रामपुर गोलीकांडः गहमागहमी के बीच दलित किशोर के शव का अंतिम संस्कार, भीम आर्मी चीफ ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

मृतक सुमेश के अंतिम संस्कार पर सवाल खड़े करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि यह ऐसा ही है जैसे मथुरा में एक दलित बेटी की जबरन अंतिम संस्कार कर दिया गया था. ऐसे ही यहां पर पुलिस ने लाठियां बरसाकर जबरन दलित किशोर का अंतिम संस्कार कर दिया.
मृतक सोमेश के परिजनों से मिलकर सांत्वना देते भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद.
मृतक सोमेश के परिजनों से मिलकर सांत्वना देते भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद.Pic courtesy @BhimArmyChief
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रामपुर : उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले की मिलक तहसील क्षेत्र के सिलई बड़ा गांव में गत मंगलवार को बाबा भीमराव आंबेडकर के चित्र वाला बोर्ड हटाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था. इसके बाद एक पक्ष ने पुलिस और प्रशासन का सहारा लिया और स्थल को ग्राम समाज का बताते हुए बोर्ड हटाने की मांग शुरू कर दी. इस पर दलित समाज ने जमकर विरोध किया. इसी विरोध प्रदर्शन के बीच फायरिंग में एक दलित किशोर (सुमेश) की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए थे. परिजनों का आरोप था कि दलित किशोर की मौत पुलिस की गोली से हुई है.

प्रशासन पर शव का जबरन अंतिम संस्कार कराने का आरोप

पुलिस ने मंगलवार देर रात शव को कब्जे में लेकर बुधवार सुबह मृतक का पोस्टमार्टम कराया. सरकारी एम्बुलेंस से शव को गांव लाया गया, लेकिन परिजनों ने शव को एम्बुलेंस से उतारने से मना कर दिया. वहीं मिलक एसडीएम व तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. आक्रोशित लोग एफआईआर में एसडीएम व तहसीलदार का नाम शामिल करने व 1 करोड़ मुआवजे की मांग कर रहे थे. मामले की सूचना मिलने पर स्थानीय सांसद, जिला कलक्टर व अन्य आलाधिकारी मौके पर पहुंचे. कथिततौर पर उचित कार्रवाई का लिखित में आश्वासन मिलने के बाद भारी पुलिस बल की मौजूदगी में करीब साढ़े छह घंटे बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया.

घटना के बाद बुधवार को सिलईबड़ा गांव में जमा दलित समाज के लोग.
घटना के बाद बुधवार को सिलईबड़ा गांव में जमा दलित समाज के लोग.Pic courtesy @BhimArmyChief

रामपुर के थाना मिलक क्षेत्र सिलई बड़ा गांव पहुंची पुलिस

इस घटना को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर घटनास्थल पर पहुंच गए. हालांकि उनके पहुंचने से पहले प्रशासन ने आनन-फानन में मृतक सुमेश का दाह संस्कार करा दिया. इसके बाद ही चंद्रशेखर को गांव में जाने की अनुमति मिली. भीम आर्मी चीफ ने दलित किशोर की हत्या पर जमकर योगी और मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार दलित विरोधी है. उन्होंने सुमेश के परिजनों के लिए मुआवजे तथा परिवार में एक सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की. हालांकि उन्होंने कहा कि हमें सरकार से उम्मीद नहीं है.

किशोर को सिर में गोली मारी गई!

सुमेश के अंतिम संस्कार पर सवाल खड़े करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि यह ऐसा ही है जैसे मथुरा में एक दलित बेटी की जबरन अंतिम संस्कार कर दिया गया था. ऐसे ही यहां पर पुलिस ने लाठियां बरसाकर जबरन दलित किशोर का अंतिम संस्कार कर दिया. उन्होंने कहा कि किशोर के सिर में गोली मारी गई, जबकि अगर कानून व्यवस्था की बात होती है तो पैरों में गोली चलाई जाती है, लेकिन सिर में गोली मारी गई. भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर सीधे तौर पर निशाना साधते हुए भीम आर्मी चीफ ने कहा कि वह बाबा साहब के संविधान को खत्म करने की बात कहते हैं. सुमेश ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के पार्क से बोर्ड हटाए जाने पर अपने प्राणों की बलिदान देकर यह साबित कर दिया कि अगर बाबा साहब का संविधान हटाने की कोशिश की गई तो लाखों सोमेश अपने प्राणों के बलिदान दे देंगे, लेकिन संविधान पर आंच नहीं आने देंगे.

प्रशासन की अब तक की कार्रवाई

जिला पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि मामले में इंस्पेक्टर मिलक अनुपम शर्मा, चौकी प्रभारी सिलाईबड़ा गांव सुरेंद्र सिंह और सीओ मिलक केएन आनंद को लाइन हाजिर कर दिया गया है. इधर, सोमेश की पिता की दी गई तहरीर पर सिलाईबड़ा चौकी प्रभारी, सिपाही आदेश चौहान, वीरेंद्र, मुमतीरीन, उपजिलाधिकारी मिलक होमगार्ड हमराह, तहसीलदार हमराह होमगार्ड के अलावा ग्रामीण नत्थू, हेमराज, निर्वेश कुमार, झंजनलाल, तीरथ सिंह, जहोरीलाल, दिनेश कुमार, नौबत राम, हरनेन्दन, रामप्रकाश, ऊदल, लालसिंह, बद्री प्रसाद, चरनसिंह, रविंद्र कुमार, राजेन्द्र, भूपराम, नरेंद्र, कपिल के नाम एफआईआर में शामिल किए गए है.

भीम आर्मी की प्रमुख मांगें

भीम आर्मी ने मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है. इसके साथ ही मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने, घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, रिपोर्ट के अनुसार दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने, पीडि़त परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद व एक सरकारी नौकरी, अंबेडकर पार्क को शीघ्र बनाए जाने की अनुमति एवम् सरकारी निधि से सौंदर्यीकरण व मृतक की प्रतिमा पार्क में लगाने, सभी घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था और इन्हे भी आर्थिक मदद देने की प्रशासन से मांग की है.

मृतक सोमेश के परिजनों से मिलकर सांत्वना देते भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद.
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