गड़बड़ी पर सवाल उठाता तो धमकी देते थे कॉलेज वाले… दलित मेडिकल स्टूडेंट की आत्महत्या पर पिता का आरोप

गड़बड़ी पर सवाल उठाता तो धमकी देते थे कॉलेज वाले… दलित मेडिकल स्टूडेंट की आत्महत्या पर पिता का आरोप
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के एक 21 साल के छात्र के आत्महत्या का मामला सामने आया है। छात्र ने गत शनिवार को अपने हॉस्टल के कमरे में कथित तौर पर फांसी लगाकर जान दे दी। पीड़ित शैलेंद्र कुमार के परिवार ने आरोप लगाया कि दलित होने के कारण कॉलेज प्रशासन उसका शोषण कर रहा था। हाल ही में शुरू हुआ कॉलेज राज्य सरकार के अधीन एक स्वायत्त संस्थान है।

अपर पुलिस अधीक्षक नगर सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि छात्र शैलेंद्र शंखवार के पिता उदय सिंह शंखवार की तहरीर पर मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर संगीता अनेजा, परीक्षा नियंत्रक गौरव सिंह भारद्वाज एवं वार्डन समेत पांच लोगों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद रविवार को फिरोजाबाद में कड़ी सुरक्षा के बीच शैलेंद्र का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

मिश्रा ने बताया कि तहरीर में प्रिंसिपल डॉक्टर संगीता अनेजा के निर्देश पर परीक्षा नियंत्रक गौरव सिंह भारद्वाज द्वारा परीक्षा से वंचित रखने एवं फेल करने की धमकी दिए जाने की शिकायत की गई है। इसके अलावा उसमें जातिसूचक शब्दों से भी अपमानित करने का आरोप लगाया गया है। जिलाधिकारी रवि रंजन ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है जो सोमवार को फिरोजाबाद पहुंच कर मामले की जांच शुरू करेगी।

पुलिस के मुताबिक शैलेंद्र शंखवार की शनिवार को परीक्षा थी, लेकिन जब वह परीक्षा कक्ष में नहीं पहुंचा तो मेडिकल कॉलेज के स्टाफकर्मियों ने छात्रावास के उसके कमरे पर जाकर देखा और उन्होंने कमरा अंदर से बंद पाया। पुलिस के अनुसार दरवाजा तोड़ा गया तो शैलेंद्र फांसी पर लटकता पाया गया। उसे फौरन जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। उसके बाद मेडिकल छात्रों ने प्राचार्या और वार्डन पर हत्या के लिये उकसाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर फिरोजाबाद जिला अस्पताल के सामने राजमार्ग पर करीब चार घंटे तक रास्ता जाम किया था।

चूड़ी बनाने का काम करने वाले कुमार के पिता उदय सिंह शंखवार ने कहा- "मेरा बेटा कॉलेज में होने वाली अनियमितताओं और बुनियादी सुविधाओं की कमी के खिलाफ आवाज उठाता था। कॉलेज प्रशासन ने उन्हें परीक्षा में फेल करने और सस्पेंड करने की धमकी भी दी। शनिवार सुबह हुई फिजियोलॉजी की परीक्षा में उन्हें शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई। इसके कुछ देर बाद, वह अपने छात्रावास के कमरे में लटका हुआ पाया गया।"

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