महाराष्ट्र। आईआईटी बॉम्बे के छात्र दर्शन सोलंकी की आत्महत्या के मामले में जांच कर रही महाराष्ट्र पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिगेटिव टीम (एसआईटी) को दर्शन सोलंकी द्वारा लिखा एक सोसाइड नोट मिला है। इस सुसाइड नोट से कुछ हद तक दर्शन की आत्महत्या करने की गुत्थी सुलझ रही है। एसआईटी भी पूरे मामले में परत दर परत खोलने में जुट गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दर्शन को सुसाइड करने के लिए उकसाया गया था। उसने अपने सुसाइड नोट में एक सहपाठी का नाम लेते हुए लिखा था कि उसने मुझे मारा है। हालांकि पुलिस ने सुसाइड नोट को परीक्षण के लिए भेज दिया है।
आईआईटी बाम्बे में इंजीनियरिंग कर रहे दलित छात्र दर्शन सोलंकी ने 12 फरवरी 2023 को आत्महत्त्या कर ली थी। परिजनों ने जातीय भेदभाव से तंग आकर दर्शन द्वारा आत्महत्या किए जाने की बात कही थी। वहीं इस मामले में 14 फरवरी 2023 को आईआईटी बॉम्बे द्वारा 12 सदस्यों की एक जांच टीम गठित की थी। आईआईटी बॉम्बे की तरफ से बनाई गई जांच कमेटी की तरफ से अंतरिम रिपोर्ट सौंपी गई। 12 सदस्यों की जांच कमेटी ने जातिगत भेदभाव के एंगल को खारिज कर दिया था। आईआईटी बॉम्बे की गठित कमेटी के तरफ से जो रिपोर्ट सौंपी गई, उसमें ये कहा गया था कि आत्महत्या की एक संभावित वजह “खराब एकेडमिक परफॉर्मेंस“ थी।
दर्शन सोलंकी के मामले में आईआईटी प्रशासन द्वारा जारी रिपोर्ट को पिता ने पूरी तरह खारिज कर दिया था। इस मामले में पिता ने कोर्ट जाने की बात कही थी। इसके साथ ही दर्शन के पिता रमेश भाई सोलंकी ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी। जिसके बाद कमिश्नर के आदेश पर बीते 26 मार्च को तीन सहायक पुलिस आयुक्तों की एक एसआईटी गठित हुई थी, जिसकी अध्यक्षता जॉइंट कमिश्नर क्राइम लखमी गौतम कर रहे हैं। मुंबई पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला। इस सुसाइड नोट में उसने एक छात्र पर उसे परेशान करने और धमकाने का आरोप लगाया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि, जांच के दौरान पता चला है कि दर्शन सोलंकी की आत्महत्या के पीछे की एक वजह उन पर जातिगत टिप्पणी भी है। सोलंकी के रूम से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें एक विद्यार्थी का नाम लिखा है। संबंधित छात्र पर आरोप है कि वो दर्शन को परेशान करता था और उसे धमकाता था। सूत्रों ने यह भी बताया की उन्हीं दिनों के बीच हुए व्हाट्सएप चैट भी बरामद हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट में छपी खबर के मुताबिक इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने बताया, “सुसाइड नोट की बरामदगी के बाद, सोलंकी के माता-पिता को पुलिस ने यह पुष्टि करने के लिए बुलाया कि क्या लिखावट उसकी (दर्शन) है या उसकी मां की है। हमने लिखावट विशेषज्ञों को नोट भेजा है, लेकिन उसकी मां का कहना है कि लिखावट उनके बेटे दर्शन की है।’’
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