राजस्थान: घोड़ी पर बिंदोरी निकाली तो मेघवाल समाज का गांव वालों ने किया बहिष्कार

प्रतीकात्मक चित्र
प्रतीकात्मक चित्र
Published on

राजस्थान। देश के कई हिस्सों से दलितों पर जुल्म और अत्याचार की खबरें लगातार आ रही हैं। कभी शादी में घोड़ी पर बारात निकालने को लेकर तो कभी मंदिर में प्रवेश को लेकर उनके साथ भेदभाव किया जाता है।

क्या है पूरा मामला?

मामला राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के डूंगला उपखंड मुख्यालय के आलोद गांव का है। जहां गांव के पिछड़ा वर्ग (OBC) समाज के लोगों ने कथित रूप से मेघवाल समाज का राशन पानी बंद कर दिया।

मामले पर द मूकनायक ने दूल्हे भेरू लाल से बात की। उन्होंने बताया कि, "19 अप्रैल को मेरी बिंदोरी (बारात) घोड़ी पर निकालने को लेकर हमने प्रशासन से मांग की थी। उस समय प्रशासन से गांव वालों ने कहा था कि हमें कोई दिक्कत नहीं है आप धूमधाम से बिंदोरी निकालो और, बिना किसी रुकावट के बड़ी धूमधाम से शादी संपन हो गई। लेकिन 22 अप्रैल की रात मेघवाल समाज को छोड़कर गांव के अन्य लोगों ने किसी देव स्थान पर एक गुप्त मीटिंग कर गांव के सम्पूर्ण मेघवाल समाज के बहिष्कार का निर्णय लिया। और गांव में उन्हें राशन, पानी, दूध या उनसे बात करते हुए पाए जाने पर 51000/ रूपए हर्जाना लिए जाने की बात सामने आई।"

उन्होंने आगे बताया कि, "किराना दुकान पर जाते हैं तो यह कह कर मना कर दिया जाता है कि सामान नहीं है, और सहकारी दूध डेयरी पर न तो हमें दूध दिया जाता है और न ही हमसे दूध लिया गया। उसके बाद हमने पुलिस और प्रशासन से कारवाई की मांग की।"

SDM ने मामले को कराया शांत

जब द मूकनायक ने डुंगला उपखंड अधिकारी मोहर सिंह मीणा से संपर्क कर उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि, जब हमें जानकारी मिली कि, इस तरह से आलोद गांव में ग्रामीणों के द्वारा मेघवाल समाज के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है, उनको राशन पानी नहीं दिया जा रहा है तो हमने तुरंत गांव के लोगों से बातचीत की। पता चला कि यह सब दिखाई तो नहीं दे रहा था पर ऐसा हुआ जरूर है।

एसडीएम ने बताया, "जब हमने अहीर समाज के प्रतिनिधि से बात की तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है। हमने पूरे गांव के लोगों को इकठ्ठा कर उन्हें समझाया कि गांव का माहौल खराब नहीं होना चाहिए। इन सब मामलों से गांव की बदनामी होगी। अगर लोग नहीं माने तो एफआईआर दर्ज करवानी पड़ेगी।" मामले में एसडीएम के सख्ती के बाद गांव वालों ने आश्वासन दिया कि भविष्य में इस प्रकार की घटना नहीं होगी। दूसरे दिन से गांव की स्तिथि सामान्य हो गई।

सामाजिक संगठन मेघवाल परिवार के गांव पहुंचे

भीम सेना प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश कुमार मेघवाल उदयपुर, राजस्थान मेघवाल परिषद के पूर्व जिला अध्यक्ष शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी, पूर्व महासचिव शंकरलाल पिराणा, दल्ली चंद मेघवाल, भेरूलाल निरंकारी, उदय लाल मेघवाल, कैलाश चंद्र मेघवाल, मुकेश चंद्र सालवी, दिलखुश मेघवाल, राम नारायण मेघवाल, पीरु मेघवाल, सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता सोमवार को पुलिस उप अधीक्षक बड़ी सादड़ी उपखंड अधिकारी डूंगला से मुलाकात कर मेघवाल समाज के साथ हुए मामले में उचित कार्रवाई हेतु ज्ञापन प्रस्तुत किया।

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com