पांच साल की दलित बच्ची के साथ हुआ रेप, यूपी पुलिस ने मारपीट में दर्ज किया मुकदमा

Rape with a five-year-old Dalit girl, UP police filed a case for assault
Rape with a five-year-old Dalit girl, UP police filed a case for assault
Published on

Report- Satya Prakash Bharti

अपराध के अल्पीकरण पर थानेदार की इस करतूत की शिकायत पीड़िता के पिता ने पुलिस अधीक्षक से की।

उत्तर प्रदेश। कौशाम्बी के कडाधाम थानाक्षेत्र के एक गांव में रहने वाली मजदूर की 5 साल की बच्ची के साथ 16 साल के किशोर ने घर मे घुसकर कथित रूप से रेप किया। बच्ची के रोने की आवाज़ सुनकर उसका बड़ा भाई वहां पहुंच गया। बच्ची के भाई को देखकर आरोपी मौके से फरार हो गया। भाई ने सारी घटना की जानकारी अपने माता-पिता को दी। उनके माता-पिता किशोर के घर गए और इस घटना की जानकारी दी। इस पर किशोर के परिजनों ने बच्ची और उसके माता-पिता के साथ मारपीट की। मामले की शिकायत बच्ची के पिता ने थाने में लिखित तहरीर के रुप में दी। लेकिन पीड़ित का FIR लिखने में पुलिस ने खेल कर दिया, और मामूली मारपीट की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

क्या है पूरा मामला?

मामला कौशाम्बी जिले के कड़ाधाम क्षेत्र बारा हवेली खालसा का है। पीड़ित परिजन अनुसूचित जाति से (पासी) हैं। पीड़िता के पिता पेशे से मजदूर हैं। पिता ने बताया कि, "12 मई को उनकी 5 साल की बेटी खेल रही थी। इस दौरान शाम करीब 5:30 बजे उनके दूर के रिश्तेदार का बेटा उनके घर मे घुस आया। वह घर मे खेल रही बच्ची को कमरे में ले गया और उसके साथ रेप किया। इस दौरान बच्ची रोने और चिल्लाने लगी। बच्ची की आवाज सुनकर बड़ा बेटा कमरे में पहुंच गया। जब बेटा कमरे में पहुंचा तो उसने देखा कि आरोपी अपने कपड़े उतारे हुए था। बच्ची निर्वस्त्र अवस्था में थी और उसके गुप्तांग से खून बह रहा था।"

पीड़िता के पिता के अनुसार, आरोपी बच्ची के भाई को देखकर फरार हो गया। 5 साल की नाबालिग बच्ची ने सारी घटना की जानकारी अपने माता-पिता को दी। पीड़िता के पिता और उनकी मां इस घटना की जानकारी आरोपी के घर पहुंचकर दी। पिता का आरोप है कि, आरोपी के परिजनों ने इस दौरान उसकी पत्नी और नाबालिग बच्ची से मारपीट की। तब उन्होंने मामले को लेकर आरोपी और उनके साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ लिखित शिकायत करने थाने पहुंचे।

पीड़िता के पिता का आरोप है कि, पुलिस ने रेप की धारा में मुकदमा दर्ज करने की जगह मामूली मारपीट की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। स्थानीय पुलिस के इस खेल की शिकायत पिता ने पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी से की है।

बच्ची का मेडिकल नहीं कराने का आरोप

पिता ने बताया कि, FIR दर्ज कराने के बाद महिला पुलिस के साथ उसकी बच्ची और मां को मेडिकल के लिए इस्माइलपुर कड़ा CHC ले जाया गया। इस दौरान महिला पुलिसकर्मी द्वारा केवल बच्ची की मां का ही मेडिकल कराया गया।

तबियत बिगड़ने पर बच्ची को जिला अस्पताल किया गया रेफर

पीड़िता के पिता ने बताया कि, बच्ची के गुप्तांग से खून बह रहा था। शाम को उसकी तबियत बिगड़ने लगी। बच्ची ठीक से चल भी नहीं पा रही थी। बच्ची को उल्टियां भी हो रही थी। "हम खुद बच्ची को इस्माईल नगर कड़ा CHC ले गए जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल मंझनपुर भेज दिया गया जहां उसका इलाज चल रहा है,"पिता ने कहा।

जिला अस्पताल के डॉक्टर राजेश कुमार [Photo- Satya Prakash Bharti, The Mooknayak]
जिला अस्पताल के डॉक्टर राजेश कुमार [Photo- Satya Prakash Bharti, The Mooknayak]

जिला अस्पताल ने स्प्ष्ट की वजह

कौशाम्बी के मंझनपुर स्थित जिला अस्पताल के डॉक्टर राजेश कुमार ने बताया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट में सूजन के साथ ही चोट के निशान हैं। इसके साथ ही ब्लीडिंग भी हो रही है।

घटना पर द मूकनायक को अमिताभ ठाकुर,रिटायर्ड IPS एवं सामाजिक कार्यकर्ता, बताते हैं कि, "यह एक गम्भीर मामला है। यदि सभी बातें सच हैं तो पुलिस ने अपना कर्तव्य नहीं निभाया है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिये।"

पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी, हेमराज मीणा बताते हैं कि, "मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक कौशांबी को दी गई है। पूर्व में मारपीट की सूचना दी गई थी, जिस पर अभियोग पंजीकृत है। परिजनों से फ्रेश तहरीर लेकर मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है। यदि पुलिस की लापरवाही पायी गयी तो दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।"

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com