तीनों की तलाश की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिलने पर ठेकेदार के कार्मिकों को बताया गया।
बीसलपुर बांध में तीन लोगों के गायब होने की सूचना के बाद 4 जनवरी से ही देवली पुलिस थाने के 4 गोताखोर, अजमेर एसडीआरएफ के 10 जवान व टोंक सिविल डिफेंस के 6 गोताखोर निरंतर रेस्क्यू कर रहे हैं। गुम हुए तीनों मजदूरों का कोई सुराग नहीं लगने और सोमवार सुबह पुलिस ने ड्रोन की मदद ली है। अब एक टीम बांध में ड्रोन की मदद से तलाशी अभियान चला रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मलपुरा राकेश कुमार, वृत्ताधिकारी देवली सुरेश कुमार व थानाधिकारी जगदीश प्रसाद भी मौके पर कैम्प कर रेस्क्यू अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
तीन लोगों के बीसलपुर बांध में लापता होने की सूचना पर जलभराव क्षेत्र में पड़ने वाले सभी टापुओं सहित निकटवर्ती क्षेत्र में तलाश की जा रही है। वहीं मछली शिकारियों से भी पूछताछ जारी है। जलभराव काफी बड़ा क्षेत्र है। यह लोग पानी मे डूबे है या कहीं चले गए सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर जांच कर रहे है। पानी मंे न तो कही नाव मिली है। नही इन लोगों के कपड़े या शव मिल रहे है। हम ड्रोन से भी तलाश कर रहे हैं। जैसा की पुलिस उपाधीक्षक देवली टोंक सुरेश कुमार ने द मूकनायक से कहा।
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